इलाहाबाद: स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सोमवार को उत्तर प्रदेश में 18 और 19 जून को होने वाली यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए सोमवार को गोरखपुर से नकल कराने वाले इस गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से चार लाख रुपये और करीब 12 अभ्यर्थियों के पहचान पत्र भी बरामद किए गए हैं। इसके अलावा पुलिस ने सोमवार को ही इलाहाबाद से भी सिपाही भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि 18 और 19 जून को उत्तर प्रदेश में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का आयोजन विभिन्न जिलों में कराया जा रह है। अब तक इलाहाबाद से पांच और गोरखपुर से 11 सॉल्वरों को पकड़ा जा चुका है। सोमवार को एसटीएफ द्वारा गोरखपुर में पकड़े गए तीन सॉल्वरों के नाम अनिल गिरि, आनंद यादव और अमरनाथ यादव हैं। वहीं इलाहाबाद से पकड़े गए तीन लोगों के पास से नकल कराने के लिए इस्तेमाल होने वाले उपकरण और संसाधन भी बरामद हुए हैं। पुलिस के अनुसार इन तीनों के पास से खुफिया रूप में इस्तेमाल होने वाले माइक और अन्य चीजें भी बरामद हुई हैं।
मामले में इलाहाबाद के एसएसपी ने इस गिरोह की मॉडस ऑपरेंडी के बारे में भी जानकारी दी है। इलाहाबाद एसएसपी नितिन तिवारी का कहना है कि यह गिरोह अभ्यर्थियों से नकल कराने के एवज में पांच लाख रुपये तक लेता था। इसके बाद परीक्षा के समय गिरोह के एक सदस्य को परीक्षा में बैठाया जाता था। जैसे ही प्रश्न पत्र बांटे जाते थे, वह व्यक्ति उसकी तस्वीर खींचकर सॉल्वर को भेजता था। इसके बाद सॉल्वर उन प्रश्नों के उत्तर उक्त व्यक्ति को उपलब्ध कराते थे। इसके लिए व्यक्ति के कानों में छोटा खुफिया माइक और इयरफोन का इस्तेमाल होता था।