ताज़ा खबरें
प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट: सुप्रीम कोर्ट बोला- नए मुकदमे कोर्ट दर्ज न करे
किरेन रिजिजू के खिलाफ इंडिया गुट का विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश
'एक राष्ट्र, एक चुनाव' बिल को केद्र सरकार की कैबिनेट ने दी मंजूरी
दिल्ली सरकार की कैबिनेट ने 'महिला सम्मान योजना' को दी मंजूरी
अडानी मुद्दे पर इंडिया गठबंधन सांसदों के संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन
हाथरस में राहुल गांधी से पीड़ित परिवार ने कहा- न घर मिला न नौकरी

सोनीपत: जाट आंदोलन के दौरान सोनीपत के नजदीक मुरथल में महिलाओं के साथ कथित तौर पर बलात्कार होने की शिकायतों की पृष्ठभूमि में तीन ट्रक चालकों ने शनिवार को दावा किया कि जाट आंदोलनकारियों ने महिलाओं को घसीटा और उनके साथ र्दुव्‍यवहार किया तथा वे इसके गवाह हैं। दूसरी तरफ मौके पर पहुंची महिला पुलिस अधिकारियों के दल ने कहा कि उसके समक्ष अब तक कोई प्रत्यक्षदर्शी या पीड़ित सामने नहीं आया है। मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए तीन ट्रक चालकों सुखविंदर सिंह, निरंजन और नरेश कुमार ने दावा किया कि आंदोलनकारियों ने मुरथल में उनके ट्रकों को आग लगा दी थी और उनको पीटा था जिसके बाद वे खुद को बचाने के लिए बसों में छिप गए थे। उनके अनुसार उन्होंने देखा कि हमलावर महिलाओं को गाड़ियों से बाहर निकाल रहे हैं, उनके कपड़े फाड़ रहे थे और उनके साथ छेड़छाड़ कर रहे थे तथा बाद वे महिलाओं को खेतों की तरफ ले गए।

सिंह ने आरोप लगाया कि ‘सादे कपड़े में आए पुलिसकर्मी’ उन पर दबाव बना रहे हैं कि वे घटना के बारे में खामोश रहें। ट्रक चालकों के दावे से जुड़े यह घटनाक्रम उस वक्त सामने आया है जब आज जांच के लिए तीन सदस्यीय महिला पुलिसकर्मियांे के एक दल ने कथित घटना के स्थल का दौरा किया। पुलिस उप महानिरीक्षक डॉ. राजश्री सिंह के नेतृत्व वाले इस दल में दो महिला पुलिस उपाधीक्षक भारती डबास और सुरिंदर कौर शामिल हैं। इस कथित घटना की जानकारी के लिए इस दल ने मुरथल का दौरा किया। घटनास्थल से बरामद हुए महिलाओं के कपड़ों के बारे में एक सवाल पर राजश्री ने मुरथल में पत्रकारों से कहा, ‘इन्हें जांच के लिए फोरेंसिक विभाग की प्रयोगशाला में भेजा जाएगा। देखते हैं इनसे क्या सामने आता है।’ शाम के समय राजश्री ने कहा, ‘दो ट्रक चालकों ने हमसे संपर्क किया है। इनमें से एक पंजाब और दूसरा जम्मू-कश्मीर का है। परंतु दोनों ने ऐसा कुछ (महिलाओं के साथ बलात्कार) देखने से इंकार किया है।’ जब यह पूछा गया कि कथित घटना के दोषियों को पकड़ना पुलिस के लिए कितना चुनौतीपूर्ण है तो राजश्री ने कहा कि पुलिस ने सबूत जुटाने के लिए घटनास्थल का दौरा किया है और इस संबंध में लोगों से पूछताछ की है। उन्होंने कहा, ‘यह चुनौतीपूर्ण है। लेकिन हमें देखने दो कि क्या हुआ। हमारा प्रयास रहेगा कि सच्चाई सामने आए।’ पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि उन्हें इस घटना के बारे में कोई भी जानकारी हो तो वह पुलिस के साथ साझा करें। शुक्रवार को राज्य सरकार ने कहा था कि जाट आंदोलन के दौरान जैसे ही उसे कथित यौन हमले की जानकारी मिली उसने उस पर तुरंत कार्रवाई की। पुलिस ने पहले कहा था कि ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं है जो मुरथल में महिलाओं के साथ किसी तरह के यौन हमले को साबित कर सके। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने इस संबंध में एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया था। अदालत ने हरियाणा के पुलिस महानिदेशक और गृह सचिव से इस घटना पर अलग-अलग रिपोर्ट देने को कहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को लोगों से कहा कि मुरथल की कथित घटना के संबंध में अगर उनके पास कोई जानकारी है तो वे उसे राज्य पुलिस के साथ साझा करें। खट्टर ने संवाददाताओं से कहा, ‘जिन लोगों के पास कोई सूचना (मुरथल घटना के संबंध में) है, उन्हें आगे आना चाहिए और पुलिस के साथ साझा करना चाहिए। लेकिन हम यह नहीं समझ रहे हैं कि लोगों द्वारा जानकारी पुलिस के साथ क्यों साझा नहीं की जा रही है।’ उनसे सवाल किया गया था कि मीडिया के एक हिस्से में कुछ गवाह सामने आए हैं जिन्हें मुरथल घटना की जानकारी है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख