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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट भारतीय चरवाहों व चीनी सैनिकों के बीच टकराव की स्थिति पैदा होने पर गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष सीमावर्ती क्षेत्रों में पारंपरिक चरागाह क्षेत्रों से अवगत हैं और टकराव की स्थिति में मौजूदा तंत्र के तहत निपटा जाता है। यह जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने पत्रकार वार्ता में पूछे गए सवाल में दी। गत माह पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों ने भारतीय चरवाहों को रोक दिया था। घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ था।

अफगानिस्तान में विभिन्न प्रारूपों की बैठकों में भाग लेते रहे हैं

इस दौरान हाल ही में काबुल में तालिबान द्वारा आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन में भागीदारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसे भारत की अफगान लोगों के साथ लंबे समय से चली आ रही दोस्ती के संदर्भ में देखा जाना चाहिए। हम अफगानिस्तान में क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न प्रारूपों में कई बैठकों में भाग लेते रहे हैं।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): लोकसभा के आम चुनाव से पहले केंद्र सरकार के अंतरिम बजट को अधिकतर विपक्षी दलों ने निराशाजनक करार दिया। जहां कांग्रेस की पूर्व अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इससे जुड़े सवालों का जवाब नहीं दिया। वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि असली वाला बजट तो जुलाई में आएगा। वहीं, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की ओर से इस बजट को लेकर दावा किया गया कि इस बजट में मध्यम वर्ग और गरीबों के लिए कुछ नहीं था। सिर्फ अच्छे शब्द और जुमले थे। जो भी कुछ मिला वह सिर्फ बड़े उद्योगपतियों को मिला। ऐसे में गरीब और मध्यम वर्ग के लोग इस बजट को शून्य अंक देंगे, जबकि पीएम मोदी के करीबी उद्योगपति इसे 10 में 10 नंबर देंगे।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अंतरिम बजट पर कहा, 'इस बजट में गरीबों के लिए और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए कुछ भी नहीं था। सिर्फ काम चलाने के लिए यह बजट है। बीते दस साल से सरकार ने कितने कार्य किए हैं, उसका कोई जिक्र नहीं था।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बजट में निरतंरता का विश्वास है। यह बजट विकसित भारत के चार स्तंभों (युवा, गरीब, महिला और किसान) को ताकत देगा। यह देश के भविष्य के निर्माण का बजट है। यह 2047 के विकसित भारत की नींव को मजबूत करने की गारंटी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनकी टीम को इसके लिए बधाई।

उन्होंने कहा, यह बजट युवा भारत की युवा आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है। हमने दो महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। रिसर्च और इनोवेशन पर एक लाख करोड़ रुपए का फंड रखा गया है। बजट में स्टार्ट-अप्स को मिलने वाली टैक्स छूट का विस्तार किया गया है। कैपिटल एक्सपेंडिचर को ऐतिहासिक ऊंचाई दी गई है।

पीएम मोदी के मुताबिक, हम बड़ा लक्ष्य तय करते हैं और उसे प्राप्त करते हैं और फिर उससे भी बड़ा लक्ष्य तय करते हैं। गरीबों के लिए हमारी सरकार ने चार करोड़ घर बनाए। दो करोड़ और घर बनाने का लक्ष्य है। दो करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का टारगेट था, अब इस लक्ष्य को तीन करोड़ कर दिया गया है।

नई दिल्ली: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में पिछले 10 साल में काफी सकारात्मक बदलाव देखने को मिला है। 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। अपने कार्यों के दम पर हमें उम्मीद है कि सरकार को फिर से मजबूत जनादेश मिलेगा। देश ने कोविड-19 महामारी की चुनौतियों पर काबू पाया, आत्मनिर्भर भारत की नींव तैयार की। संरचनात्मक सुधारों, जन-हितैषी कार्यक्रम और रोजगार के अवसरों ने अर्थव्यवस्था में नया जोश भरने में मदद की।

मुफ्त राशन से 80 करोड़ लोगों की खाने की चिंता खत्म हुई

वित्तमंत्री ने आगे कहा कि पंच प्रण ने अमृतकाल के लिये मजबूत बुनियाद तैयार की है, हम 2047 तक विकसित भारत के लिए काम कर रहे हैं। सामाजिक न्याय हमारी सरकार का मॉडल... गरीब, महिला, युवा, अन्नदाता पर विशेष ध्यान है। पीएम-स्वनिधि से 78 लाख रेहड़ी-पटरी दुकानदारों को लाभ मिला, पीएम विश्वकर्मा योजना ने भी लाभांवित किया। मुफ्त राशन से 80 करोड़ लोगों की खाने की चिंता खत्म हुई।

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