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बजट को लेकर खड़गे का तंज: 900 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली

मऊ: मायावती पर टिप्पणी के बाद गिरफ्तार भाजपा से निष्कासित दयाशंकर सिंह को आखिकार एसटी/ एसटी कोर्ट से शनिवार को जमानत मिल गई। 45 मिनट तक चली वकीलों की बहस के बाद कोर्ट नंबर चार के जज डॉ. अजय कुमार ने दो जमानतदारों के 50- 50 हजार के बंध पत्र भी लिये। दयाशंकर को बक्सर से गिरफ्तार कर जिला कारागार में लाया गया था। मामले में एससी और एसटी कोर्ट के तहत एडीजे डॉक्टर अजय कुमार की कोर्ट नंबर चार में शनिवार की दोपहर एक बजे सुनवाई शुरू हुई। दोनों पक्षों के वकीलों की 45 मिनट तक चली बहस के बाद जज ने फैसला सुरक्षित कर लिया। शाम चार बजे जमानत मंजूर होने का फैसला आया। फैसले को लेकर कचहरी परिसर में आस लगाये समर्थक ख़ुशी से उछल पड़े।

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार को मंत्रियों, विधायकों व पार्टी कार्यकर्ताओं को एक फिर आड़े हाथों लिए और चेतावनी दी कि ज़मीन पर कब्जे और पैसे लेने से क्या फिर से सरकार बनेगी। सत्ता में आना है तो राज्य सरकार की अच्छी योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाना होगा। जनेश्वर मिश्र के 84वें जन्मदिवस पर गोमतीनगर में उनके नाम पर बने पार्क में शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में मुलायम सिंह अपने पूरे अंदाज़ में नज़र आये। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि जमीन पर कब्जा करना बंद कर दो, अपनी कमियां दूर करो। अगर पैसा ही कमाना है तो व्यापार करो. राजनीति में तो त्याग करना पड़ेगा।’’ यादव ने नाराजगी भरे लहजे में कहा कि नई पीढ़ी के सपा कार्यकर्ता समाजवाद की बुनियाद से वाकिफ नहीं हैं। राजनीति करना सबसे कठिन काम है। राजनीति में आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है। इस मौके पर राज्‍यपाल राम नाईक, मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने भी जनेश्‍वर मिश्र के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। राज्‍यपाल ने कहा कि जनेश्‍वर मिश्र जैसे नेता कम ही होते हैं। मुलायम ने कहा कि मंत्री व अफसर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर रहे हैं। उनकी जायज बातों को भी नहीं सुना जा रहा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जानबूझकर व्‍यस्‍त रखा जा रहा है, ताकि उन तक सच्चाई न पहुंच सके। उन्होंने कहा कि नौजवानों की उपेक्षा हो रही है। उन्हें प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा है। अखिलेश से कहने के बाद भी नौजवानों के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन नहीं किया गया। शिविर नहीं लगेगा तो उन्हें कैसे पता चलेगा समाजवाद क्या है।

लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा है कि वह बुलंदशहर में हाईवे पर हुए गैंग रेप की सीबीआई जांच करवाने के लिए तैयार हैं। जो सियासी दल बंद कमरे में बैठ कर राजनीति कर रहे हैं,वे साजिश कर रहे हैं। हम क्या समझें? मुख्यमंत्री ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि घटना दुखद है,इससे ज्यादा क्या दुखद हो सकता है। शर्मनाक है। सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है। जानकारी मिलने पर कड़े निर्देश दिए। बड़े अफसरों को भेजा। सस्पेंड किया। कहीं कोई कमी दिखाई दी उस पर भी कार्रवाई की। टीमें बनीं है, काम कर रही हैं लेकिन राजनीतिक दल सियासी फायदा उठाना चाहते हैं। मेरे इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऊंचे पदों पर बैठे भाजपा के लोग बंद कमरे में बैठ कर पीडि़त परिवार को क्या समझा रहे हैं। उनके साथ क्या राजनीति कर रहे हैं। पीडि़त परिवार को आखिर वे क्या रास्ता दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में विधानसभा चुनाव हैं। जिन दलों ने काम नहीं किया है। विकास के नाम पर ठनठन गोपाल और निल बटा सन्नाटा हैं। बदायूं में आपने देखा कैसे सरकार को बदनाम किया और क्या निकला। इनकी बंद कमरे की बातें मीडिया को बाहर निकालनी चाहिए। एक सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि बरेली की घटना को इस घटना से नहीं जोड़ना चाहिए। लड़का-लड़की यदि एक-दूसरे को जानते हैं तो क्या दोनों के बीच प्यार नहीं हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि बुलंदशहर की घटना में केंद्र में बैठे मंत्री भी साजिश कर रहे हैं।

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के चकेरी पुलिस स्टेशन की अहिरवां चौकी में गुरुवार दोपहर पुलिस हिरासत में एक दलित की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस घटना के बाद कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ माथुर ने अहिरवां चौकी प्रभारी समेत सभी 14 पुलिसकर्मियों को संस्पेंड कर दिया है तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच के आदेश दे दिए है। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि उसकी मौत पुलिस की पिटाई से हुई है और घर वालों ने इस मामले में चौकी प्राभारी और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ अपहरण और हत्या का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। इस घटना के विरोध में परिजनों ने चकेरी पुलिस स्टेशन के सामने सड़क जाम कर हंगामा किया और पुलिस स्टेशन पर मामूली पथराव भी किया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि कुछ दिनों पहले इलाके में हुई लूट के मामले में पूछताछ के लिए शिव कटरा के 26 वर्षीय कमल वाल्मीकि को बुधवार रात अहिरवां चौकी लाया गया था और उससे पूछताछ की गई थी, उसे अभी गिरफ्तार नहीं किया गया था। गुरुवार दोपहर करीब दो बजे जब एक दो पुलिसकर्मियों को छोड़कर सारे पुलिसकर्मी ड्यूटी पर गए थे, तब उसने संदिग्ध परिस्थितियों में कथित रूप से आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलते ही आनन-फानन में पुलिस के आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए और पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. माथुर ने बताया कि कमल का शव चकेरी की अहिरवां पुलिस चौकी में पाया गया। उसने आत्महत्या की है या उसकी पिटाई के कारण मौत हुई है 

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