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गुवाहाटी: कोरोना संकट के चलते देशभर में लॉकडाउन लागू है। सरकार ने पिछले दिनों राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी जिलों को रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन में बांटा था। जिसके अनुसार असम के 30 जिलों को ग्रीन जोन में रखा गया था। लेकिन पिछले कुछ दिनों से जिस प्रकार से गुवाहटी समेत असम के ग्रीन जोन इलाकों में कोरोना के मामले बढ़े हैं, उसने चिंता बढ़ा दी है। राज्य की भाजपा सरकार ने केंद्र सरकार के जोन सिस्टम को मानने से इंकार कर दिया है।

जानकारी के अनुसार असम के गुवाहटी समेत ग्रीन जोन इलाकों में पिछले दो दिनों में कोरोना के 28 नए मामलों की पुष्टि हुई है और एक व्यक्ति की जान भी जा चुकी है। लॉकडाउन 4.0 एलान से पहले असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत सरमा ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि अब ग्रीन, रेड व ऑरेंज जोन के फॉर्मूले का पालन नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि जिन इलाकों में कोरोना के नए मामले मिले हैं, उन्हें पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा। जबकि राज्य के दूसरे हिस्सों में आर्थिक गतिविधियां शुरू की जाएंगी। बता दें कि लॉकडाउन 4.0 के लागू होने से पहले राज्यों में पाए जाने वाले कोरोना के मामलों का अध्ययन किया जा रहा है।

गुवाहाटी: असम के वित्त मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने सोमवार को कहा कि अगर बाहर से कोई वित्तीय सहायता नहीं मिली तो राज्य सरकार अपने कर्मचारियों को मई माह का वेतन नहीं दे पाएगी। संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार मई के पहले सप्ताह के बाद अप्रैल के वेतन का भुगतान करने में सक्षम होगी, लेकिन इसके बाद सरकार वेतन नहीं दे पाएगी। उन्होंने कहा, 'हमारे लिए मई महीना बहुत मुश्किल है। मुझे नहीं पता कि राजकोष कैसे संचालित होगा। फिर भी हम सात मई के बाद वेतन का भुगतान करने में सक्षम होंगे।' हालांकि, बिश्व सरमा ने कहा कि जून में अगर कोई मदद नहीं मिलती है तो हम बकाये का भुगतान करने की स्थिति में नहीं हो सकते हैं।

उन्होंने कहा, 'अगर हमें बाहर से वित्तीय सहायता नहीं मिलती है तो हमारे लिये वेतन का भुगतान करना मुश्किल होगा।' उन्होंने बजट प्रस्तावों के बारे में बात करते हुए कहा कि सरकार इस साल अगस्त से अगले साल अप्रैल के बीच इसे लागू करने की कोशिश करेगी। अधिक राजस्व अर्जित करने के लिए कर संरचना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी निर्णय केवल जीएसटी परिषद द्वारा लिया जाएगा।

नई दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान शराब की बिक्री को लेकर कई राज्यों में सवाल उठते रहे हैं। चाहे वो हरियाणा में लॉकडाउन के बाद में शराब की बिक्री जारी रहने का मामला हो या फिर केरल में आत्महत्या के बढ़ते मामलों को लेकर डॉक्टर की सलाह लोगों को शराब मुहैया करने का। लॉकडाउन के बीच नार्थ ईस्ट के दो राज्य असम और मेघालय ने सोमवार से शराब की दुकानें खोलने का फैसला किया है। रविवार को जारी एक आदेश में, असम आबकारी विभाग ने शराब की दुकानों, थोक गोदामों, बोतल प्लांट, भट्टियों को सोमवार से खोलने की अनुमति दी। हालांकि बार बंद रहेंगे।

दुकानों को "न्यूनतम कर्मचारियों" के साथ काम करने और बोतल और नकदी संभालने के दौरान ग्राहकों और कर्मचारियों को हैंड सैनिटाइज़र देने के लिए कहा गया है थोक गोदामों, बोतल प्लांट, ब्रुअरीज और डिस्टिलरों को अपने नियमित कर्मचारियों और श्रमिकों के 50% से काम चलाना होगा। उन्हें परिसर या नजदीकी स्थान पर रहने के लिए कर्मचारियों की व्यवस्था भी करनी होगी।

गुवाहाटी: देश में कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन जारी है। कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखने हुए 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की गई थी, जिसे बढ़ाने पर विचार हो रहा है। कई राज्यों ने 30 अप्रैल तक लॉकडाउन को बढ़ा दिया है। इस बीच असम और मेघालय की सरकार ने सोमवार से शराब की दुकानों को खोलने का फैसला लिया है। असम में शराब की दुकानें सप्ताह में सातों दिन खुलेंगी, जबकि मेघालय में अभी तक सिर्फ शुक्रवार तक खोलने का ही फैसला लिया गया है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा जाएगा। वहीं, मेघालय में दूर दराज में रहने वाले लोगों को होम डिलिवरी की सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी।

उधर, जम्मू में लॉकडाउन (बंद) में भी अज्ञात चोर एक शराब की दुकान में सेंधमारी कर नगदी और शराब की बोतलें चुरा ले गए। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह दुकान शहर के बीचो बीच आमफाला चौक पर है। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने दुकान के पीछे की दीवार तोड़ सेंधमारी की। इसके बारे में आज सुबह पता चला।

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