न्यूयॉर्क: अमेरिका में एक मुस्लिम परिवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद एक दिल को छू लेने वाला पत्र मिला जिसे उनके पड़ोसियों ने लिखा था। इसमें इस परिवार को बिना किसी भेदभाव के रहने के लिए समर्थन की पेशकश की गयी थी। चार दशकों से ओहायो के सिनसिनाती में रह रहे अबूबाकर आमरी ने कहा कि वे तथा उनके पड़ोसी केवल ‘हैलो’ के अलावा ज्यादा कोई बातचीत नहीं करते थे इसलिए यह पत्र उनके लिए बड़ी हैरानी की बात थी। जिस दिन 70 वर्षीय ट्रंप ने शपथ ली वेस्टवुड में उनका एक पड़ोसी यह पत्र उनके लैटर बॉक्स में छोड़ गया। जिसमें लिखा था, ‘प्यारे पडोसी, हमारे देश में आज से एक नया चरण शुरू हुआ है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या होता है लेकिन कृपया इस बात को जान लीजिए कि अभी भी बहुत से लोग हैं जो आपको आपके धर्म का अनुपालन करने, भेदभाव के बिना आपके जिंदगी जीने के अधिकार के लिए लड़ेंगे। हमारे पड़ोस में आपका स्वागत है और यदि आपको कोई जरूरत हो तो हमें बताने में नहीं झिझकें।’ आमरी ने कहा, ‘मेरी बेटी, उसे कोई और जगह मालूम ही नहीं और बाकी अन्य मुस्लिम अमेरिकियों की तरह वह भी राष्ट्रपति ट्रंप के प्रचार के दौरान दिए गए भाषणों को लेकर चिंतित हैं। हमें नहीं पता कि वह केवल ऐसा कहने के लिए कह रहे थे या ये सच होगा।’ उन्होंने कहा, ‘ये पत्र बहुत मायने रखता है। इसे पाने के बाद मैं अपनी भावना बयां नहीं कर सकता।’ उन्होंने कहा कि उनके पड़ोसियों के इस खत ने उनके मन को छू लिया है। आमरी की भतीजी ने इस पत्र की एक फोटो ट्वीट की जो तुरंत वायरल हो गयी। आमरी ने कहा, ‘यह अमेरिका का एक और रूप है। यह सबसे बढ़िया, बढ़िया, बढ़िया अनुभव है।’
ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद मुस्लिम परिवार को मिला दिल को छू लेने वाला पत्र
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