मनामा: भारत और बहरीन ने व्यापार और आतंकवाद निरोध जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपने संबंधों को प्रगाढ़ करने का संकल्प जताया। इसके अलावा सजा पाने वाले लोगों के हस्तांतरण से संबंधित एक समझौते पर दोनों देशों ने हस्ताक्षर किया। साथ ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने बहरीनी समकक्ष से यहां बातचीत की। स्वराज भारत-अरब लीग सहयोग मंच की कल होने वाली पहली मंत्रिस्तरीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए यहां की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। स्वराज ने बहरीन के विदेश मंत्री खालिद बिन अहमद अल खलीफा के साथ व्यापक चर्चा की। बातचीत के बाद दोनों नेताओं ने सजा पाने वाले लोगों के हस्तांतरण से संबंधित एक समझौते पर हस्ताक्षर किया। समझौते के अनुसार एक बार किसी व्यक्ति को दूसरे देश में सजा सुना दिए जाने के बाद वह अपने मूल देश में सजा काट सकता है।
विशेष भाव प्रकट करते हुए खालिद ने बहरीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्वराज के आगमन के बाद उनकी अगवानी की। यहां उतरने के तुरंत बाद स्वराज बहरीन अंतरराष्ट्रीय एयर शो को देखने के लिए रवाना हो गईं। परंपरा को तोड़ते हुए बहरीन के शाह हमाद बिन इसा अल खलीफा ने साखिर हवाई ठिकाने पर उनकी अगवानी की, जहां बहरीन अंतरराष्ट्रीय एयर शो चल रहा है। शाह हमाद और स्वराज ने तब भारत की सारंग टीम को ध्रुव हेलिकॉप्टरों और हल्के लड़ाकू विमान तेजस के साथ आकाशीय करतब दिखाते देखा। शाम में स्वराज ने खालिद के साथ व्यापक वार्ता की। दोनों पक्षों ने अपने संबंधों को प्रोत्साहन देने का संकल्प जताया। सचिव (पूर्व) अनिल वाधवा ने बातचीत के बाद संवाददाताओं को बताया, ‘दोनों पक्षों ने लंबित समझौतों को पूरा करने की संभावनाओं पर चर्चा की।’ उन्होंने कहा, ‘दोहरा कराधान अपवंचना समझौता ऐसा है जिसे बहरीन भारत के साथ करना चाहेगा और भारत बहरीन के साथ रक्षा सहयोग पर एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करना चाहेगा। बहरीन की भी इस समझौते में दिलचस्पी है---दोनों पक्ष उस दिशा में काम कर रहे हैं।’ यह पूछे जाने पर कि क्या आतंकवाद निरोध पर भी चर्चा की गई तो वाधवा ने कहा, ‘जब भी भारत और बहरीन बातचीत करते हैं तो इस मुद्दे, क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग और कैसे दोनों पक्ष एक-दूसरे की सुरक्षा में योगदान दे सकते हैं इसपर हमेशा चर्चा करते हैं। भारत और बहरीन ने इस क्षेत्र में हाल में वाकई काफी अच्छा सहयोग किया है और यह सहयोग जारी रहेगा।’ यह पूछे जाने पर कि क्या भारत और बहरीन ने सुरक्षा, आतंकवाद निरोध और व्यापार में संबंधों को मजबूत करने का संकल्प जताया तो उन्होंने कहा कि इसे उस रूप में सारगर्भित किया जा सकता है क्योंकि तीनों क्षेत्रों पर चर्चा हुई। एयर शो से इतर स्वराज और शाह ने समूची द्विपक्षीय वार्ता के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। बैठक के दौरान स्वराज ने 2014 में की गई देश की अपनी यात्रा को याद किया।स्वराज एयर शो में भारतीय दीर्घा में भी गईं और वहां मौजूद वैज्ञानिकों ने उन्हें यहां प्रदर्शित किए जा रहे हल्के लड़ाकू विमान तेजस के बारे में जानकारी दी। हल्का लड़ाकू विमान तेजस किसी अंतरराष्ट्रीय एयर शो में पहली बार हिस्सा ले रहा है। भारत-अरब लीग की कल से शुरू हो रही मंत्रिस्तरीय बैठक नवंबर 2014 में नयी दिल्ली में दोनों पक्षों के वरिष्ठ अधिकारियों की पहली बैठक के एक साल बाद हो रही है। आतंकवाद और एक शिया धर्मगुर को सउदी अरब में मौत की सजा दिए जाने के बाद सउदी अरब और ईरान के बीच सुरक्षा को लेकर तनाव समेत विभिन्न मुद्दों पर बैठक में चर्चा किए जाने की उम्मीद है। भारत और अरब लीग के व्यापार एवं निवेश, उर्जा और संस्कृति समेत समूचे द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने की उम्मीद है। विगत कुछ वषरें में अरब के ज्यादातर देशों के साथ भारत के व्यापार में धीरे-धीरे वृद्धि हुई है। भारत की कुल तेल एवं गैस जरूरत का 60 फीसदी से अधिक हिस्सा खाड़ी क्षेत्र से आता है।