लॉस एंजिलिस: हिलेरी क्लिंटन अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने के लिए तैयार हैं। कैलिफोर्निया की महत्वपूर्ण प्राइमरी से पहले दो प्राइमरी में अपने प्रतिद्वंद्वी बर्नी सैंडर्स को हरा चुकीं हिलेरी नामांकन जीत जाने पर अमेरिका की बड़ी पार्टी की पहली महिला उम्मीदवार बन जाएंगी। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी ने प्यूर्तो रीको और यूएस वर्जिन द्वीप समूह पर सैंडर्स को करारी शिकस्त दी। हिलेरी के एक करीबी सहयोगी ने कहा कि कल कैलिफोर्निया समेत छह राज्यों में होने वाले प्राइमरी मतदान के बाद हिलेरी के पास पर्याप्त डेलीगेट होंगे। हिलेरी क्लिंटन के प्रचार अभियान के अध्यक्ष जॉन पोडेस्टा ने फॉक्स न्यूज को बताया, ‘हमें लगता है कि हमें मंगलवार रात को उतने डेलीगेट मिल जाएंगे, जितने हिलेरी को अमेरिका में किसी बड़ी पार्टी की पहली महिला उम्मीदवार बनाने के लिए जरूरी हैं। हम उसका इंतजार कर रहे हैं।’ इस समय हिलेरी के पास 2354 डेलीगेट हैं, जो डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने के लिए जरूरी संख्याबल 2382 से 28 कम हैं। डेलीगेट संख्या के मामले में बहुलता वाला कैलिफोर्निया 68 वर्षीय हिलेरी के लिए वरमोंट के सीनेटर सैंडर्स को हराने के लिए बहुत जरूरी है। सैंडर्स के पास 1565 डेलीगेट हैं। कैलिफोर्निया के 546 डेलीगेट हैं। जिन अन्य राज्यों में प्राइमरी चुनाव आयोजित होने हैं, वे इस प्रकार हैं- मोंटाना (27 डेलीगेट), न्यू जर्सी (142), नॉर्थ डेकोटा (23), न्यू मेक्सिको (43), साउथ डेकोटा (25)। पोडेस्टा ने कहा, ‘हमारा कहना है कि उनके पास उम्मीदवार बनने के लिए जरूरी डेलीगेट होंगे।
हम उनके (सैंडर्स के) समर्थकों, उनके अभियान और उनसे सीधे तौर पर अपील करने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि यह पार्टी एकजुट हो क्योंकि देश के सामने डोनाल्ड ट्रंप के रूप में एक बड़ा खतरा मौजूद है। हम उम्मीद करते हैं कि वह हमारे साथ आएंगे।’ उन्होंने विश्वास जताया कि हिलेरी ट्रंप से आगे रहेंगी। ट्रंप आम चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप द्वारा रिपब्लिकनों को एकजुट कर लिए जाने के बाद हिलेरी ने गुरुवार को सेन डिएगो में उन्हें अयोग्य बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हिलेरी ने बताया कि आखिर क्यों ट्रंप कमांडर इन चीफ परीक्षा में खरे नहीं उतरते। उन्होंने कहा कि दीर्घकालिक तौर पर लोग यह देख पाएंगे कि ट्रंप में राष्ट्रपति और कमांडर इन चीफ बनकर काम करने वाली काबिलियत ही नहीं है।