लखनऊ: उत्तर प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता एक और मामला सामने आया। महिला को प्रसव पीड़ा उठने पर एंबुलेंस को फोन किया गया, लेकिन लगातार फोन करने के बावजूद जब एंबुलेंस नहीं पहुंची, तो परिजन उसे लेकर अस्पताल के लिए भागे लेकिन जब दर्द असहनीय हो गया तो महिला को सड़क पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा।
इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। मध्य प्रदेश निवासी बीना बाई को प्रसव पीड़ा के दौरान जब उनके घर एंबुलेंस नहीं पहुंची, तो उन्होंने पैदल ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जाने का फैसला लिया था लेकिन सड़क पर पहुंची तो वहीं प्रसव हो गया और नवजात बच्चे की जमीन में गिरने से मौत हो गई थी।
अहमदाबाद में एक प्रेग्नेंट महिला अस्पताल में अपने बच्चे की डिलिवरी के लिए गई थी।
महिला के परिवार वालों का आरोप है कि अस्पताल की कागजी प्रक्रिया ना होने की वजह से उसकी सड़क पर ही डिलिवरी हो गई और बच्चा मर गया था।