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कप्तानगंज (बस्ती): एक चाय की दुकान पर हुए मामूली विवाद को लेकर अयोध्या जा रहे कांवडि़ए शनिवार को हिंसक हो गए। उस दौरान फोर लेन से जो भी गुजरा, उन्होंने उसकी गाड़ी तोड़ी और मारा पीटा। गोरखपुर के जिला जज की गाड़ी को भी तोड़ते हुए उन्होंने उन पर और साथ मौजूद एसीजेएम पर हमला बोल दिया। कई सिपाहियों को भी दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। जिला जज के गनर संजय चौहान की तहरीर पर अज्ञात कांवडि़यों के खिलाफ मारपीट, बलवा, तोड़फोड़, 7 सीएलए, सरकारी काम में बाधा आदि की धाराओं में रपट दर्ज की गई है। सौ से अधिक उग्र कांवडि़ये करीब पौन घंटे तक तांडव मचाते रहे। उन्होंने कई अफसरों की गाड़ी और पांच नागरिकों की बाइक तोड़ दी। उनके आतंक से कस्बे की दुकानें बंद हो गईं। वहां मौजूद पुलिस वाले डर कर भाग गए या तमाशबीन बने रहे। कांवडि़ए इतने उग्र थे कि उन्होंने अफसरों की नीली बत्ती लगी गाडि़यों को भी नहीं बख्शा। उन्होंने सीआरओ बस्ती व गोरखपुर से ड्यूटी में आए सीओ सुखवीर सिंह की गाड़ी को भी तोड़ डाला। तांडव की सूचना पा कर पांच थानों की फोर्स के साथ पुलिस और प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंच गए लेकिन लगभग 45 मिनट तक वे बेबस बने रहे। कई गाडि़यों के सायरन की आवाज सुन कांवडि़यों ने समझा कि पीएसी आ रही है। तब वे खुद से तितर-बितर हो गए। इसके बाद फोर्स ने फोर लेन पर हालात सामान्य किया। घंटे भर बाद डीएम, एसपी भी आ गए। उन्होंने फोर्स और अफसरों को जरूरी निर्देश दिए।

मऊ: मायावती पर टिप्पणी कर चर्चा में आए भाजपा के निष्कासित नेता दयाशंकर को शुक्रवार की देर शाम सीजेएम प्रमोद कुमार सिंह के यहां पेश किया गया। जहां से दयाशंकर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। दयाशंकर ने अंतरिम जमानत भी मांगी थी जिसे अदालत ने खारिज कर दिया। दयाशंकर ने मऊ में ही मायावती पर टिप्पणी की थी लेकिन बसपा की तरफ से लखनऊ के हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। वहां से मुकदमा मऊ ट्रांसफर कर दिया गया था। भाजपा उपाध्यक्ष बनने के बाद अपने गृह जिले बलिया जाते समय 19 जुलाई को दयाशंकर ने मऊ में मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। अगले ही दिन मामला राज्यसभा में उठा और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ ही दयाशंकर ने भी माफी मांग ली थी। इसके बाद भी बीजेपी ने दयाशंकर को सभी पदों से हटाते हुए पार्टी से भी निष्कासित कर दिया था। अगले ही दिन बसपा ने लखनऊ में प्रदर्शन किया और दयाशंकर के खिलाफ हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। तभी से लगातार दयाशंकर की तलाश हो रही थी। शुक्रवार की दोपहर करीब दो बजे यूपी एसटीएफ ने बक्सर पुलिस के सहयोग से दयाशंकर को बिहार के बक्सर रेलवे स्टेशन के पास चीनी मिल मोहल्ले से गिरफ्तार कर लिया। दयाशंकर यहां किसी रंजीत सिंह के घर छिपे हुए थे। बक्सर से शाम करीब पांच बजे एसटीएफ की टीम पांच गाडि़यों के काफिले के साथ दयाशंकर को लेकर मऊ पुलिसलाइन पहुंची।

लखनऊ: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी में गुटबाजी के खिलाफ कड़ा संदेश देते हुए आज (शुक्रवार) कार्यकर्ताओं से अपनी ताकत को पहचानने का आहवान किया और संदेश दिया कि जमीन पर रहकर जनता के बीच रहने वाले कार्यकर्ताओं को ही पार्टी में आगे बढ़ाया जाएगा। राहुल ने ‘यूपी उद्घोष’ कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं के सवालों के जवाब देते हुए केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर सिर्फ कुछ गिने-चुने उद्योगपतियों के लिये काम करने का आरोप लगाते हुए उस पर तल्ख हमले किये।कांग्रेस उपाध्‍यक्ष ने कहा है कि पार्टी महंगाई के खिलाफ जनआंदोलन करेगी। किसानों को उनका हक दिलाने के लिए संघर्ष किया जाएगा। उन्‍होंने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मोदी सरकार सिर्फ गिने-चुने उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव से पहले जितने भी वादे किए थे वे सिर्फ झूठे थे। ‘मिशन-2017’ के लिये कांग्रेस की नयी टीम के गठन के बाद पहली बार लखनऊ आए राहुल ने प्रदेश संगठन में गुटबाजी के सवाल पर स्पष्ट संदेश देते हुए कहा ‘‘उत्तर प्रदेश को पहले नम्बर पर लाना हमारा लक्ष्य है। हमारा जो रास्ता और दिशा है उसे लेकर कांग्रेस के अंदर आमराय है। अगर कोई उसके खिलाफ काम करेगा, चाहे वह कितना ही बड़ा हो, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव को एक योजना बनाकर लड़ेगी। उसमें हर नेता को कोई ना कोई जिम्मेदारी दी जाएगी। नेता को जमीन पर उतरकर महीने में 20-25 दिन लड़ना पड़ेगा। जो लोग जमीन पर और जनता के बीच दिखाई देंगे।

नई दिल्ली: समाजवादी सांसद धर्मेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा की सरकारों का किसान के हितों के बारे में कोई स्पष्ट नजरिया नही है। दोनों पार्टियों की सरकारों ने किसानों को कमजोर किया है। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों को मजबूत नही किया जाएगा, तब तक खाद्यान्न, मंहगाई समेत अन्य संकटों का निराकरण संभव नही है। यादव गुरूवार को लोकसभा में मंहगाई पर हुई बहस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यह मेरा तीसरा कार्यकाल है, इस दौरान लगभग हर सत्र में मंहगाई चर्चा हुई है। फर्क सिर्फ यह है कि पहले भाजपा के लोग इधर से सवाल उठाते थे और कांग्रेस उधर से जबाव देती थी। अब वही तर्क भाजपा वाले दे रहे है। उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि देश की आर्थिक स्थिति, किसानों की स्थिति, बर्ड बैंक और मुद्रा स्फिति के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्तमंत्री वाकिफ नही थे। अगर आप वाकिफ नही थे, तो आपने क्यों कहा कि एक मौका हमें दें, हम परिवर्तन ला देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने दो लाख करोड़ रूपये पेट्रोलियम मूल्य के कारण बचाए हैं और किसान को पांच हजार रूपये के फसल बीमा देने का ढिंढोरा पीट रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए 20 हजार करोड़ रूपये से ज्यादा बजट का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि जब तक उत्पादन लागत और बाजार मूल्य में अंतर रहेगा, तब तक मंहगाई को नही रोका जा सकता।

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