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लखनऊ: अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की तिथि पांच अगस्त को तय की गई है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करेंगे। हालांकि अब इस मुहूर्त को लेकर सवाल उठ रहे हैं। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने पांच अगस्त की तिथि को 'अशुभ घड़ी' करार दिया है।शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने मीडिया से कहा कि हमें कोई पद नहीं चाहिए और न ही हम राम मंदिर के ट्रस्टी बनना चाहते हैं। हम केवल यह चाहते हैं कि मंदिर का निर्माण ठीक ढंग से हो और आधारशिला सही समय पर रखी जाए। अभी जो तिथि तय की गई है वह 'अशुभ घड़ी' है।

इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए तय मुहूर्त को लेकर आचार्य प्रमोद कृष्णन के एक ट्वीट को रीट्वीट किया था। ट्वीट में लिखा है, 'मैं ज्योतिषाचार्य नहीं हूं पर इतना अवश्य जानता हूं कि श्री हरि विष्णु शयन काल में मंदिर निमार्ण का मुहूर्त कोई विद्वान ब्राह्मण नहीं निकाल सकता, भगवान श्री राम हमारी आस्था के आधार हैं, इसलिए प्रत्येक कार्य विधि विधान से 'शास्त्र' सम्मत होना चाहिए 'राजनैतिक' दृष्टिकोण से नहीं।'

लखनऊ: सीबीआई की विशेष अदालत ने गुरुवार को 1992 में बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के मामले में भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी का बयान दर्ज किया। विशेष न्यायाधीश एस के यादव ने वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए भाजपा के 86 वर्षीय वरिष्ठ नेता जोशी का बयान दर्ज किया। पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी (92) के भी शुक्रवार को इस मामले में बयान दर्ज कराने की संभावना है। बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के मामले में इस समय आरोपियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। सभी 32 आरोपियों के बयान सीआरपीसी की धारा-313 के तहत दर्ज हो रहे हैं।

अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को 'कारसेवकों' ने मस्जिद ढहा दी थी। उनका दावा था कि मस्जिद की जगह पर राम का प्राचीन मंदिर हुआ करता था। राम मंदिर आंदोलन का नेतृत्व करने वाले लोगों में आडवाणी और जोशी भी शामिल थे। भाजपा नेता उमा भारती और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह इस मामले में अपने बयान दर्ज करा चुके हैं। विशेष अदालत मामले की रोजाना सुनवाई कर रही है।

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की नफरत फैलाने और असहिष्णुता को बढ़ावा देने की रीतिनीति के बुरे नतीजे सामने आने लगे हैं। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण से बाहर है। सपा ने गाजियाबाद के पीड़ित परिवारीजनों के प्रति सहानुभूति जताते हुए दो लाख रुपये की मदद की है।

उन्होंने बुधवार को जारी बयान में कहा कि गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी को बदमाशों ने इसलिए गोली मार दी क्योंकि उसने भांजी से छेड़छाड़ के मामले की शिकायत पुलिस से की थी। पुलिस ने कुछ किया नहीं उल्टे उन्हें शिकायत की जानकारी मिल गई। पुलिस ने अगर समय से कार्रवाई की होती तो जान नहीं जाती। उन्होंने पत्रकार के आश्रित को 25 लाख रुपये भाजपा सरकार से देने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के दावों का क्या जब भाजपा नेता ही अवैध खनन, अवैध शराब तस्करी के धंधो में पैसा बनाने में लगे हों?

लखनऊ: बसपा की राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष मायावती ने गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की हत्‍या को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्‍होंने यूपी में जंगलराज का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां कोरोना वायरस से ज्‍यादा हावी क्राइम वायरस हो गया है। बुधवार को एक के बाद एक तीन ट्वीट करते हुए बसपा अध्‍यक्ष ने कई आरोप लगाए। उन्‍होंने कहा कि पूरे उत्‍तर प्रदेश में हत्या और महिला असुरक्षा सहित जिस प्रकार से गंभीर अपराधों की बाढ़ लगातार जारी है, उससे स्पष्ट है कि यहां कानून का नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है। सरकार को इस पर तत्‍काल ध्‍यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस से ज्यादा अपराधियों का क्राइम वायरस हावी है। जनता त्रस्त है।

मायावती ने कहा कि अभी हाल ही में, यू.पी के जंगलराज में, गाजियाबाद में अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ करने के विरोध में, पत्रकार विक्रम जोशी को गोली मारकर बुरी तरह से घायल कर दिया गया। जिनकी आज मृत्यु हो गई। बसपा की दुःखी परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं हैं। इसके साथ ही बसपा की यह भी मांग है कि प्रदेश सरकार ने पीड़ित परिवार को जो कुछ भी मदद का भरोसा दिया है उसे समय से कर दे।

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