ताज़ा खबरें
बजट को लेकर खड़गे का तंज: 900 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली
बजट में खोखले नारे देकर जनता को धोखा देने की है कोशिश: कांग्रेस
विकसित भारत की बात जुमला,ध्यान भटकाने का प्रयास: अमिताभ दुबे
गुजरात दंगे की पीड़िता जाकिया जाफरी का 86 साल की उम्र में निधन
आयकर में छूट, किसानों-एमएसएमई सेक्टर के लिए कई अहम एलान
12 लाख तक की सालाना आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा: वित्त मंत्री

लखनऊ: यहाँ एक अदालत ने बसपा अध्‍यक्ष मायावती के खिलाफ अमर्यादित शब्‍दों का इस्‍तेमाल करने के आरोपी भाजपा से निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह के विरुद्ध गैर जमानती वारंट और कुर्की के आदेश जारी कर दिए हैं। यह आदेश लखनऊ के सीजेएम कोर्ट ने जारी किया है। गौरतलब है कि मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने दयाशंकर के खिलाफ केस दर्ज कराया है। भाजपा ने बसपा मुखिया मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के कारण सिंह को पार्टी के प्रान्तीय उपाध्यक्ष के पद से हटाते हुए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। बसपा ने सिंह के खिलाफ एससी एसटी एक्ट एवं आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है और उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर उसके कार्यकर्ताओं और नेताओं ने लखनऊ तथा दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी से निष्‍कासित दयाशंकर सिंह की गिरफ्तारी के लिए लखनऊ में सभी संभावित स्थानों के अलावा बलिया, मऊ व गोरखपुर में भी पुलिस ने दबिश दी हैं पर अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। बसपा ने इस मामले को लेकर लखनऊ में प्रदर्शन भी किया था।

नई दिल्ली: अन्य पिछड़ा वर्ग आरक्षण में क्रीमी लेयर से जुड़ी अधिसूचना पर विपक्ष की आपत्तियों के बीच सरकार ने आज (सोमवार) स्पष्ट किया कि यह 2004 में संप्रग सरकार के दौरान जारी की गई थी और उसी समय से जारी है, साथ ही कहा गया कि मोदी सरकार पिछड़े वर्ग के आरक्षण को कोई क्षति नहीं पहुंचने देगी और अगर क्रीमी लेयर के संबंध में कोई परिवर्तन करना है तो सरकार इसके लिए तैयार है। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान समाजवादी पार्टी के धर्मेन्द्र यादव ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा के परिणाम आने के बाद डीओपीटी ने क्रीमी लेयर की जो व्याख्या की है, उससे काफी संख्या में पिछड़े वर्ग के छात्र प्रभावित होंगे। सरकार को इसे तत्काल वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग आयोग क्रीमी लेयर कि सीमा ११ लाख रुपए करने कि सिफारिश कर चुका है, लिहाज उस सिफारिश को तत्काल लागू किया जाना चाहिए। राजद के जयप्रकाश नारायण यादव ने भी सरकार से इस संबंध फैसला वापस लेने की मांग की। सदन में गृह मंत्री राजनाथ सिंह और संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि वर्तमान सरकार ने इस बारे में कोई नई पहल नहीं की है बल्कि साल 2004 से ही संप्रग सरकार द्वारा पेश प्रावधान को आगे बढ़ाया जा रहा है। यह 2004 से अब तक जारी है। इसमें भाजपा या मोदी सरकार का कोई हाथ नहीं है। राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘ यूपीएससी में चुने गए छात्रों से 2004 से ही इस बारे में जानकारी मांगी जाती रही है। यह जानकारी इसलिए मांगी जाती है ताकि भविष्य में कोई अदालत में न चला जाए या कोई अदालती वाद न बन जाए।’’

भदोही: यहाँ माधोसिंह स्टेशन के पास आज (सोमवार) सुबह स्कूली वैन की पैसेंजर से टक्कर में 7 बच्चों की मौत हो गई और करीब 10 बच्चे घायल हो गए। घटना मानवरहित रेलवे क्रासिंग पर हुई। गुस्साए ग्रामीणों ने वैन में आग लगा दी और वाराणसी-इलाहाबाद रेल रूट को ठप कर दिया है। सुबह करीब पौने आठ बजे टेंडर हर्ट स्कूल घोसिया की वैन औराई और आसपास के बच्चों को लेकर स्कूल लौट रही थी। माधोसिंह-कटका स्टेशन के तैयरमोड़ मानवरहित रेलवे क्रासिंग को पार करते समय मडुवाडीह-इलाहाबाद पैसेंजर से वैन टकरा गई। टक्कर होते ही वैन के परखच्चे उड़ गए। तेज आवाज सुनकर मौके पर पहुंच ग्रामीणों ने राहत कार्य शुरू किया। इससे पहले की सभी को अस्पताल पहुंचाया जाता छह बच्चों की मौत हो चुकी थी। घायल कुछ बच्चों को इलाके के निजी अस्पताल और कुछ को वाराणसी भेजा गया है। वैन का चालक भी बुरी तरह घायल है। सभी बच्चे दस साल से कम उम्र के हैं। गुस्साए ग्रामीणों ने वैन को आग के हवाले कर दिया और जगह-जगह स्लीपर रखकर ट्रेनों का आवगमन भी ठप कर दिया है।

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती से हाल में बगावत करके अलग होने वाले पूर्व पार्टी महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को 'गाली प्रकरण' की निन्दा करते हुए बसपा मुखिया पर दलितों के लिए नहीं बल्कि सिर्फ अपने लिए संघर्ष करने का आरोप लगाया। मौर्य ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि लोकतंत्र और राजनीति में गाली-गलौज तथा हिंसा का कोई स्थान नहीं है। गाली सुनने वाले को न केवल मानसिक पीड़ा पहुंचती है, इसलिये भाजपा के निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह द्वारा मायावती के प्रति कहे गये अपशब्द और अपमानजनक टिप्पणी जितनी निन्दनीय, अमर्यादित और अलोकतांत्रिक है। उतना ही बसपा कार्यकर्ताओं द्वारा सिंह के परिजनों के प्रति की गयी नारेबाजी और अपशब्द निंदनीय तथा अमर्यादित हैं। उन्होंने कहा कि मायावती दलितों के लिये नहीं बल्कि सिर्फ अपने लिये संघर्ष करती हैं। उनके प्रति कहे गये अपशब्द उनका व्यक्तिगत मसला है, इसका दलितों से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन इसके बावजूद उन्होंने पूरी बसपा को इसके खिलाफ संघर्ष में उतार दिया है। मौर्य ने कहा कि मायावती ने कभी दलितों से जुड़ी समस्याओं के लिये जनान्दोलन का रास्ता नहीं अख्तियार किया। पार्टी नेताओं के कहने पर भी वह इसके लिये कभी तैयार नहीं हुई। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं के प्रति उदासीन रहने वाली बसपा और भाजपा ने आज केवल गाली का जवाब गाली का मुद्दा बनाकर जनान्दोलन का रास्ता पकड़ लिया है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख