ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: इन अटकलों के बीच कि सरकार 2,000 रुपये का नोट बंद करने की योजना बना रही है, वित्त राज्यमंत्री संतोष कुमार गंगवार ने कहा है कि इसे प्रचलन से हटाने की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि जल्द ही 200 रुपये के नोट जारी किए जाएंगे। गंगवार ने एक साक्षात्कार में कहा, "2,000 रुपये के नोट को बंद करने की जानकारी नहीं है। इसकी छपाई कम करने का मामला अलग है, लेकिन इसकी भी पुष्टि आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) ही करेगा। आरबीआई 2,000 रुपये के नोट के बारे में जानकारी देगा।" मीडिया में इस आशय की रिपोर्ट आईं हैं कि सरकार ने दो हजार रुपये के नोट की छपाई अब रोक दी है। 2000 रुपये के नोट की छपाई बंद करने का मामला 26 जुलाई को संसद में भी उठा था। विपक्षी पार्टियों ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से पूछा था कि क्या सरकार 2000 के नोट को विमुद्रीकृत करने जा रही है या फिर यह कि क्या इसकी छपाई रोक दी गई है, लेकिन उन्होंने इसका जवाब देने से इनकार कर दिया था। उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार 2,000 के नोट को सीमित करने पर विचार कर रही है, लेकिन जो छप चुके हैं वे प्रचलन में बने रहेंगे। 200 रुपये का नोट लाकर छोटे नोटों के प्रचलन में तेजी लाई जाएगी।

नई दिल्ली: 2000 के नोटों को लेकर राज्यसभा में सवाल उठे हैं। समाजवादी पार्टी के सांसद नरेश अग्रवाल ने आज सरकार से सवाल किया कि क्या 2000 के नोट छपने बंद हो गए हैं। दरअसल, काफी समय से खबरें हैं कि 200 रुपये के नोट की छपाई के चलते 2000 के नोट की छपाई रोक दी है। राज्यसभा में नरेश अग्रवाल ने पूछा कि सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या रिजर्व बैंक ने दो हजार रुपये के नोट की छपाई बंद कर दी है। वहीं जेडीयू के नेता शरद यादव ने भी केंद्र सरकार से मांग की है कि सरकार दो हजार रुपये के नोट के छापने की स्थिति को स्पष्ट करे नहीं तो जनता में अफवाह फैल जाएगी। हालांकि वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इस पर अपना रुख साफ नहीं किया। इससे पहले खबर आई थी कि नोटबंदी के बाद पैदा हुई नकदी की ज़ोरदार मांग को पूरा करने के लिए जल्द ही भारत में 200 रुपये का नोट भी नज़र आने लगेगा। केंद्र सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने मीडिया को बताया था कि भारतीय रिज़र्व बैंक, यानी रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने नोट छापे जाने का ऑर्डर दे दिया है। हालांकि 200 रुपये के इस नोट के डिज़ाइन को लेकर आधिकारिक रूप से कोई जानकारी नहीं दी गई है।

नई दिल्ली: सहारा सेबी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय को सात सितंबर तक 1500 करोड़ रुपये जमा कराने का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एम्बी वैली प्रॉपर्टी को नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू की जाए। कोर्ट ने एम्बी वैली की नीलामी के लिए आफिशियल लिक्विडेटर के प्लान पर मुहर लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पहले बकाया पैसे जमा हों उसके बाद हम देखेंगे कि निवेशक को पैसा आपके कहे मुताबिक मिला था या नहीं। हम यह भी देखेंगे कि वे निवेशक थे, काल्पनिक थे या चांद से आए थे। इस मामले में अगली सुनवाई 11 सितंबर को होगी। सुप्रीम कोर्ट ने सहारा की उस दलील को ठुकरा दिया जिसमें उन्होंने बकाया 9017 करोड़ चुकाने के लिए डेढ़ साल का समय मांगा था। सहारा सेबी मामले में पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने चेतावनी दी थी कि उसके 552.21 करोड़ रुपये के चेक का धन 15 जुलाई तक प्राप्त हो जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने इस चेक के भुनाने की अवधि 15 जुलाई से आगे बढ़ाने का सुब्रत राय का अनुरोध ठुकरा दिया था। इससे पहले सुब्रत राय ने कोर्ट से कहा था कि वह 15 जून से पहले 1500 करोड़ रुपये का भुगतान कर देंगे और 552.22 करोड़ रुपये का भुगतान इसके ठीक एक महीने बाद करेंगे।

नई दिल्ली: देश के शेयर बाजारों में रिकॉर्ड स्तर पर तेजी जारी है। स्वस्थ तिमाही परिणामों की अपेक्षा और सकारात्मक वैश्विक संकेतों के चलते मंगलवार के शुरुआती कारोबारी सत्र के दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने 10,000 के रिकॉर्ड स्तर को पार कर लिया। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 09:37 बजे 65.79 अंकों की बढ़त के साथ 32,311.66 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 20.10 अंकों की मजबूती के साथ 9,986.50 पर कारोबार करते देखे गए। मुंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 104.84 अंकों की मजबूती के साथ 32350.71 पर, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 44.15 अंकों की बढ़त के साथ 10,010.55 पर खुला। बाजार के इस रुख को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि इससे आर्थिक विकास में तेजी आएगी, और सरकारी सुधारों का भी पूरा-पूरा लाभ मिलेगा। शुरूआती दौर में जब बाजार इस ऊंचाई पर पहुंचा तो उम्मीद थी कि यह आंकड़ा और अधिक बढ़ सकता है। लेकिन इस बात का अंदाजा किसी को भी नहीं था कि यह समय इतनी जल्दी आ जाएगा।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख