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सारूखेतरी (असम): कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विदेश दौरों के दौरान बड़े बड़े बयान देने और देश में घृणा फैलाने का आरोप लगाया, साथ ही असम में मतदाताओं को सचेत किया कि भाजपा की कथित साम्प्रदायिक राजनीति का नियंत्रण नागपुर से होता है। निचले असम के बारपेटा जिले में सारूखेतरी क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि मोदीजी जब विदेश जाते हैं तब सबको गले लगाते हैं और आवाम को लेकर बड़ी बड़ी बातें करते हैं पर देश में वापस आकर नफरत फैलाते हैं। उन्होंने कहा कि असम में सांप्रदायिकता का खतरा बढ़ रहा है क्योंकि भाजपा साम्प्रदायिकता फैलाने और समाज को बांटने में लगी हुई है जो सदियों से प्रेम, शांति और सौहार्द के सिद्धांत से रह रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि असम सौहार्द का जगमगाता उदाहरण है जहां के लोग शंकरदेव और अजान फकीर के उपदेशों का अनुसरण करते हैं। मोदीजी और उनके मंत्री राज्य में झूठे वादे कर रहे हैं और लोगों को बांटने का काम कर रहे हैं।

गुवाहाटी: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार की पाकिस्तान नीति 'लचर' है। उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह देश के लोगों से किए गए अपने वादे पूरे करने में पूरी तरह नाकाम रही है। राज्यसभा में 10 साल तक असम की नुमाइंदगी करने वाले मनमोहन ने कांग्रेस की एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'पाकिस्तान के मुद्दे पर मोदी सरकार की नीति लचर है। पाकिस्तानी आतंकवादियों का सिर्फ जम्मू-कश्मीर में ही आना जारी नहीं है, बल्कि वे पंजाब एवं अन्य पड़ोसी राज्यों में भी आ रहे हैं।' पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, 'पठानकोट एयरबेस पर हुआ हालिया हमला हमारी कमजोरी का सबसे ताजा प्रमाण है।' मनमोहन ने कहा, 'इन दो सालों में वह (मोदी) एक ही चीज हासिल कर पाए हैं कि उन्होंने करोड़ों लोगों के बैंक खाते खुलवा दिए। लेकिन लोग पूछ रहे हैं कि जब उनके पास बैंक में रखने के लिए कुछ है ही नहीं तो वे बैंक खातों का करेंगे क्या।' पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, 'अंग्रेजी में एक कहावत है कि करनी की आवाज कथनी से ज्यादा तेज होती है।

गुवाहाटी: केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि विधानसभा चुनाव के परिणाम पर ध्यान दिये बगैर केन्द्र असम के विकास के लिए लगातार काम करता रहेगा। हालांकि मंत्री ने कहा कि अगर केन्द्र और राज्य दोनों में एक ही पार्टी की सरकार रहेगी तो राज्य में आने वाले अवैध प्रवासियों के मुद्दे का बेहतर समाधान हो सकता है। केन्द्रीय परिवहन, राजमार्ग और जहाजरानी मंत्री ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘यहां तक कि अगर भाजपा हार जाती है और कांग्रेस सत्ता में आती है तब भी हम असम में लगातार बुनियादी ढांचे का विकास करेंगे। विकास के साथ कोई राजनीति नहीं होगी। हाल ही में मैंने बिहार में सड़कों के निर्माण के लिए पैकेज की घोषणा की थी।’ वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि अगर उनकी पार्टी सरकार बनाने में असफल रहती है तो क्या असम में बुनियादी विकास पर केन्द्र का समर्थन लगातार जारी रहेगा । गडकरी ने दावा किया, ‘मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि पिछले 50-60 सालों की (किये गये कामों) तुलना में अधिक काम अगले पांच सालों में करेंगे। पिछले 60 सालों में, कांग्रेस को असम का विकास करने का मौका मिला।

नलबाड़ी: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दो साल पुरानी राजग सरकार का ‘‘हिसाब’’ मांगने के मुद्दे पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज (मंगलवार) सोनिया पर निशाना साधा और उन्हें याद दिलाया कि असम में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, लोकसभा चुनाव नहीं । गत 11 अप्रैल को होने वाले दूसरे चरण के मतदान से पहले एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘‘सोनिया गांधी यहां चुनाव प्रचार के लिए आईं और नरेंद्र मोदी से उनकी दो साल पुरानी सरकार का हिसाब मांगा । सोनिया जी, ये लोकसभा नहीं असम विधानसभा चुनाव है ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब हम यहां 2019 में आएंगे :लोकसभा चुनाव के लिए:, तो हम अपने सारे कामों का हिसाब देंगे और आपको हमें बोलना नहीं पड़ेगा ।’’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘यहां के लोगों ने आपको 15 साल दिए और 10 साल तक यहां से एक प्रधानमंत्री :मनमोहन सिंह: भेजा । सोनिया मैडम, असम के लोग तो आप से हिसाब मांग रहे हैं ।’’ शाह ने कहा कि कल पहले चरण में हुआ भारी मतदान कांग्रेस के सत्ता से बाहर होने की ओर इशारा करता है ।

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