ताज़ा खबरें
ज्वलंत मुद्दों पर जवाब नहीं देकर पीएम मोदी ने चुनावी भाषण दिया: विपक्ष
विकसित भारत का सपना कोई सरकारी सपना नहीं है : पीएम मोदी
दिल्ली यानि मिनी इंडिया का चुनाव बना 'पीएम मोदी बनाम केजरीवाल'
महाकुंभ की अव्यवस्था को नेता सदन अपने में भाषण नकार दें: अखिलेश
दिल्ली चुनाव: सरकार ने 5 फरवरी को सार्वजनिक अवकाश किया घोषित
गंगा में नहीं चलीं नावें, पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप, बंद रहेगा संचालन

लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कानपुर के पास हुई रेल दुर्घटना में घायल यात्रियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने गम्भीर रूप से घायल यात्रियों को 50 हजार रुपए तथा मामूली रूप से घायलों को 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि घायल यात्रियों के उपचार की मुकम्मल व्यवस्था करायी जाए। घायल यात्रियों के इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को रेलवे प्रशासन को हर सम्भव सहयोग प्रदान करने के निर्देश भी दिए हैं। विदित हो कि आज कानपुर के निकट रूरा स्टेशन के पास अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतर जाने के कारण कई यात्री घायल हो गए। दुर्घटना के बाद तत्काल राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।

कानपुर: कानपुर देहात के रूरा रेलवे स्टेशन के पास आज सुबह अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतरने के कारण दो यात्रियों की मौत हो गयी जबकि 43 घायल हो गए। पिछले दो महीने में इस क्षेत्र में यह दूसरी ट्रेन दुर्घटना है। उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने कहा कि यहां से करीब 70 किलोमीटर दूर सुबह करीब छह बजे यह हादसा रूरा रेलवे स्टेशन के पास हुआ है। दुर्घटना के वक्त ट्रेन एक नहर के उपर बने पुल को पार कर रही थी। कानपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक जकी अहमद का कहना कहा कि ट्रेन की शयनयान श्रेणी के 13 और सामान्य श्रेणी के दो डिब्बे पटरी से उतरने के कारण दो लोगों की मृत्यु हुई है जबकि 43 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि बचाव कार्य पूरा हो चुका है। पटरी से उतरे डिब्बों से सभी यात्रियों को बाहर निकाल लिया गया है। घायल यात्रियों में से 33 को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि 10 लोगों का इलाज कानपुर के हैलट अस्पताल में चल रहा है। हादसे के कारण वहां फंसे यात्रियों को कानपुर रेलवे स्टेशन तक लाने के लिए बसों को मौके पर भेजा गया है। इस हादसे से करीब एक महीने पहले 20 नवंबर को कानपुर देहात जिले में इंदौर-पटना एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। हादसे में 150 से ज्यादा लोग मारे गए थे, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। रेलमंत्री सुरेश प्रभु का कहना है कि वह व्यक्तिगत रूप से हालात की निगरानी कर रहे हैं। कई ट्वीट करके रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा, ‘यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए हम वैकल्पिक व्यवस्था कर रहे हैं।’

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ओर से उनका पत्ता साफ किए जाने की अटकलों के बीच पूर्व सांसद अतीक अहमद ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की । ऐसी अटकलें हैं कि अखिलेश ने मुलायम सिंह यादव को उम्मीदवारों की जो सूची सौंपी है, उसमें अतीक का पत्ता साफ है । इसी चर्चा के बीच अतीक ने मुलायम से मुलाकात की और उसके बाद अतीक काफी जोश में दिखाई दिए । कानपुर कैंट क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अतीक अहमद और पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह के बीच काफी लंबी मुलाकात चली। इस दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी मुलायम सिंह यादव के आवास पर थे। अतीक अहमद मुलाकात करने के बाद बाहर निकले तो मीडिया ने घेर लिया। इस दौरान अतीक अहमद ने कहा, "हमको तो नेता जी (मुलायम सिंह यादव) पर पूरा भरोसा है। आज भी नेताजी ने मजबूती से चुनाव लड़ने को कहा है। मैं भी समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ूंगा और जीतूंगा।' अतीक अहमद ने कहा, 'मैं तो यह मानकर आया था कि अगर पार्टी उनका टिकट काटती है तो उनके सामने अब भी निर्दलीय का विकल्प खुला हुआ है। वह तीन बार पहले भी निर्दलीय चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी वह मुलायम सिंह यादव के साथ हमेशा खड़े रहे। इस बार भी अगर वह निर्दलीय चुनाव लड़ते तो भी मुलायम सिंह यादव उनके तथा वह मुलायम सिंह यादव के साथ रहते।'

नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर मचे घमासान के बीच भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा और बसपा ‘प्राइवेट लिमिटेड कंपनी’ की तरह हैं। इन पार्टियों में जो प्रत्याशी घोषित हो रहे हैं, यह तय नहीं है कि वे ही चुनाव लड़ेंगे लेकिन भाजपा में जब प्रत्याशी घोषित होंगे तो बदले नहीं जाएंगे। मौर्य ने कहा, ‘‘सपा और बसपा पार्टियां नहीं बल्कि प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह हैं। इनके यहां जो प्रत्याशी घोषित हो रहे हैं, वे ही चुनाव लड़ेंगे कि चुनाव की तिथियां आने से पहले बदल दिए जाएंगे, कोई ठिकाना नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि प्रत्याशी घोषित करने के मामले में सपा जैसे दलों ने जिस तरह की हड़बड़ी और जल्दबाजी दिखायी, भाजपा ने वैसा नहीं किया लेकिन एक बात तय है कि हम जब प्रत्याशी घोषित करेंगे तो बदले नहीं जाएंगे। मौर्य ने कहा कि 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रयास कर रही है कि हम संगठन के बल पर लड़ें। नब्बे प्रतिशत सफलता संगठन के माध्यम से और दस प्रतिशत प्रत्याशी के जरिए आएगी। इस दृष्टि से पूरे प्रदेश में संगठनात्मक अभियान चलाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जब से केन्द्र में भाजपा की सरकार बनी है, उसने गरीबों के लिए इतना काम किया है, जितना कांग्रेस ने अपने साठ साल के शासन में नहीं किया। बात उत्तर प्रदेश की करें तो यहां सपा और बसपा के प्रति जनता में जबरदस्त गुस्सा है। मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता विकास चाहती है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख