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बजट में खोखले नारे देकर जनता को धोखा देने की है कोशिश: कांग्रेस
विकसित भारत की बात जुमला,ध्यान भटकाने का प्रयास: अमिताभ दुबे
गुजरात दंगे की पीड़िता जाकिया जाफरी का 86 साल की उम्र में निधन
आयकर में छूट, किसानों-एमएसएमई सेक्टर के लिए कई अहम एलान
12 लाख तक की सालाना आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा: वित्त मंत्री
राष्ट्रपति का सम्मान करती हैं सोनिया जी,बयान तोड़ा-मरोड़ा गया: प्रियंका

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस ने शनिवार को केंद्रीय बजट में अर्थव्यस्था से जुड़े संकट के समाधान के लिए कुछ नहीं होने का आरोप लगाया और कहा कि गोली लगने के घाव पर मरहम पट्टी की गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण की ओर से वित्त वर्ष 2025-26 के लिए पेश किए गए आम बजट पर अपनी प्रतिक्रिया में मोदी ने कहा कि आज देश ‘विकास भी, विरासत भी’ के मंत्र को लेकर चल रहा है और इस बजट में इसके लिए बहुत महत्वपूर्ण और ठोस कदम उठाए गए हैं।

गोली के घाव पर मरहम पट्टी वाला बजट है: राहुल गांधी

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘गोली लगने के घाव के लिए एक मरहम पट्टी!’’ उन्होंने आरोप लगाया कि वैश्विक अनिश्चितता के बीच, हमारे आर्थिक संकट को हल करने के लिए एक आदर्श बदलाव की आवश्यकता है, लेकिन यह सरकार विचारों को लेकर दिवालिया है।

चुनाव वाले बिहार के लिए कई घोषणाएं, पर आंध्र प्रदेश की अनदेखी: जयराम रमेश 

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि आम बजट में केवल आयकरदाताओं के लिए राहत दी गई है।

उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था पर इसका वास्तविक प्रभाव क्या होगा, यह देखना अभी बाकी है।

उन्होंने यह भी कहा कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते बिहार के लिए कई घोषणाएं की गई हैं, जबकि आंध्र प्रदेश की अनदेखी की गई है।

रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘अर्थव्यवस्था इस समय स्थिर वास्तविक मजदूरी, सामूहिक उपभोग में उछाल की कमी, निजी निवेश की सुस्त दरें तथा जटिल और पेचीदा जीएसटी प्रणाली रूपी संकटों से घिरी हुई है। बजट में इन समस्याओं को दूर करने के लिए कुछ नहीं है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि बिहार को घोषणाओं का खजाना मिल गया है। यह स्वाभाविक है क्योंकि साल के अंत में वहां चुनाव होने हैं।’’

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘बजट भारत की लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कुछ नहीं करेगा। सरकार ने समाज के गरीबों और हाशिए पर रहने वाले वर्गों के लिए कोई दृष्टिकोण या राहत नहीं होने के कारण खोखले नारे देकर जनता को धोखा देने की कोशिश की है।’’

उन्होंने दावा किया कि रोजगार सृजन के लिए कोई दृष्टिकोण नहीं, भारत के निवेश माहौल में सुधार के लिए कुछ भी नहीं, किसानों के लिए कोई एमएसपी गारंटी नहीं और मध्यम वर्ग के परिवारों के बजट को नष्ट करने वाली भारी मुद्रास्फीति का मुकाबला करने के लिए कोई रणनीति नहीं।

वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि यह बजट मनरेगा को नष्ट करने का एक और प्रयास दर्शाता है क्योंकि केंद्र उस योजना के लिए आवंटित बजट को बढ़ाने में विफल रहा जो करोड़ों भारतीय नागरिकों को सुरक्षा कवच प्रदान करती है।

कांग्रेस नेता ने दावा किया कि बजट ने यह संदेश दिया है कि यह सरकार केवल अपनी राजनीति के लिए चुनावी हथकंडे अपनाने में सक्षम है, लेकिन आज देश भर में अनुभव किए जा रहे गंभीर आर्थिक संकट का समाधान नहीं कर सकती है।

बजट पर खड़गे ने कहा- महंगाई-बेरोजगारी से जूझ रहा है देश

केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस अध्यक्षक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि एक मुहावरा इस बजट पर बिलकुल सटीक बैठता है - नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली!

पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने मिडिल क्लास से ₹54.18 लाख करोड़ का इनकम टैक्स वसूला है, और अब वह 12 लाख तक का जो exemption दे रहें हैं, उसके हिसाब से वित्त मंत्री खुद कह रहीं हैं कि साल में ₹80,000 की बचत होगी। यानि हर महीने मात्र ₹6,666 की!

पूरा देश महंगाई और बेरोज़गारी की समस्या से जूझ रहा है, पर मोदी सरकार झूठी तारीफ़े बटोरने पर उतारू है।

शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी की केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया

शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्रीय बजट पर कहा, "मैं कहूंगी कि यह मध्यम वर्ग की सबसे बड़ी जीत है, यह 240 सीटें पर आने की जीत है। पिछले 10 सालों से मध्यम वर्ग की मांग रही है कि हम अपनी सैलरी से ज़्यादा टैक्स देते हैं। आज आखिरकार उनकी मांगें सुनी गई हैं, इसलिए मैं इसका स्वागत करती हूं। बिहार के लोग सोच रहे होंगे कि अगर बिहार में हर साल चुनाव होते तो बेहतर होता। बिहार में चुनाव आ रहे हैं, यह दो तरह से पता चलता है जब ध्रुवीकरण शुरू होता है और जब आम आदमी के लिए बजट घोषित होता है..."

