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लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में बुधवार को हुए ताजा विद्रोह के तहत दो विधायकों ने बगावत का झण्डा उठा लिया और बसपा मुखिया मायावती पर चुनाव के टिकट के लिये मोटी रकम उगाहने का आरोप लगाया। हालांकि, थोड़ी ही देर बाद दोनों को दूसरी बार पार्टी से निलम्बित कर दिया गया। पलिया से बसपा विधायक हरविंदर कुमार साहनी उर्फ रोमी साहनी और मल्लावां से पार्टी विधायक बृजेश वर्मा ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मायावती मोटी रकम लेकर चुनाव के टिकट बेच रही हैं। इससे पार्टी की बदनामी हो रही है। मायावती की यह उगाही बहुजन समाज के आदर्शों, भीमराव अम्बेडकर और कांशीराम के सिद्धांतों के खिलाफ है। इस बगावत पर फौरी कार्रवाई करते हुए दोनों बसपा विधायकों को पार्टी से निलम्बित करके उन्हें बसपा के किसी भी कार्यक्रम में शामिल ना होने की हिदायत दी गयी है। बसपा के प्रान्तीय अध्यक्ष रामअचल राजभर ने साहनी को जनता के बजाय अपने कारोबार पर ध्यान देने की सजा उनका टिकट काटकर दी गयी थी। ऐसा ही वर्मा के साथ भी किया गया था, क्योंकि वह अपने कार्यकर्ताओं के बजाय अपने परिवार को बढ़ावा दे रहे थे। दोनों बसपा विधायकों ने प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया कि गत 6 जुलाई को उन्हें मायावती के आवास पर बुलाया गया था और पार्टी महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बसपा मुखिया की मौजूदगी में उनसे पलिया और मल्लावां सीटों के टिकट के लिये क्रमश: पांच और चार करोड़ रूपये मांगे थे।

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में उत्तर प्रदेश के शिक्षा मित्रों की याचिका पर जस्टिस रोहिंग्टन नरीमन ने सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है क्योंकि वे केस में पैरवी कर चुके हैं। मामले की सुनवाई अब 24 अगस्त को होगी। सुप्रीम कोर्ट ने एक बार साफ किया कि अब किसी को अंतरिम राहत नहीं दी जाएगी और केस में अंतिम बहस होगी। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने आदेश दिया था कि मामले की अगली सुनवाई के दिन एक भी शिक्षामित्र कोर्ट में नहीं आना चाहिए। यदि एक भी शिक्षामित्र कोर्ट में घुसा तो मामले की सुनवाई नहीं की जाएगी। कोर्ट ने यह चेतावनी सुनवाई के दिन शिक्षामित्रों की कोर्ट में होने वाली भीड़ को देखते हुए दी थी। पीठ ने कहा था कि 300 आदमी कोर्ट कक्ष में आ जाते हैं जबकि उसमें 15-20 लोगों के खड़े होने की जगह है। ऐसे में सुनवाई बहुत मुश्किल हो जाती है। वहीं कुछ लोग ऐसे चेहरे बनाकर खड़े हो जाते हैं। कुछ रोने की स्थिति में होते हैं। ऐसे में हम सुनवाई नहीं कर सकते। कोर्ट ने इससे पूर्व भी कहा था कि सुनवाई के दौरान लोग आंसू बहाने लगते हैं और उम्मीद करते हैं कि उनके पक्ष में फैसले हों। गौरतलब है कि सुनवाई को दौरान सुप्रीम कोर्ट परिसर में मेले का माहौल रहता है। जो शिक्षामित्र कोर्ट में नहीं घुस पाते वे कॉरिडोर को घेरे रहते हैं और जिन्हें कोर्ट रूम का पास नहीं मिल पाता वे सुप्रीम कोर्ट के बाहरी लॉन में टीवी चैनलों के कैमरों के पास पसरे रहते हैं। सुप्रीम कोर्ट पिछले वर्ष से इस मामले को सुन रही है।

कानपुर: उत्तर प्रदेश में 27 साल बाद कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने का दावा करते हुये दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने देर रात यहां कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी चौथे नंबर पर होगी और राज्य में कांग्रेस की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि पिछले 27 बरसों में सपा, बसपा और भाजपा के शासन काल में उत्तर प्रदेश लगातार पिछड़ता ही चला गया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने कहा कि दिल्ली को पहले मुगलों ने बनाया और फिर अंग्रेजों ने उसे खड़ा किया लेकिन दिल्ली को संजाने सवारने का काम शीला दीक्षित ने किया। इसी तरह वह उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनने के बाद उत्तर प्रदेश का विकास करेंगी । दिल्ली से चली कांग्रेस पार्टी की यात्रा रात सवा ग्यारह बजे कानपुर के घंटाघर पहुंची । राजबब्बर ने कानपुर के सांसद मुरली मनोहर जोशी को निशाना बनाते हुये कहा कि वह कभी कभार ही कानपुर आते है और उन्हें कानपुर के विकास से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सभी पार्टियां जाति आधारित राजनीति करती हैं लेकिन कांग्रेस हर उस आदमी, नौजवान, बेरोजगार, किसान और महिला के साथ है जिन्हें उनका हक नहीं मिला है।

हरदोई/कन्नौज: कांग्रेस की 27 साल, यूपी बेहाल यात्रा में सोमवार को हरदोई और कन्नौज में कांग्रेसियों में काफी उत्साह नज़र आया। खराब मौसम के बावजूद जगह-जगह स्वागत और उमड़े हुजूम से कांग्रेस नेता गदगद दिखे। यात्रा में शामिल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर, यूपी प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने सत्तारूढ़ सपा समेत सभी विरोधी पार्टियों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस बार जनता से गठबंधन कर उसके आशीर्वाद से सरकार बनाएगी और 27 साल से बदहाल हो चुके यूपी को संवारेगी। भाजपा और बसपा के लोग गालियां दे रहे हैं। ऐसे लोग लोगों का दिल कैसे जीतेंगे, जो मां-बहन की इज्जत नहीं कर सकते। कन्नौज में पार्टी की सीएम उम्मीदवार शीला दीक्षित के न पहुंचने से कार्यकर्ता निराश दिखे। हालांकि शीला दीक्षित शाम को कानपुर पहुंच गईं। हरदोई की जनसभा में राजबब्बर ने कहा कांग्रेस में लोगों का भरोसा बढ़ा है और वह पिछले 27 साल से यूपी की बदहाली का हिसाब लेने को तैयार है। कहा कि सपा सरकार ने लैपटाप तो बांटे, पर हुनरमंदों को नौकरी नहीं दे सकी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री तालियां बजावाने विदेश जाते हैं। क्योंकि उन्हें पता चल चुका है कि देश की अवाम उनके फरेब को समझ चुकी है, इसीलिए उन्हें अपनी बात कहने के लिए विदेश का रुख करना पड़ रहा है। कन्नौज में राजबब्बर ने कहा कि समाजवाद का नारा देने वाले ही समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। समाजवाद एक ही परिवार में जिंदा है।

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