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नई दिल्ली: सरकार ने न्यूयार्क विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र के प्रोफेसर विराल वी़ आचार्य को रिजर्व बैंक का नया डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया है। केन्द्रीय मंत्रिमंडल नियुक्ति समिति ने तीन साल के लिए उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी। आचार्य ऐसे समय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर नियुक्त किये गये हैं जब नोटबंदी के बाद नियमों में बार बार बदलाव को लेकर केन्द्रीय बैंक की आलोचना की जा रही है। न्यूयार्क विश्वविद्यालय के वित्त विभाग में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर वी वी आचार्य वित्तीय क्षेत्र में प्रणालीगत जोखिम क्षेत्र में विश्लेषण और शोध के लिये जाने जाते हैं। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर यह जानकारी दी गई है। आईआईटी मुंबई के छात्र रहे आचार्य ने 1995 में कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में स्नातक और न्यूयार्क विश्वविद्यालय से 2001 में वित्त में पीएचडी की है। वर्ष 2001 से 2008 तक आचार्य लंदन बिजनेस स्कूल में रहे।

नई दिल्ली: रिलायंस जियो ने दूरसंचार नियामक ट्राई के सवालों का जवाब देने के लिये 29 दिसंबर तक का समय मांगा है। ट्राई ने कंपनी से यह पूछा है कि मुफ्त वॉयस कॉल तथा डाटा योजना की अवधि बढ़ाये जाने को मौजूदा नियमों का उल्लंघन नहीं माना जाना चाहिए। नियमों के तहत आमंत्रण योजना 90 दिनों तक सीमित होनी चाहिए। ट्राई ने 20 दिसंबर को जियो को पत्र लिखकर 5 दिन में यह स्पष्ट करने को कहा था कि आखिर ‘हैप्पी न्यू ईयर’ पेशकश को नियामकीय दिशानिर्देशों का उल्लंघन क्यों नहीं माना जाना चाहिए। नियामक ने यह भी पूछा कि आमंत्रण योजना के मुफ्त डाटा पेशकश को क्यों नहीं बाजार खराब करने वाला पेशकश समझा जाना चाहिए। सूत्रों के अनुसार रिलायंस जियो ने अब ट्राई को पत्र लिखकर जवाब देने के लिये 29 दिसंबर तक का समय मांगा है। इस बारे में रिलायंस जियो को भेजे गये ई-मेल का कोई जवाब नहीं आया।

नई दिल्ली: बाजारों में आज (मंगलवार) चमक लौटती दिखी। बंबई शेयर बाजार के 30 शेयरों वाले सेंसेक्स ने जहां तीन सप्ताह में अपनी सबसे लंबी 406 अंक की छलांग लगाई, वहीं सोना भी अपने 11 महीने के निचले स्तर से उबर गया। हालांकि रपया और कमजोर हो कर 68 प्रति डालर के भी नीचे चला गया। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि घरेलू अर्थव्यवस्था का आधार विस्तृत करने के लिये कर की दरें दूसरे देशों के मुकाबले की होनी चाहिए। जेटली इससे पहले बाजार को एक तरह से भरोसा दिला चुके हैं कि सरकार का दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ पर कर लगाने का फिलहाल इरादा नहीं है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को प्रधानमंत्री ने मुंबई में कहा था कि शेयर बाजार से कमाई करने वालों को कर भुगतान कर राष्ट्र निर्माण में योगदान करना चाहिये। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 406.34 अंक यानी 1.57 प्रतिशत उछलकर 26,213.44 अंक पर बंद हुआ। 8 दिसंबर के बाद यह सेंसेक्स की सबसे बड़ी बढ़त है। कल सेंसेक्स में 233.60 अंक की गिरावट आई थी। विश्लेषकों के अनुसार कल बाजार पर प्रधानमंत्री के मुंबई के बयान का असर था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50-शेयरों पर आधारित निफ्टी आज 124.60 अंक यानी 1.58 प्रतिशत बढ़कर 8,032.85 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले कारोबार के दौरान यह उंचे में 8,044.65 अंक और नीचे में 7,903.70 अंक के दायरे में रहा। औद्योगिक इकाइयों की उठान बढ़ने के कारण चांदी भी 550 रुपये की तेजी के साथ 39,150 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई।

नई दिल्ली: देश में एक ओर जहां सिर्फ 24.4 लाख करदाता हैं जो अपनी सालाना आय 10 लाख रुपये से ऊपर घोषित करते हैं, वहीं दूसरी तरफ पिछले पांच साल से हर साल देश में 35,000 लक्जरी कारों सहित कुल 25 लाख नई कारें खरीदी जातीं हैं। एक शीर्ष अधिकारी के मुताबिक देश की आबादी 125 करोड़ से अधिक है जबकि 2014-15 में आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या केवल 3.65 करोड़ थी। इससे संकेत मिलता है कि अभी भी बड़ी संख्या में लोग कर के दायरे से बाहर हैं। अधिकारी ने कहा, आकलन वर्ष 2014-15 में रिटर्न भरने वाले 3.65 करोड़ लोगों में से केवल 5.5 लाख लोगों ने ही पांच लाख रुपये से अधिक का आयकर दिया जो कि कुल कर संग्रह का 57 प्रतिशत है। इसका मतलब यह हुआ कि टैक्स रिटर्न भरने वालों में से केवल 1.5 प्रतिशत का कर राजस्व में 57 प्रतिशत योगदान रहा है। कारों की बिक्री के साथ यदि टैक्स रिटर्न की तुलना की जाए तो चौंका देने वाली तस्वीर सामने आती है। अधिकारी ने कहा, ‘पिछले पांच सालों के दौरान कारों की बिक्री औसतन 25 लाख सालाना रही है। पिछले तीन साल में कारों की बिक्री 25.03 लाख, 26, लाख तथा 27 लाख रही।’ अधिकारी ने कहा कि आंकड़ा यह बताता है कि बड़ी संख्या में कारें खरीदने वाले ऐसे लोग हैं जो कर दायरे से बाहर हैं। उसने कहा कि आमतौर पर कार का जीवन सात साल होता है और आम लोग दूसरी कार पांच साल से पहले नहीं खरीदते।

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