फरीदाबाद: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को हरियाणा के फरीदाबाद में 37वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कला और शिल्प सीमाओं से परे जाकर एक दूसरे को समझने के सेतु की तरह काम करते हैं।
मेले के उद्घाटन के बाद वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘इस मेले में एक भागीदार राष्ट्र के रूप में तंजानिया की भागीदारी अफ्रीकी संघ के साथ भारत के नजदीकी संबंधों को रेखांकित करता है।’’
इस साल मेले में तंजानिया भागीदार देश के तौर पर जबकि गुजरात थीम राज्य के तौर पर हिस्सा ले रहा है। इस मेले का उद्घाटन राष्ट्रपति ने हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय मंत्री व फरीदाबाद के स्थानीय सांसद कृष्ण पाल की मौजूदगी में किया। यह मेला 18 फरवरी तक चलेगा और इसमें कुल 50 देश और विभिन्न राज्य हिस्सा ले रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं विभिन्न देशों के प्रतिभागियों का भी हार्दिक अभिनंदन करती हूं जो इस मेले को समृद्ध बनाने के लिए यहां आए हैं। तंजानिया और अन्य देशों के प्रतिभागियों की उपस्थिति इस मेले को वास्तव में अंतरराष्ट्रीय बनाती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कला और शिल्प सीमाओं से परे जाकर एक दूसरे को समझने का सेतु बनाते हैं। कला और शिल्प से जुड़े लोग मानवता के रचनात्मक राजदूत हैं।’’
थीम राज्य गुजरात के बारे में राष्ट्रपति ने कहा कि यह क्षेत्र के विभिन्न कला रूपों और हस्तशिल्प के माध्यम से अपनी अनूठी संस्कृति और समृद्ध विरासत का प्रदर्शन कर रहा है।