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लखनऊ: अयोध्या विवाद को लेकर एकबार फिर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि कोर्ट यदि इस मामले को हमें सौंप दे तो 24 घंटे में इसका निपटारा कर देंगे। बता दें सीएम योगी ने यह बयान एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम के दौरान दिया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राम मंदिर पर जनता के सब्र का बांध कभी भी टूट सकता है। वे बोले जनता का राम मंदिर पर धैर्य तेजी से खत्म हो रहा है। अगर सुप्रीम कोर्ट इस विवाद पर जल्द फैसला सुनाने में असमर्थ है तो कोर्ट यह मामला हमें सौंप दे, हम इस मामले को 24 घंटे में सुलझा लेगें।

चैनल के कार्यक्रम के दौरान उनसे सवाल किया गया क्या वे राम मंदिर का मुद्दा बातचीत से सुलझाएंगे या फिर किसी और तरीके से, तो इस पर वे बोले कि पहले कोर्ट को इस मुद्दे को हमें सौंपने दीजिए। वे बोले कि मैं कोर्ट से यह अपील करता हूं कि इसे जल्द से जल्द निपटा दे। साल 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी अपने फैसले में यह माना था कि बाबरी ढांचे को हिन्दू मंदिर या स्मारक तोड़ने के बाद बनाया गया था। हाईकोर्ट के आदेश में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में भी यही बात सामने आई थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सवाल चुनावों में फायदे या नुकसान का नहीं है, लेकिन यह देशवासियों की आस्था का सवाल है। आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस इस समस्या की जड़ में है और वह इसका समाधान होने नहीं देना चाहती है। उन्होंने कहा, "अगर अयोध्या विवाद का निपटारा हो जाए और तीन तलाक पर प्रतिबंध लागू हो जाए तो देश में तुष्टीकरण की राजनीति हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगी।"

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन के मसले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर वे जाति के आधार पर लड़ाई को निचले स्तर तक ले जाएंगे तो यह 70-30 का मुकाबला होगा। उन्होंने कहा कि 70 फीसदी मतदाता भाजपा के साथ हैं और बाकी 30 फीसदी गठबंधन के पास।

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