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बदायूं: प्रदेश के नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खान ने आज (रविवार) यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बसपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बादशाह ने एक साल में देश के हर परिवार को करोड़पति बनाने का वादा किया था लेकिन अब वह खुद परदेशी हो गए हैं। मोदी ने विदेशों में ढोल-नगाड़े बजाने का नंगई भरा काम किया है। इस्लामियां इंटर कालेज में आयोजित ई-रिक्शा वितरण समारोह के मौके पर जनसभा को संबोधित करते हुए इन दिनों भाजपा और बसपा के बीच उपजे विवाद पर तंज कसते हुए आजम ने कहा कि दो राजनैतिक दलों के हाथ में जूता है और दोनों एक दूसरे को जूते मार रहे हैं। अब यह दो बदतमीजों में मुकाबला है। उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर इल्जाम था कि हमने मुज्जफनगर दंगा कराया है। हमसे कहते हैं कि पाकिस्तान चले जाए। वह हमें पाकिस्तान नहीं भेजना चाहते हैं, वह हिन्दुस्तान को तोड़ना चाहते हैं। यह बात साबित हो कि दंगा मैंने कराया था तो मुझे कुतुबमीनार की आखिरी मंजिल पर फांसी लगा दो। इस मौके पर सांसद धर्मेन्द्र यादव ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियां निगाईं। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो विकास के वादे किये थे, उन्हें पूरा किया है।

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने दयाशंकर सिंह की गिरफ्तारी ना होने के लिये भाजपा और सत्तारूढ़ सपा की मिलीभगत को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि उनकी पार्टी अब सिंह की गिरफ्तारी की मांग पर समय खराब करने के बजाय सपा और भाजपा का पर्दाफाश करने और जनहित में अगले महीने से प्रदेश में ‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय’ विशाल महारैलियां आयोजित करेगी, जिन्हें वह खुद सम्बोधित करेंगी। इसकी शुरआत 21 अगस्त को आगरा से होगी।उन्होंने अपने खिलाफ भाजपा के निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह द्वारा की गयी कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में पिछले दिनों लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान अपने कार्यकर्ताओं की कथित आपत्तिजनक नारेबाजी पर सफाई दी और इसे लेकर उठे प्रतिवाद को ‘दूषित मानसिकता’ की निशानी बताया। सिंह द्वारा की गयी कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ बसपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन में उनके परिवार की महिलाओं के प्रति कथित आपत्तिजनक नारेबाजी किये जाने को लेकर उठे विवाद के बीच मायावती ने खुद कमान सम्भालते हुए यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘धरना प्रदर्शन में ‘दयाशंकर सिंह, अपनी मां, बहन बेटी को पेश करो’ के नारे लगाये गये थे, उन्होंने इन नारों को दूषित मानसिकता से देखकर मीडिया में प्रचारित कराया है।’ उन्होंने पार्टी महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी का हवाला देते हुए कहा ‘जिस अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल दयाशंकर ने किया, क्या उनकी मां, बहन और बेटी उसे सही ठहराएंगी।

इलाहाबाद: केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आज (शनिवार) कहा कि मायावती के चरित्र पर सवाल उठाने वाली दयाशंकर सिंह की अपमानजनक टिप्पणी ‘‘बेशक निंदनीय’’ थी लेकिन बसपा प्रमुख एवं उनके समर्थकों की प्रतिक्रिया ‘‘उससे भी अधिक आपत्तिजनक’’ है। अनुप्रिया ने कहा, ‘‘इससे कोई इनकार नहीं कि दयाशंकर सिंह द्वारा इस्तेमाल किये गए शब्द बेशक निंदनीय थे। भाजपा ने इसे स्वीकार किया और उन्हें भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष पद से हटाने के साथ ही उन्हें पार्टी से छह वर्ष की अवधि के लिए निष्कासित कर दिया।’’ अपना दल सांसद ने कहा, ‘‘यद्यपि बसपा प्रमुख और उनके समर्थक जिस तरह से प्रतिक्रिया जता रहे हैं वह उससे भी अधिक आपत्तिजनक है।’’ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया ने कहा, ‘‘सिंह ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया वह एक महिला की गरिमा को कमतर करते हैं और इसी कारण से उन्हें पार्टी की ओर से कार्रवाई का सामना करना पड़ा। उन पर पुरूष प्रधान मानसिकता होने का आरोप लगाया गया, जिसमें महिलाओं की गरिमा का कोई मूल्य नहीं, विशेष तौर पर निचली जाति की।’’ अनुप्रिया ने कहा, ‘‘लेकिन यह भयावह है मायावती अपने समर्थकों के अनैतिक अभियान का अनुमोदन कर रही हंै जो भाजपा के निष्कासित नेता के परिवार की महिला सदस्यों के बारे में सार्वजनिक रूप से बहुत ही घिनौने तरीके से अपशब्द कह रहे हैं।’’

लखनऊ: भाजपा के निष्‍कासित नेता दयाशंकर सिंह के परिवार के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी पर बीएसपी प्रमुख मायावती और नसीमुद्दीन सिद्दीकी की गिरफ़्तारी की मांग लेकर भाजपाइयों ने शनिवार को पहले विधानभवन के पास फिर कलेक्ट्रेट घेरकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी बसपा नेता नसीमुद्दीन की गिरफ्तारी की मांग कर नारेबाजी कर रहे थे प्रदर्शनकारी बसपा के आरोपी नेताओं को तुरन्‍त गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। भाजपाइयों के उग्र तेवर देख प्रशासन ने कलेक्‍ट्रेट का गेट बंद करवा दिया था। बाद में सिटी मजिस्‍ट्रेट ने प्रदर्शनकारियों से राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन ले लिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने धरना प्रदर्शन समाप्‍त कर दिया। आईजी जोन ए. सतीश गणेश ने एसएसपी से स्वाति सिंह और उनके परिवार को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। स्‍वाति सिंह ने पुलिस अफसरों से मौजूदा हालात में खुद और परिवार को जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की थी।

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