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वॉशिंगटन: अमेरिका में पांच नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है। ऐसे में, रिपब्लिकन की ओर से डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेट्स की तरफ से कमला हैरिस मैदान में हैं। हालांकि, यह निश्चित नहीं है, लेकिन बहुत संभावना है कि भारतीय मूल की हैरिस अब नवंबर में पूर्व रिपब्लिकन राष्ट्रपति ट्रंप का सामना करने के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार होंगी। दोनों प्रतिद्वंद्वी एक दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इस बीच मंगलवार को एक सर्वे सामने आया, जिसमें हैरिस को ट्रंप पर बढ़त दिखाई गई है।

बाइडन के दौड़ से बाहर होने के बाद हुआ सर्वे

रॉयटर्स/इप्सोस के पोल में हैरिस ने ट्रंप के ऊपर दो प्रतिशत की बढ़त हासिल की है। यह पोल जो बाइडन के राष्ट्रपति चुनावी अभियान से हटने की घोषणा के बाद सोमवार और मंगलवार को किया गया है। इससे पहले रविवार को राष्ट्रपति बाइडन ने सभी को चौंकाते हुए चुनाव न लड़ने की घोषणा की थी। 27 जून को डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई बहस में खराब प्रदर्शन के बाद उनके ऊपर लगातार चुनाव न लड़ने का दबाव बना हुआ था।

वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर पेन्सिलवेनिया की रैली में गोली चलने की घटना के बाद यूएस सीक्रेट सर्विस निदेशक किम्बर्ली चीटल ने आज इस्तीफा दे दिया। समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक हत्या के प्रयास की घटना के बाद यूएस सीक्रेट सर्विस आलोचकों के निशाने पर है। पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा उपायों को लेकर कटघरे में आई एजेंसी के निदेशक किम्बर्ली चीटल ने 23 जुलाई को इस्तीफा दे दिया।

सुनवाई के दौरान किम्बर्ली चीटल ने नहीं दिए सवाल के जवाब

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर 13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया एक रैली के दौरान गोली चलाई गई थी, जिसमें वो बाल-बाल बच गए थे। इस वारदात के बाद से रिपब्लिकन पार्टी के नेता लगातार उनके महाभियोग की मांग कर रहे थे। एक समाचार पत्र के अनुसार, हाउस ओवरसाइट कमेटी के समक्ष सोमवार को सार्वजनिक सुनवाई के दौरान किम्बर्ली चीटल ने कमेटी के कई सवालों का जवाब देने से इंकार किया था। जिससे उनके खिलाफ खासी नाराजगी देखी गई थी।

वाशिंगटन डीसी: 81 वर्षीय डेमोक्रेट नेता जो बाइडन ट्रंप के खिलाफ ताल नहीं ठोकेंगे। उन्होंने चुनाव से नाम वापस लेने का एलान करते हुए कहा कि उनका रेस में बने रहना देश के हित में नहीं है। अमेरिका की इस अप्रत्याशित राजनीतिक घटना पर सियासी बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है। बाइडन को लेकर अक्सर आक्रामक तेवर दिखाने वाले रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडन के नाम वापस लेने की घोषणा के बाद कहा कि बाइडन की गैरहाजिरी में अगर भारतवंशी नेता कमला हैरिस को डेमोक्रेट खेमे की तरफ से राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनाया जाता है तो उन्हें हराना और भी आसान होगा।

बाइडन ने पहले ही दे दिए थे संकेत

डेमोक्रेट खेमे की तरफ से बाइडन की नाम वापस लेने की घोषणा अमेरिकी चुनाव में डेमोक्रेट खेमे के लिए बड़ा झटका है। अब उनकी जगह भारतवंशी कमला हैरिस को प्रत्याशी बनाया जा सकता है। कमला हैरिस डेमोक्रेट खेमे की पहली पसंद के रूप में इसलिए उभर सकती हैं क्योंकि वे बाइडन की रनिंग मेट और उपराष्ट्रपति के रूप में अमेरिकी राजनीति में अपनी छाप छोड़ने में सफल रही हैं।

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन आगामी राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है। बाइडेन ने खुद एक्स पर एक पोस्ट के जरिए इसकी घोषणा की है। बाइडेन ने कहा कि वो इस सप्ताह राष्ट्र को संबोधित करेंगे और जनवरी 2025 में अपना कार्यकाल समाप्त होने तक राष्ट्रपति और कमांडर-इन-चीफ के रूप में अपनी भूमिका निभाते रहेंगे।

जो बाइडेन ने सोशल मीडिया पर लिखा, "आपके राष्ट्रपति के रूप में सेवा करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है और मेरा इरादा भी फिर से चुनाव लड़ने का रहा है, लेकिन मेरा मानना ​​है कि ये मेरी पार्टी और देश के सर्वोत्तम हित में है कि मैं आने वाला चुनाव ना लड़ूं और केवल राष्ट्रपति के रूप में अपने बचे कार्यकाल के लिए अपने कर्तव्यों को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करूं।" 2020 में पार्टी के उम्मीदवार के रूप में मेरा पहला निर्णय कमला हैरिस को अपना उपराष्ट्रपति चुनना था और यह मेरा अब तक का सबसे अच्छा निर्णय रहा है।"  उन्होंने कहा, "आज मैं कमला को इस वर्ष हमारी पार्टी का उम्मीदवार बनाने के लिए अपना पूर्ण समर्थन देना चाहता हूं।"

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