नई दिल्ली: शुक्रवार को चक्रवाती तूफान फेनी ने ओडिशा में भीषण तबाही मचाई। राज्य के कई इलाके जलमग्न हो गए। तूफान से अब तक 8 लोगों के मारे जान की खबर है, जबकि 150 से ज्यादा संख्या में लोग घायल हुए हैं। पुरानी इमारतों, कच्चे घरों, अस्थायी दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। बिजली और टेलिकॉम सेवा पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है। भारी बारिश के कारण प्रभावित इलाकों में स्थित घर डूब गये। वहीं, भुवनेश्वर में एयरपोर्ट तथा एम्स में काफी नुकसान हुआ है। तूफान के कारण एम्स भुवनेश्वर में एक इमारत की छत का एक हिस्सा टूट गया, लेकिन सभी छात्र, स्टॉफ और मरीज सुरक्षित बताए गए हैं। 'फेनी' के चलते भुवनेश्वर में एम्स पीजी 2019 परीक्षा को रद्द कर दिया गया है।
वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक अब तक कम से कम आठ लोग मृत बताए जा रहे हैं। कई इलाकों से सूचना का इंतजार है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुरी जिले में एक किशोर सहित तीन लोगों,भुवनेश्वर और आसपास के इलाकों में तीन लोगों के मारे जाने की खबर है।
एक कंक्रीट के मलबे की चपेट में आने से नयागढ़ में एक महिला की मौत हो गई जबकि केंद्रपाड़ा जिले में एक राहत शिविर में एक बुजुर्ग महिला की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
आंध्र प्रदेश में 2000 बिजली के खंभे उखड़े, 218 टावर क्षतिग्रस्त
चक्रवात फेनी के असर के चलते शुक्रवार को पड़ोसी राज्य आंध्रप्रदेश के श्रीकाकुलम के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। वर्षा जनित घटनाओं में नौ मवेशियों और 12 भेड़ों की मौत हो गई। वहीं तेज हवा के चलते 2000 बिजली के खंभे उखड़े गए और मोबाइल फोन के 218 टावर क्षतिग्रस्त हो गए। हालांकि, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
भुवनेश्वर में एम्स पीजी 2019 परीक्षा रद्द
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चक्रवाती तूफान फेनी के कारण भुवनेश्वर में एम्स पीजी 2019 परीक्षा को रद्द किए जाने की शुक्रवार को घोषणा की। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सुदान ने ट्वीट किया कि एम्स पीजी परीक्षा 5 मई को निर्धारित है। चक्रवात फेनी के कारण एम्स दिल्ली भुवनेश्वर में परीक्षा केंद्र रद्द कर रहा है। भुवनेश्वर में परीक्षा रद्द होने से प्रभावित छात्रों के लिए स्थिति सामान्य होने पर जल्द ही एक और परीक्षा आयोजित की जाएगी। सूत्रों के अनुसार चक्रवाती तूफान के कारण एम्स भुवनेश्वर में एक इमारत की छत का एक हिस्सा टूट गया, लेकिन सभी छात्र, स्टॉफ और मरीज सुरक्षित बताए गए।
खाने के पैकेट तैयार
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) बी. पी. सेठी ने बताया कि चक्रवात के कारण गंजाम, पुरी, खोरधा और गजपति जैसे कई तटीय जिलों में प्रचंड हवा चल रही है। विमान से गिराने के लिए एक लाख से अधिक भोजन के पैकेट तैयार किए गए हैं। इसके लिए दो हेलीकॉप्टर भेजने का अनुरोध किया गया है। सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
सेना की तैयारी
भारतीय तटरक्षक बल ने विशाखापत्तनम, चेन्नई, गोपालपुर, हल्दिया, फ्रासेरगंज और कोलकाता में विभिन्न स्थानों पर 34 आपदा राहत टीमों को तैनात किया है। उसने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए चार जहाजों को भी तैनात किया है। भारतीय नौसेना ने भी राहत सामग्री और मेडिकल टीमों के साथ तीन जहाजों को तैनात किया है ताकि ओडिशा के तट पर चक्रवात के पहुंचने के बाद वह राहत अभियान शुरू कर सकते हैं। नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डी के शर्मा ने बताया कि हवाई सर्वेक्षण के लिए कई विमानों को भी तैयार रखा गया है। जरूरत पड़ने पर बचाव अभियान और राहत सामग्री गिराने के लिए हेलीकॉप्टरों को भी तैयार रखा गया है।
सैन्य बल की तैयारी
- 60 टीमें एनडीआरएफ की तैनात की गईं
- 25 टीमों को तैयार रखा है एनडीआरएफ ने
- 45 सदस्य हैं हर एक टीम में
- दो सी-17 विमान तैनात, दो सी-130 और चार एएन-32 विमान तैयार
- छह पोत तैनात किए तटरक्षक बल ने, छह पोतों को तैयार रखा
ईंधन की निर्बाध आपूर्ति की पूरी तैयारी: आईओसी
