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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) समाज के लोग डॉ. बीआर अंबेडकर और उनके संविधान को अपमानित करने वालों को हमेशा के लिए सत्ता से बाहर कर देंगे। सपा नेता ने कहा कि प्रभुत्वादी हमेशा से बाबा साहब के खिलाफ रहे हैं और समय-समय पर उनके अपमान के लिए तिरस्कार पूर्ण बयान देते रहें हैं। उन्होंने कभी भी बाबा साहब के 'सबकी बराबरी के सिद्धांत' को स्वीकार नहीं किया।

प्रभुत्वादी हमेशा से बाबा साहब के रहे हैं खिलाफ: अखिलेश यादव 

अखिलेश यादव ने संसद में आंबेडकर के खिलाफ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की विवादित टिप्पणी को लेकर देशव्यापी आंदोलन के बीच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “अपमान की इस प्रथा को तोड़ने के लिए अब पीडीए समाज के हर एक व्यक्ति ने ठान लिया है कि वह सामाजिक एकजुटता से राजनीतिक शक्ति प्राप्त कर अपनी सरकार बनाएंगे और बाबा साहब और उनके संविधान को अपमानित करने वालों को सत्ता से बाहर कर देंगे।”

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): संसद में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को लेकर गृहमंत्री अमित शाह के बयान का विरोध जारी है। इसे लेकर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) मुखिया मायावती ने भी राष्ट्रव्यापी आंदोलन का एलान किया है। उन्होंने कहा कि 24 दिसंबर को राष्ट्रव्यापी आंदोलन किया जाएगा।

बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि देश के दलित, वंचित व अन्य उपेक्षितों के आत्मसम्मान व मानवीय हकूक के लिए अति-मानवतावादी व कल्याणकारी संविधान के रूप में असली ग्रंथ के रचयिता बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर भगवान की तरह परमपूजनीय हैं। उनका अमित शाह द्वारा किया गया अनादर लोगों के दिलों को आहत पहुंचाता है।

उन्होंने आगे लिखा कि ऐसे महापुरुष को लेकर संसद में इनके द्वारा कहे गए शब्दों से पूरे देश में सर्व समाज के लोग काफी उद्वेलित, आक्रोशित व आंदोलित हैं। अम्बेडकरवादी बीएसपी ने इस क्रम में उनसे बयान वापस लेने व पश्चाताप करने की मांग की है, जिस पर अभी तक भी अमल नहीं किया जा रहा है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ‘बीजेपी की सरकार अमीरों की सरकार है’ और इसके शासन में गरीबों, किसानों और मजबूरों का सिर्फ और सिर्फ अपमान हुआ है।

सपा प्रमुख की यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद आई है। वीडियो में एक राजस्व अधिकारी अमेठी में एक किसान पर कथित रूप से हमला करते हुए दिखाई दे रहा है।

यादव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में वीडियो साझा करते हुए कहा, “ये है बीजेपी सरकार के असली ‘किसान सम्मान’ का वीडियो।” उन्होंने कहा कि बीजेपी किसान विरोधी थी, है और हमेशा रहेगी।

अखिलेश ने आरोप लगाया कि बीजेपी की सरकार अमीरों की सरकार है और इसके शासन में गरीबों, किसानों और मजबूरों का सिर्फ और सिर्फ अपमान ही हुआ है। वायरल वीडियो में खाकी वर्दी पहने एक व्यक्ति को कथित तौर पर डंडे से पीटते हुए देखा जा सकता है।

संभल: संभल में मंदिर मस्जिद का विवाद शांत हुआ तो बिजली पर बवाल बढ़ गया है। इस विवाद के केंद्र में समाजवादी पार्टी सांसद जिया उर्ररहमान बर्क हैं और उन पर बिजली चोरी के आरोप लगे हैं। सासंद जियाउर्ररहमान बर्क के बिल जीरो आने पर अधिशासी अभियंता नवीन गौतम ने बताया कि हमें पहले से शक था, सांसद का मकान काफी बड़ा है। उस तरह का कंजप्शन बिल में नजर नहीं आ रहा है।

हमें शक है, जांच के लिए भेजा है मीटर: अधिशासी अभियंता

संभल अधिशासी अभियंता नवीन गौतम ने कहा कि ये बिल्कुल असंभव है। हमें शक है इसीलिए मीटर को जांच के लिए भेजा गया है। नवीन ने आगे कहा कि इसमें पूरी पॉसिबिलिटी है, किसी छेड़खानी की। एक मीटर को बंद करके दूसरे को चला रहे है, ये भी संभव है। सपा सांसद के मीटर में अगर जांच में अगर टैंपरिंग निकल कर आती है, तो आगे मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा, सांसद के घर जिस तरह के सामान लगे हैं उस हिसाब से कम से कम 3-4 हजार रुपये महीने बिल आना चाहिए। इनके अलग-अलग प्रॉपर्टी पर 5 मीटर हैं, वहां मीटर बदले जाएंगे।

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