वॉशिंगटन: एलन मस्क के डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में सीधे हाथ के इशारे पर विवाद बढ़ता जा रहा है। कई लोगों ने मस्क की आलोचना की है। दरअसल सीधे हाथ के इशारे को नाजी सैल्यूट होने का दावा किया जा रहा है। हालांकि कट्टर दक्षिणपंथी लोग एलन मस्क के समर्थन में उतर गए हैं। चरमपंथी लोग इसका जश्न मना रहे हैं। गौरतलब है कि एलन मस्क ने सोमवार को कैपिटल वन एरेना में एक भाषण के दौरान एलन मस्क ने डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर खुशी जताई थी और इसी दौरान उन्होंने सीधा हाथ उठाकर वह इशारा किया था, जिसे नाजी सैल्यूट कहा जा रहा है।
दक्षिणपंथी समूहों ने किया मस्क का समर्थन
इस पूरे विवाद को हवा इस बात से भी मिली है क्योंकि मस्क ने उनके इशारे को नाजी सैल्यूट होने के दावों का न तो खंडन किया है और न ही स्वीकारा है। हालांकि उन्होंने इस मामले पर हो रही आलोचना पर तीखी नाराजगी जाहिर की। एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि 'हर कोई हिटलर है। ये हमले बहुत थका देने वाले हैं।' श्वेत राष्ट्रवादी समूह 'व्हाइट लाइव्स मैटर' ने टेलीग्राम पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि, 'श्वेत ज्वाला फिर से उठेगी'। श्वेत राष्ट्रवादी कीथ वुड्स ने एक्स पर साझा पोस्ट में मस्क का जोरदार समर्थन किया।
एक अन्य दक्षिणपंथी ने लिखा कि 'हम वापस आ गए हैं'।
नागरिक संगठनों ने जताई नाराजगी
हालांकि यहूदी विरोध और मानवाधिकारों पर निगरानी रखने वाली संस्था एंटी-डिफेमेशन लीग ने मस्क के इशारे की आलोचना की। अन्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्पष्ट नहीं है कि मस्क ट्रम्प समर्थकों की भीड़ को अपना हाथ आगे बढ़ाकर क्या संदेश देना चाह रहे थे। ऑनलाइन नफरत पर नजर रखने वाले इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक डायलॉग के वरिष्ठ शोध विश्लेषक जेरेड होल्ट ने कहा, 'मुझे संदेह है कि यह जानबूझकर किया गया था। यह लोगों के प्रति आभार व्यक्त करने का एक प्रकार का संकेत हो सकता है।
अमेरिकी विश्वविद्यालय में संचार के प्रोफेसर कर्ट ब्रैडॉक ने कहा कि 'यह इशारा एक फासीवादी सलामी थी और लोगों को इस पर संदेह नहीं करना चाहिए। कर्ट ब्रैडॉक चरमपंथ, कट्टरपंथ और आतंकवाद का अध्ययन करते हैं। ब्रैडॉक ने मस्क के बारे में कहा, 'वह अभी भी इसे ऐसे टाल रहे हैं जैसे कि यह कोई गंभीर बात नहीं थी। मुझे पता है कि मैंने क्या देखा, मुझे पता है कि नव-नाजियों सहित चरम दक्षिणपंथी तत्वों के बीच इस पर क्या प्रतिक्रिया थी, और मैं देख सकता हूं कि अब क्या प्रतिक्रिया है। और इसमें से कोई भी हंसी की बात नहीं है। यूरोप में नाजी सैल्यूट को द्वितीय विश्व युद्ध की घृणा, मृत्यु और विनाश से जोड़ा जाता है। इटली के एक कम्युनिस्ट युवा संगठन ने मंगलवार को मिलान के पियाजेल लोरेटो में मस्क का पुतला उल्टा लटका दिया, उसी जगह द्वितीय विश्व युद्ध के अंतिम दिनों में मुसोलिनी को फांसी दिए जाने के बाद उनके शरीर को उल्टा लटका दिया गया था।