नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि यह भावी पीढियों के लिए है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचा देश के लोगों के लिए किसी राजनीतिक दल के लिए नहीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बुनियादी ढांचे पर कोई भी हमला देशवासियों पर हमला है क्योंकि बुनियादी ढांचा देश की जनता की गाढी कमाई से बनता है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए विरोध प्रदर्शन करते समय हमें बुनियादी ढांचे को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का उदघाटन करते हुए उन्होंने यह बात कही।
केन्द्र सरकार की विभिन्न ढांचागत विकास परियोजनाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि रेलवे के बुनियादी ढांचे का विकास पिछली सरकारों की प्राथमिकता नहीं थी। उनकी प्राथमिकता केवल चुनाव में फायदा लेने के लिए पैसेंजर रेलगाडियों की संख्या बढ़ाना था। प्रधानमंत्री ने कहा कि मौजूदा केन्द्र सरकार ने स्थिति बदली है और अब लोगों को नई सुविधाएं मिल रही हैं।
पिछली सरकारों में माल गलियारों के कार्य की धीमी गति पर चिंता व्यक्त करते हुए मोदी ने कहा कि मौजूदा सरकार पैसेंजर और मालगाडियों- दोनों को ही समान प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के रवैये से रेलगाडियों की गति भी नहीं बढ़ी थी और माल ढुलाई की लागत भी बढ़ रही थी जिससे अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब नए गलियारे से मालगाडियों की क्षमता दोगुना और गति तीन गुना बढ़ जाएगी तथा रोजगार के नए अवसर बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर राष्ट्र को समर्पित किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वर्चुअल माध्यम से ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (ईडीएफसी) के न्यू भाउपुर-न्यू खुर्जा खंड का उदघाटन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा
यह महत्वाकांक्षी खंड राष्ट्र को समर्पित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह गलियारा आत्मनिर्भर भारत का माध्यम बनेगा और किसान रेलगाडियों की मदद करेगा।
उत्तर प्रदेश में स्थित 351 किलोमीटर लंबे इस खंड के निर्माण पर पांच हजार 750 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस मालवाहक गलियारे के खुलने से मौजूदा कानपुर-दिल्ली लाइन पर भीड़-भाड़ कम होगी और रेलवे ज्यादा तेजी से रेलगाडियां चला सकेगा।
मोदी ने कहा कि राष्ट्र के लिए विकास में संपर्क सुविधा का उतना ही महत्व है जितना शरीर में रीढ की हड्डी और धमनियों का होता है।
इस अवसर पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस समर्पित माल गलियारे से नए रास्ते खुलेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह नया गलियारा बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका ज्यादातर हिस्सा उत्तर प्रदेश में है और इससे विकास के लिए नया माहौल बनेगा। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि रेलवे की नई निर्माण इकाइयों से राज्य में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को भी मदद मिलेगी।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी वर्चुअल माध्यम से समारोह में शामिल हुई।
पूर्वी समर्पित माल गलियारे से राज्य के किसानों और उद्योगों को बहुत सहायता मिलेगी। उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पाद अब देश के अन्य भागों तक ज्यादा तेज गति से पहुंचेंगे और इससे राज्य की निर्यात क्षमता बढ़ेगी। इससे स्थानीय उद्योगों के लिए नए अवसरों के रास्ते खुलेंगे।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के प्रयागराज स्थित संचालन नियंत्रण केन्द्र का भी उदघाटन किया। यह इस माल गलियारे का नियंत्रण केन्द्र होगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह केन्द्र अत्याधुनिक स्वदेशी सुविधाओं से सुसज्जित है।