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तेजपुर: असम के तेजपुर में गुरुवार की रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। रात करीब 10 बजकर 13 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.4 मापी गई। इस बात की जानकारी नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने दी। बता दें कि भूकंप में किसी के हताहत या नुकसान की कोई सूचना नहीं है।

बीते कुछ महीनों में असम में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। वहीं, तेजपुर में बीते दो महीनों में भूकंप का यह दूसरा झटका है। इससे पहले 8 जुलाई को असम से 49 किमी दक्षिण-पूर्व में तेजपुर में दोपहर 2.26 बजे भूकंप आया था। तब रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 2.7 मापी गई थी।

 

 

 

गुवाहाटी: असम में सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (अफस्पा) को छह महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। राज्य सरकार ने मंगलवार को जानकारी दी कि इस अधिनियम को 18 अगस्त से छह और महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। 

राज्य सरकार की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि पूर्वोत्तर में सुरक्षा बलों पर हालिया विद्रोही हमलों और असम के विभिन्न क्षेत्रों से अवैध हथियारों और गोला-बारूद की बरामदगी के कारण राज्य को अशांत क्षेत्र घोषित किया गया है।

यह कानून सुरक्षा बलों को बिना किसी पूर्व सूचना कार्रवाई करने और किसी को भी कहीं भी गिरफ्तार करने का अधिकार देता है। यह कानून असम में नवंबर 1990 से जारी है।

गुवाहाटी: असम में बाढ़ के हालात में थोड़ा सुधार हुआ है और रविवार (16 अगस्त) को राज्य में इस आपदा से प्रभावित लोगों की संख्या में कमी आई। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी बुलेटिन में कहा गया कि धेमाजी, लखीमपुर और बक्सा जिलों में रविवार को बाढ़ से कुल 11,812 लोग प्रभावित हुए, जबकि इससे एक दिन पहले 13,300 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए थे।

प्राधिकरण ने कहा कि लखीमपुर सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जहां 9,600 लोगों को बाढ़ का दंश झेलना पड़ा है, वहीं धेमाजी में 1,912 और बक्सा में 300 लोग रविवार को प्रभावित हुए हैं। बुलेटिन में बताया गया कि असम में 31 गांव और 1,630 हेक्टेयर खेतों में फैली फसल जलमग्न है।इसमें कहा गया कि जोरहाट के निमतीघाट और सोनितपुर जिले के तेजपुर में ब्रह्मपुत्र खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं, इसकी सहायक नदियां धनसिरी और जिया भराली क्रमश: गोलाघाट जिले के नुमालीगढ़ तथा सोनितपुर के एनटी रोड क्रॉसिंग में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।

गुवाहाटी: असम में बाढ़ के हालात मंगलवार (11 अगस्त) को थोड़े बिगड़ गए और राज्य के तीन जिलों में करीब 14,000 लोग अब भी बाढ़ से जूझ रहे हैं। एक सरकारी बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। इससे पहले राज्य के चार जिलों में 9,200 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित थे। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार धेमाजी, बकसा और मोरीगांव जिलों में बाढ़ के कारण 13,800 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। सर्वाधिक बुरी तरह प्रभावित धेमाजी में 12,000 से अधिक लोग पीड़ित हैं जिसके बाद बकसा में 1,000 और मोरीगांव में 800 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।

असम में इस साल बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 136 लोगों की जान जा चुकी है जिनमें 110 लोग बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में मारे गए और 26 लोगों की मौत भूस्खलन में हो गई। प्राधिकरण के अनुसार इस समय 89 गांव जलमग्न हैं और पूरे राज्य में 5,984 हेक्टेयर खेतों में खड़ी फसल तबाह हो गई है।

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