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने शुक्रवार को कहा कि उसने चक्रवात से जूझ रहे राज्यों ओडिशा और पश्चित बंगाल में पेट्रोल, डीजल, एलपीजी, किरोसिन और विमानन ईंधन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक प्रबंध किए हैं। उसका परिचालन इन दोनों राज्यों में लगभग सामान्य है और आपूर्ति जारी है। कंपनी राहत एवं बचाव कार्यों में भी जिला प्रशसनों के साथ सक्रियता से सहयोग कर रही है।
मुख्यमंत्री ने अपील की
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने चक्रवात के दौरान लोगों से घर में रहने की अपील की है। और कहा कि लोगों की सुरक्षा के लिए सभी प्रबंध कर लिए गए हैं।
विमान कंपनियां तत्काल कदम उठाएं
नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि सभी विमानन कंपनियों को चक्रवात फेनी से प्रभावित यात्रियों की चिंताओं के समाधान के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया कि हम चक्रवाती तूफान फेनी के कारण फंसे लोगों की मदद करने के लिए तैयार हैं। प्रभावित यात्रियों की सहायता के लिए नियंत्रण कक्ष, हेल्पलाइन सेवाएं चालू हैं। सभी विमानन कंपनियों को चक्रवात फेनी से प्रभावित यात्रियों की चिंताओं के समाधान के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।
सुबह आठ बजे तूफान ने दी दस्तक
अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान फेनी ने सुबह करीब आठ बजे पुरी में दस्तक दी। फेनी का अर्थ है 'सांप का फण। भारी बारिश के साथ प्रचंड हवा ने तीर्थ नगरी में झोपड़ियों को लील लिया। भारी बारिश के कारण प्रभावित इलाकों में स्थित घर डूब गये। विशेष राहत आयुक्त बी. पी. सेठी ने कहा कि पुरी, नयागढ़ और केंद्रपाड़ा जिलों में तीन लोगों के मरने की खबर है।
दर्दनाक मौत
पुरी में एक किशोर लड़के के ऊपर पेड़ के गिर जाने से उसकी मौत हो गयी। नयागढ़ में कंक्रीट के बने एक ढांचे से उड़ रहे मलबों की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गयी जबकि केंद्रपाड़ा जिले में एक राहत शिविर में दिल का दौरा पड़ने से बुजुर्ग महिला की मौत हो गयी।
चक्रवात का केंद्र
बिस्वास ने बताया कि चक्रवात का केंद्र करीब 28 किलोमीटर दूर है और वह 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। पुरी और आसपास के इलाकों में 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है जो 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को छू सकता है।
अब तक का सबसे बड़ा बचाव कार्य
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के डीआईजी रणदीप राणा ने कहा कि एहतियात बरतने की वजह से अब तक अधिक लोगों के हताहत होने की खबर नहीं है। राज्य प्रशासन ने चक्रवात से दो दिन पहले करीब 10,000 गांवों और 52 शहरी इलाकों से करीब 11 लाख लोगों को हटा लिया था जो देश में प्राकृतिक आपदा के समय संवेदनशील जगहों से लोगों को निकालने का संभवत: अब तक का सबसे विशाल स्तर पर किया गया बचाव कार्य है।
4000 से अधिक शिविर
ये सभी लोग 4,000 से अधिक शिविरों में ठहरे हुए हैं जिनमें से विशेष रूप से चक्रवात के लिये बनाये गये 880 केंद्र शामिल हैं। सेठी ने बताया कि चक्रवाती तूफान के दस्तक देने के बाद से यह खुर्दा, कटक, जयपुर, भद्रक और बालेश्वर की ओर बढ़ रहा है। इसके बाद यह पश्चिम बंगाल में दस्तक देगा। उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर में 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।
कनेक्टिविटी ठप
राज्य की राजधानी भुवनेश्वर एवं अन्य कई इलाकों में संचार लाइनें बाधित हो गयी हैं। मोबाइल टावर क्षतिग्रस्त हो गये हैं और कई जगहों पर बिजली की आपूर्ति काट दी गयी है। भुवनेश्वर से मिली खबर के अनुसार कई पेड़ टूटकर गिर गये हैं जिससे सड़कें बाधित हो गयी हैं। ओडिशा में फेनी के दस्तक देने के बाद पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल भी इसके प्रकोप से खुद को बचाने के लिये तैयारी कर रहा है।
हवाईअड्डे बंद
भुवनेश्वर और कोलकाता में हवाईअड्डे बंद कर दिये गये हैं। नयी दिल्ली स्थित विमानन नियामक संस्था डीजीसीए ने बताया कि कोलकाता हवाईअड्डे पर शुक्रवार दिन में तीन बजे से शनिवार सुबह आठ बजे तक न तो कोई विमान हवाईअड्डा पर उतरेगा और न ही वहां से उड़ान भरेगा। नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने शुक्रवार को कई ट्वीट कर बताया कि सभी एयरलाइनों को चक्रवात फेनी से प्रभावित यात्रियों की चिंताओं पर निश्चित रूप से तत्काल जवाब देना चाहिए।