प्रतापगढ़: अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल (एस) में बगावती सुर उठने लगे हैं। पार्टी के विश्वनाथगंज से विधायक डॉ आरके वर्मा ने अनुप्रिया पटेल पर समाज का सौदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने फेसबुक पोस्ट पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के बारे में लिखा कि जो अपनी मां की नहीं हो सकती है, वह कुर्मी समाज और भाजपा की कैसे हो सकती है? उन्होंने कहा कि अनुप्रिया केवल समाज का सौदा कर सकती हैं। हाल ही में लखनऊ में आयोजित हुए डॉ सोनेलाल पटेल जयंती समारोह में भी वे अनुपस्थित रहे थे।
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल में बेहतर विकल्प चुनने की बात चल रही है। सोशल मीडिया वार में उन्होंने फेसबुक के जरिए अपनी बात सामने रखी। डॉ सोनेलाल पटेल की मौत के बाद मां कृष्णा पटेल और बेटी अनुप्रिया पटेल के बीच पार्टी के नेतृत्व को लेकर झगड़ा हो गया था। इसके बाद अनुप्रिया पटेल ने अपना दल (सोनेलाल) का गठन किया और भाजपा से गठबंधन कर लिया। कृष्णा पटेल अपना दल की अध्यक्ष बन गईं। डॉ वर्मा ने इस मनमुटाव के बारे में बात करते हुए ये बातें कही हैं।
मंत्री राजाराम पांडे के निधन के बाद विश्वनाथगंज विधानसभा सीट खाली हुई थी। इस सीट पर 2014 लोकसभा चुनाव के साथ उपचुनाव हुआ था। विश्वनाथगंज विधानसभा सीट से अनुप्रिया पटेल ने डॉ आरके वर्मा को मैदान में उतारा। मोदी लहर में वे चुनाव जीत गए। जीत से उत्साहित होकर अनुप्रिया पटेल ने उन्हें अपना दल (एस) का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया और उन्हें संगठन विस्तार की जिम्मेदारी सौंप दी गई। प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद वे अनुप्रिया पटेल के काफी करीबी माने जाने लगे थे।
2017 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने फिर से उन्हें विश्वनाथगंज विधानसभा सीट से मैदान में उतारा। उस चुनाव में अपना दल ने सदर विधानसभा से व्यवसाई मंगललाल को मैदान में उतारा था। विधानसभा चुनाव में दोनों प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। विधानसभा चुनाव के बाद विधायक मंगललाल का कद पार्टी में बढ़ा दिया गया और उन्हें राष्ट्रीय कमेटी में शामिल कर लिया गया, जबकि डॉ आरके वर्मा को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद उन्होंने पार्टी के ज्यादातर कार्यक्रमों से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। इस बीच उन्होंने अपनी नजदीकी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से बढ़ानी शुरू कर दी।