चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन गुरुवार (3 अक्टूबर) को पूर्व सांसद अशोक तंवर ने कांग्रेस में वापसी कर ली। तंवर का ये कदम बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
हालांकि बीजेपी ने कहा है कि ऐसे लोगों से न नुकसान होता है और न ही फायदा होता है। पूर्व गृहमंत्री और अंबाला कैंट से बीजेपी उम्मीदवार अनिल विज ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''ये (अशोक तंवर) प्रवासी पक्षी हैं, इस डाल से उस डाल फुदकते रहते हैं। इनका कोई अपना घर नहीं होता है। ये इसी प्रवृति के लोग होते हैं। क्यों गए वो वही बता सकते हैं।''
उन्होंने तंवर के कांग्रेस में जाने से बीजेपी को होने वाले संभावित नुकसान पर कहा, ''ऐसे लोगों को जनता जानती है। दलबदलु से हरियाणा की जनता बदला लेती है। हरियाणा की जनता राजनीति से बाहर फेंक देती है। बीजेपी में कौन लाया, क्यों लाया मुझे नहीं पता। हमने हमेशा सम्मान किया। लेकिन उन्होंने असलियत दिखा दी। बीजेपी का बोझ कम हुआ।''
कई बार अशोक तंवर ने बदला रुख
हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके अशोक तंवर ने अक्टूबर 2019 में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने नई पार्टी बनाई। फिर वो नवंबर 2021 में टीएमसी में शामिल हो गए। फिर उन्होंने अप्रैल 2022 में आप का दामन थाम लिया।
इसके बाद जनवरी 2024 में वो बीजेपी में शामिल हो गए थे। अब उन्होंने फिर राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में वापसी की है। अशोक तंवर हरियाणा के बड़े दलित नेताओं में गिने जाते हैं।