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वॉशिंगटन: अमेरिका में राष्ट्रपति पद की दौड़ में पहली बार किसी प्रमुख पार्टी की उम्मीदवार बनकर इतिहास रचने जा रहीं हिलेरी क्लिंटन ने न्यूजर्सी और न्यू मैक्सिको प्राइमरी में निर्णायक जीत के बाद आज राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी की दावेदारी की। हिलेरी (68) ने न्यूयार्क के ब्रूकलिन में अपने प्रचार अभियान के मुख्यालय पर अपने समर्थकों से कहा, ‘आप सभी का शुक्रिया, हमने एक पड़ाव पार कर लिया है, हमारे देश के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी प्रमुख पार्टी की उम्मीदवार कोई महिला होगी।’ डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार बनने के लिए जरूरी 2,383 डेलिगेट का समर्थन हासिल करने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हिलेरी को बधाई दी। बहरहाल, ओबामा ने अपनी पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन का औपचारिक तौर पर समर्थन नहीं किया। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने एक बयान में कहा, ‘उनके ऐतिहासिक अभियान ने लाखों लोगों को प्रेरित किया है और यह मध्य वर्ग के परिवारों एवं बच्चों के लिए उनके आजीवन संघर्ष का विस्तार है।’ बयान के अनुसार, ‘डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों के लिए प्रेरणा बनने और उनमें उर्जा भरने’ के लिए ओबामा ने हिलेरी और डेमाकेट्रिक पार्टी में उनके प्रतिद्वंद्वी बर्नी सैंडर्स दोनों की तारीफ की।
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लॉस एंजिलिस: हिलेरी क्लिंटन अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने के लिए तैयार हैं। कैलिफोर्निया की महत्वपूर्ण प्राइमरी से पहले दो प्राइमरी में अपने प्रतिद्वंद्वी बर्नी सैंडर्स को हरा चुकीं हिलेरी नामांकन जीत जाने पर अमेरिका की बड़ी पार्टी की पहली महिला उम्मीदवार बन जाएंगी। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी ने प्यूर्तो रीको और यूएस वर्जिन द्वीप समूह पर सैंडर्स को करारी शिकस्त दी। हिलेरी के एक करीबी सहयोगी ने कहा कि कल कैलिफोर्निया समेत छह राज्यों में होने वाले प्राइमरी मतदान के बाद हिलेरी के पास पर्याप्त डेलीगेट होंगे। हिलेरी क्लिंटन के प्रचार अभियान के अध्यक्ष जॉन पोडेस्टा ने फॉक्स न्यूज को बताया, ‘हमें लगता है कि हमें मंगलवार रात को उतने डेलीगेट मिल जाएंगे, जितने हिलेरी को अमेरिका में किसी बड़ी पार्टी की पहली महिला उम्मीदवार बनाने के लिए जरूरी हैं। हम उसका इंतजार कर रहे हैं।’ इस समय हिलेरी के पास 2354 डेलीगेट हैं, जो डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने के लिए जरूरी संख्याबल 2382 से 28 कम हैं। डेलीगेट संख्या के मामले में बहुलता वाला कैलिफोर्निया 68 वर्षीय हिलेरी के लिए वरमोंट के सीनेटर सैंडर्स को हराने के लिए बहुत जरूरी है। सैंडर्स के पास 1565 डेलीगेट हैं। कैलिफोर्निया के 546 डेलीगेट हैं। जिन अन्य राज्यों में प्राइमरी चुनाव आयोजित होने हैं, वे इस प्रकार हैं- मोंटाना (27 डेलीगेट), न्यू जर्सी (142), नॉर्थ डेकोटा (23), न्यू मेक्सिको (43), साउथ डेकोटा (25)। पोडेस्टा ने कहा, ‘हमारा कहना है कि उनके पास उम्मीदवार बनने के लिए जरूरी डेलीगेट होंगे।
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काठमांडू: माओवादी प्रमुख प्रचंड ने कहा है कि अगर नेपाल के बड़े दलों के बीच सहमति बनती है तो वह प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं। साथ ही उन्होंने सत्ता का भूखा होने के दावों से इंकार किया है। डोलखा जिले के मुख्यालय चारीकोट में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी-सेंटर) के चौथे जिला सम्मेलन में उन्होंने सत्ता का भूखा होने के आरोपों से इंकार किया है। उन्होंने कहा, 'हर कोई आरोप लगाता है कि प्रचंड सत्ता का भूखा है। लेकिन यही प्रचंड है जिसने विद्या देवी भंडारी को राष्ट्रपति पद और के पी ओली को प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन किया।' प्रचंड ने कहा कि वह नेतृत्व स्वीकार करेंगे अगर नेपाली कांग्रेस और मधेशी दलों को साथ लेकर राष्ट्रीय सरकार का गठन होता है। उन्होंने कहा, 'अगर मैं प्रधानमंत्री बनता हूं तो भूकंप पीड़ितों को दी गई तीन लाख नेपाली रुपये की ऋण को राहत राशि में तब्दील करूंगा।'
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वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ने शनिवार को महान मुक्केबाज मोहम्मद अली को श्रृद्धांजलि देते हुए कहा कि वह महानतम थे और ऐसे चैम्पियन थे जो सही के लिये लड़े । ओबामा और मिशेल ने एक बयान में कहा, 'मोहम्मद अली ने दुनिया हिला दी थी और इसे बेहतर बनाया। मिशेल और मैं उनके परिवार को सांत्वना देते हैं और दुआ करते हैं कि इस महानतम फाइटर की आत्मा को शांति मिले।' ओबामा ने कहा कि उन्होंने अपनी निजी स्टडी में अली के फोटो के नीचे उनके दस्तानों का जोड़ा रखा है जब 22 बरस की उम्र में उन्होंने सोनी लिस्टन को हराया था। ओबामा और मिशेल ने कहा, 'अली महानतम थे। ऐसा इंसान जो हमारे लिये लड़ा। वह किंग और मंडेला के साथ थे और कठिन हालात में उन्होंने आवाज बुलंद की। रिंग के बाहर की लड़ाई के कारण खिताब गंवाये। उनके कई दुश्मन बने जिन्होंने लगभग उन्हें जेल में भेज दिया था लेकिन वह अडिग रहे। उनकी जीत से हमें यह अमेरिका मिला जिसे हम आज जानते हैं।'
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