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लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने ‘नोटबंदी’ पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ‘नूर उतर जाने’ वाली टिप्पणी पर पलटवार करते हुए सोमवार को कहा कि नूर उनका (मायावती) नहीं, बल्कि शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे का उतर चुका है क्योंकि नोटबंदी से देश की जनता को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मायावती ने यह भी कहा कि नोटबंदी बीजेपी के गले की हड़्डी बन चुकी है। मायावती ने इस बारे में संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि मुझे तो ऐसा लग रहा है कि मेरा नूर नहीं उतरा है बल्कि शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का, भाजपा के अन्य राष्ट्रीय नेताओं एवं केन्द्रीय मंत्रियों तथा कार्यकर्ताओं का बड़े पैमाने पर नूर उतर चुका है। उन्होंने कहा कि इस अपरिपक्व एवं जल्दबाजी में लिये गये फैसले से देश की जनता इधर-उधर भाग रही है और उसे काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मायावती ने कहा कि मोदी और शाह जहां कहीं भी जाते हैं, क्या आपने वहां उनके चेहरे नहीं देखे, ना तो मेरे और ना ही बसपा कार्यकर्ताओं के चेहरों का नूर उतरा है क्योंकि हमें पता है कि उत्तर प्रदेश में बसपा सत्ता में आ रही है। दरअसल शाह ने एक रैली के दौरान कहा था कि नोटबंदी से सबसे ज्यादा दर्द उन्हें हो रहा है, जिनके अरबों खरबों रुपये रद्दी में बदल गये। ममता बनर्जी और मायावती के चेहरों का नूर गायब हो गया है और एक ही दिन में उनकी उम्र दस साल बढ़ गयी लगती है।

लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): समाजवादी पार्टी में प्रत्याशियों के चयन को लेकर अंदरुनी घमासान की खबर एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है। यूपी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से मुलाकात करके 403 प्रत्याशियों की अपनी सूची सौंपी। गौरतलब है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव पहले ही 175 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर चुके हैं। ऐसे में अखिलेश की सूची एक बार फिर टकराव की वजह बन सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक अखिलेश की सूची में कुछ नाम तो शिवपाल की सूची से मेल खाते हैं, लेकिन ज्यादातर नाम उसमें से गायब हैं। इससे पहले शिवपाल ने ट्वीट करके कहा कि मुख्यमंत्री का चुनाव विधायक दल ही करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इन ट्वीट्स को राजनीतिक गलियारे में चाचा-भतीजे के बीच टकराव से जोड़कर देखा जा रहा हैं। सूत्रों के हवाले से मिली खबरों के मुताबिक अखिलेश द्वारा सौंपी गई उम्मीदवारों की सूची में अंसारी बंधु, अतीक अहमद और अमनमणि त्रिपाठी के नाम नहीं हैं। अखिलेश के इस कदम से यादव परिवार में एक बार फिर घमासान मचना तय है। देर शाम सीएम अखिलेश यादव एसपी मुखिया मुलायम सिंह यादव से मिले। इस दौरान उनकी गठबंधन और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में संभावित प्रत्याशियों को लेकर बातचीत हुई। बातचीत के बाद अखिलेश ने मुलायम को 403 प्रत्याशियों की एक सूची सौंप दी।

इलाहाबाद: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने व्यवस्था दी है कि किसी ‘सार्वजनिक उद्देश्य’ के लिए किसी धार्मिक इकाई से जुड़ी भूमि का अधिग्रहण किया जा सकता है अदालत ने यह व्यवस्था एक चर्च और एक सड़क निर्माण से संबंधित मामले में दी। हाईकोर्ट ने चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया एसोसिएशन और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से कहा कि वे छह लेन की सड़क के निर्माण के लिए एक ‘‘चर्च को गिराने या स्थानांतरित करने’’ के ‘‘तौर तरीकों पर काम करें।’’ अदालत ने चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया एसोसिएशन की याचिका का निपटारा करते हुए कहा, ‘‘जब राष्ट्रीय राजमार्ग कानून 1956 के प्रावधानों के तहत सार्वजनिक उद्देश्य के लिए संबंधित भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है तो याचिकाकर्ता को कोई राहत नहीं दी जा सकती।’’ इस चर्च ने 17 अगस्त 2012 को जारी अधिसूचना को चुनौती दी थी। इस अधिसूचना के जरिए आगरा और इटावा को जोड़ने के वास्ते फिरोजाबाद जिले के एक बाईपास के निर्माण के लिए संबंधित जमीन के चार भूखंड अधिग्रहित किए गए थे। न्यायमूर्ति वीके शुक्ला और न्यायमूर्ति एमसी त्रिपाठी की खंडपीठ ने हालांकि 19 दिसंबर के अपने आदेश में कहा कि क्रिसमस त्योहार की वजह से ढांचे को ‘‘एक महीने तक’’ ढहाया नहीं जाना चाहिए, लेकिन उसके बाद प्रभावित पक्ष और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को इसे ‘‘ढहाने या स्थानांतरित’’ करने के लिए ‘‘तौर तरीकों पर काम करना चाहिए।’’ एसोसिएशन ने अधिसूचना को चुनौती देते हुये कहा था कि इससे ईसाई समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।

मेरठ: कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने आज (शनिवार) यहां कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस फिलहाल अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार है और किसी पार्टी से गठबंधन नहीं करने जा रही है। आजाद ने दिल्ली से बिजनौर जाते समय मेरठ में आयोजित अपने सादे स्वागत समारोह में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से युद्धस्तर पर चुनावी तैयारी में जुट जाने का आह्वान भी किया। मेरठ शहर में गुलाब नबी आजाद का मवाना रोड पर कई जगह स्वागत हुआ। इस मौके पर उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में नोटबंदी के फैसले को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस फैसले के बाद से देश का हर वर्ग परेशान है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बगैर तैयारी के नोटबंदी लागू की, जिसका उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इसका असर पड़ेगा और जनता नोटबंदी से हुई परेशानी का बदला भाजपा को वोट न देकर बदला लेगी। उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि प्रधानमंत्री ने तो संसद में बोलते हैं और न ही गरीबों से, मीडिया से मिलते और बात करते हैं। आजाद ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री को आम लोगों की परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है उन्हें सिर्फ देश के चंद पूंजीपतियों की चिंता है। राहुल गांधी लगातार किसानों के मुद्दे और नोटबंदी को लेकर आम जनता के बीच है और कांग्रेस समस्या को उठा रही है।

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