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वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के पास दालमंडी में अवैध 'अंडरग्राउंड मार्केट', पुलिस और जिला प्रशासन की लापरवाही का सनसनीखेज मामला माना जा रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर यहां सुरक्षा की दृष्टि से अतिसंवेदनशील आबादी वाला इलाका है।

प्रशासन ने इसे सुरक्षा को लेकर बड़ी चूक मानते हुए पुलिस, प्रशासन और विकास प्राधिकरण के अफसरों की संयुक्त टीम से इस पूरे इलाके का सर्वे और जांच कराने के आदेश दिए हैं। दूसरी ओर मामले के सामने आने के बाद से इस मार्केट को सील करते हुए तीन जेई और एई को सस्पेंड करने की सिफारिश की गई है।

सुरक्षा के लिहाज से अति संवेदनशील काशी विश्वनाथ मंदिर के पास दालमंडी इलाका स्थित है। इस इलाके में इलेक्ट्रॉनिक, कॉस्मेटिक समेत अन्य उत्पादों की दुकानें हैं, जिन्हें तंग गलियों में संचालित किया जाता है। इन्हीं गलियों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए प्रशासन की ओर से विशेष अभियान शुरू किया गया है, जिसकी कमान खुद एसएसपी आर के भारद्वाज ने संभाल रखी है।

 

अतिक्रमण हटाओ अभियान की समीक्षा के लिए निरीक्षण पर निकले पुलिस कप्तान की नजर अचानक मनमाने तरीके से खतरनाक खुदाई कराकर दुकानों के नीचे बसाए गए बाजार पर पड़ गई। जांच हुई तो पता चला कि इस बाजार का एक सिरा दालमंडी से शुरू होकर एक दूसरे मकान होते हुए सौ मीटर दूरी पर बेनियाबाग जाकर खत्म हुआ है।

जर्जर मकानों के नीचे बने ऐसे बाजार को देखकर एसएसपी भी हैरान रह गए। चौंकाने वाली बात यह कि जब यह मामला सामने आया, तो स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने दावा किया कि उन्हें इस निर्माण की जानकारी ही नहीं थी।

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