मेरठ: प्रियंका गांधी ने मेरठ पहुंचकर भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आज़ाद से मुलाक़ात की। प्रियंका गांधी के साथ पश्चिमी यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे। चंद्रशेखर आजाद से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि इसे राजनीति से जोड़कर मत देखिए। इसे ऐसे देखना चाहिए कि चंद्रशेखर युवा हैं, संघर्ष कर रहे हैं। यह सरकार उस नौजवान को कुचलना चाहती है। रोजगार दिया नहीं है जब आवाज उठा रहे हैं तो उठाने दीजिए कुचलने की क्या जरूरत है।
पत्रकारों ने प्रियंका गांधी से पूछा कि क्या कांग्रेस पार्टी चंद्रशेखर को नगीना से चुनाव लड़ाएगी? इस पर प्रियंका गांधी ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें इस लड़के का जोश पसंद है और देख कर अच्छा लगा कि वह संघर्ष कर रहा है। पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि क्या आप ऐसे नौजवान को कांग्रेस में लाएंगे तो प्रियंका गांधी ने कहा कि देखिए आप इस का राजनीतिकरण कर रहे हैं। मैं नहीं कर रही हूं। मैं इस लड़के का संघर्ष समझ रही हूं। सूत्रों ने बताया कि इमरान मसूद की राय पर प्रियंका गांधी चंद्रशेखर से मिलने पहुंची थीं। भीम आर्मी पश्चिमी यूपी में सबसे मजबूत है। यहां के लोग मायावती से बड़ा नेता चंद्रशेखर को मानते हैं। दलित समुदाय के युवा खुद को चंद्रशेखर से जुड़ा महसूस करते हैं।
इसके बाद भीम आर्मी और कांग्रेस के बीच गठबंधन के कयास लगाए जा रहे हैं। चंद्रशेखर आजाद को कल बिना इजाज़त सहारनपुर में रैली निकालने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आपको बता दें कि कल ही बीएसपी ने कांग्रेस के साथ किसी भी गठबंधन से इनकार किया है। ऐसे में पश्चिमी यूपी के एससी वोटों पर अच्छी पकड़ रखने वाले चंद्रशेखर आजाद के साथ गठबंधन कांग्रेस के लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकता है। बता दें कि देवबंद में भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद सहित 28 नामजद, 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। देवबंद थाने में पुलिस ने चंद्रशेखर आजाद पर बिना अनुमति के रैली निकलाने के आरोप में मामला दर्ज किया है।