ये बिहार के लिए चुनावी बजट तो तैयार नहीं किया गया?: शत्रुघ्न सिन्हा

केंद्रीय बजट 2025 पर टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा," बिहार मेरी ताकत है और बिहार के लिए प्रावधान देखकर मुझे अच्छा लगा, लेकिन चुनाव का समय भी है, तो कही वही सोचकर ये चुनावी बजट तो तैयार नहीं किया गया? बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास तो अच्छा है, लेकिन क्या ये काफी है? बिहार को ध्यान में रखकर बनाया गया ये बजट लॉलीपॉप जैसा लगता है। अब सैलरीड क्लास की बात करें तो छूट 12 लाख की जगह 15 लाख होनी चाहिए थी, लेकिन फिर भी 12 लाख तक हुआ हम इसकी सराहना करते हैं। लेकिन अभी भी बहुत सी चीजों का अध्ययन करने की जरूरत है।"

ये बजट निराशाजनक है, ये सरकार असंवेदनशील हो गई है: प्रमोद तिवारी

कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने केंद्रीय बजट पर कहा, "ये बजट निराशाजनक है और सबसे बड़ी बात है कि ये सरकार असंवेदनशील हो गई है हमने आवाज उठाई कि महाकुंभ में कई लोगों की जान गई है और कुंभ मेले में ये संवेदना व्यक्त करने के लिए तैयार नहीं है शोक प्रस्ताव तक लाने को तैयार नहीं है.."

समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव की बजट पर प्रतिक्रिया

समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव ने केंद्रीय बजट पर कहा, "बजट में कुछ भी नया नहीं था। समाजवादी पार्टी मांग करती है कि सरकार महाकुंभ में जान गंवाने वाले सभी श्रद्धालुओं का ब्यौरा दे। हम राज्य सरकार से मांग करते हैं कि वह त्रासदी के पीछे का कारण बताएं और यह भी बताएं कि क्या वे इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को दंडित करेंगे।"

कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी की बजट पर प्रतिक्रिया

कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्रीय बजट पर कहा, "इसमें किसी वर्ग को कुछ नहीं मिला। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश का नाम तक नहीं लिया। किसानों के लिए कुछ भी नहीं। किसान धरने पर बैठे हैं, उनकी बात, MSP की बात नहीं हुई, यह देश को डूबोने वाला बजट है।"

कांग्रेस सासंद कार्ति चिदंबरम की केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया

कांग्रेस सासंद कार्ति चिदंबरम ने केंद्रीय बजट पर कहा, "हमें कोई भी विवरण देने से पहले बजट को देखना होगा, क्योंकि शैतान हमेशा विवरण में छिपा होता है। नए प्रस्तावों की भरमार है, लेकिन यह भी देखना होगा कि पिछले बजट में जो प्रस्ताव घोषित किए गए थे उनका क्या हुआ?"

बजट पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी की प्रतिक्रिया

बजट पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, "मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि ये भारत सरकार का बजट है या बिहार सरकार का। वित्त मंत्री के पूरे बजट भाषण में क्या बिहार के अलावा किसी और राज्य का नाम सुना? जब आप देश के बजट की बात करते हैं तो उसमें पूरे देश के लिए कुछ होना चाहिए। यह दुखद है कि जिस बैसाखी पर सरकार चल रही है उसे स्थिर रखने के लिए देश के बाकी हिस्सों के विकास को दांव पर लगा दिया गया है।"

बजट पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की प्रतिक्रिया

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, "आज हम चाहते थे कि सरकार कुंभ में हुई मौतों पर चर्चा के लिए कोई फैसला ले। विपक्ष, कांग्रेस चाहती है कि महाकुंभ में जो इतने लोगों की मृत्यु हुई, घायल हुए, उस पर सदन में चर्चा के लिए कोई तारीख तय की जाए। समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, इंडिया गठबंधन दलों ने इस मुद्दे पर सदन से वॉकआउट किया।"

केंद्रीय बजट पर उन्होंने कहा, "जहां तक ​​बजट की बात है, यह वही पुराना बजट है जो हम पिछले 10 सालों से सुनते आ रहे हैं। इसमें न तो गरीब, न किसान और न ही मध्यम वर्ग को कुछ मिलता है। आज का बजट पिछले 10 सालों का सबसे कमजोर बजट रहा है। उन्होंने स्पष्ट रूप से इस बारे में (12 लाख रुपये तक की आय पर कर छूट) कोई जानकारी नहीं दी, यह सरकार का पुराना तरीका है कि वे कुछ दिखाते हैं और जब हम विस्तार से देखते हैं, तो हमें पता चलता है कि कुछ नहीं मिला।"

बजट पर बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह की प्रतिक्रिया

बजट पर बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, "बिहार में चुनाव है इसलिए सपना बेचने का काम जरूर हो रहा है। लेकिन आज किसानों,मजदूरों, गरीबों, छात्रों का जो हालत है, जो महंगाई के मार से पीस रहे हैं उनके लिए तो कुछ नहीं है। इस बजट से कुछ नहीं होने वाला है।"

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