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बजट को लेकर खड़गे का तंज: 900 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली

नई दिल्ली: समाजवादी सांसद धर्मेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा की सरकारों का किसान के हितों के बारे में कोई स्पष्ट नजरिया नही है। दोनों पार्टियों की सरकारों ने किसानों को कमजोर किया है। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों को मजबूत नही किया जाएगा, तब तक खाद्यान्न, मंहगाई समेत अन्य संकटों का निराकरण संभव नही है। यादव गुरूवार को लोकसभा में मंहगाई पर हुई बहस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यह मेरा तीसरा कार्यकाल है, इस दौरान लगभग हर सत्र में मंहगाई चर्चा हुई है। फर्क सिर्फ यह है कि पहले भाजपा के लोग इधर से सवाल उठाते थे और कांग्रेस उधर से जबाव देती थी। अब वही तर्क भाजपा वाले दे रहे है। उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि देश की आर्थिक स्थिति, किसानों की स्थिति, बर्ड बैंक और मुद्रा स्फिति के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्तमंत्री वाकिफ नही थे। अगर आप वाकिफ नही थे, तो आपने क्यों कहा कि एक मौका हमें दें, हम परिवर्तन ला देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने दो लाख करोड़ रूपये पेट्रोलियम मूल्य के कारण बचाए हैं और किसान को पांच हजार रूपये के फसल बीमा देने का ढिंढोरा पीट रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए 20 हजार करोड़ रूपये से ज्यादा बजट का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि जब तक उत्पादन लागत और बाजार मूल्य में अंतर रहेगा, तब तक मंहगाई को नही रोका जा सकता।

यादव ने कहा कि लोहिया जी ने कहा कि दाम बांधो। आपने डेढ गुना समर्थन मूल्य बढाने का वादा किया, लेकिन उसे पूरा नही किया। उन्होंने कहा कि मंहगाई बढ़ी, लेकिन किसान को उसका कोई फायदा नही मिला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बिचैलियों पर काबू पाने में नाकामयाब रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मंहगाई पर काबू पाने के लिए प्रदेश सरकारों को दोषी ठहराती है। यादव ने सवाल किया कि भाजपा शासित किस राज्य ने मंहगाई पर काबू पाया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने जो ख्याब दिखाए हैं, उसका जबाव जनमानस मांग रहा है।

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