शाहजहांपुर: दुष्कर्म के आरोप में स्वामी चिन्मयानंद और फिरौती मामले में युवकों को जेल भेजे जाने के बाद एसआईटी के निशाने पर छात्रा भी आ गई है। बताते हैं कि शनिवार को एसआईटी ने कोर्ट पहुंचकर न्यायिक अफसरों से दोनों मामलों को लेकर चर्चा की। एसआईटी के कोर्ट में पहुंचने पर छात्रा की गिरफ्तारी की अटकलें तेज हो गईं हैं। वहीं छात्रा के पिता ने भी बेटी को बचाने के लिए वकीलों से राय मशविरा लेना शुरू कर दिया है।
चिन्मयानंद के खिलाफ दर्ज अपहरण और जान से मारने की धमकी व स्वामी से पांच करोड़ की फिरौती मांगे जाने के मामले में अज्ञात में दर्ज रिपोर्ट की विवेचना एसआईटी ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हाईकोर्ट की निगरानी में शुरू की तो दोनों पक्षों के वीडियो सामने आ गए। मोबाइल कॉल डिटेल्स आदि के आधार पर एसआईटी ने स्वामी को दोषी माना तो वहीं फिरौती मामले में छात्रा और उसके दोस्त संजय, विक्रम, सचिन को भी दोषी माना क्योंकि दोनों पक्ष वीडियो देखकर मान चुके हैं कि वह लोग दोषी हैं। इसलिए एसआईटी ने जांच के आधार पर दर्ज मामलों में धाराएं बढ़ाते हुए स्वामी और छात्रा के तीनों दोस्तों को शुक्रवार को जेल भेज दिया।
अब फिरौती मामले में छात्रा की संलिप्तता और उसकी स्वीकारोक्ति के आधार पर एसआईटी ने छात्रा को निशाने पर ले लिया है। इसी परिप्रेक्ष्य में एसआईटी के अफसर शनिवार को पहले दोपहर करीब 12:45 बजे और फिर शाम को करीब पौने पांच बजे कोर्ट पहुंचे ताकि छात्रा की गिरफ्तारी का वारंट जारी हो सके और उसकी गिरफ्तारी का रास्ता साफ हो सके।
बिना अनुमति किसी को न मिलने दें
पीड़ित छात्रा के घर के बाहर लगी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेेने तहसीलदार सदर पुष्पेंद्र कुमार, चौक कोतवाली इंस्पेक्टर प्रवेश सिंह के साथ दोपहर 2:30 बजे पहुंचे। उन्होंने छात्रा के घर के सामने ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मियों से ड्यूटी के संबंध में जानकारी ली और कहा कि जब तक परिवार वाले मिलने की अनुमति न दें, तब तक किसी को घर में न जाने दें। उन्होंने रजिस्टर पर एक नजर भी दौड़ाई कि छात्रा और उसके परिजनों से कौन और कब-कब, कितने लोग मिलने आते हैं।
इंस्पेक्टर प्रवेश सिंह ने बताया कि शनिवार को वह तहसीलदार सदर के साथ छात्रा के घर लगी सुरक्षा का जायजा लेने गए थे। उन्होंने बताया कि सुरक्षा में चूक न हो इसलिए बार-बार अलग-अलग अधिकारी राउंड लगाते रहते हैं।