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लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ योगी सरकार के कार्यकाल में बदमाशों के खिलाफ पुलिस प्रशासन द्वारा अपनाया गया तरीका विपक्ष को पसंद नहीं आआ रहा। पुलिस और बदमाशों के बीच आए दिन हो रही इन मुठभेड़ों के खिलाफ विपक्ष राज्यपाल के दर जा पहुंचा है।

शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने इन मुद्दे को लेकर राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा है। राजभवन में इस मुलाकात के दौरान सपा ने राज्यपाल को प्रदेश में हुईं मुठभेड़ों से संबंधित ज्ञापन सौंपा और प्रदेश में अब तक हुई मुठभेड़ों पर सवाल उठाते हुए राज्यपाल राम नाईक को अपनी चिंता से अवगत कराया।

सपा प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि बदमाशों के सफाए के नाम पर फर्जी मुठभेड़ कराई जा रही हैं। अपराध पर नियंत्रण के लिए क्या मुठभेड़ में मार गिराना ही एकमात्र उपाय रह गया है? कौन दोषी है और कौन निर्दोष, यह तय करना और सजा देना तो अदालत का काम है। अदालत का काम भी पुलिस कैसे कर रही है, यह तो मानवाधिकार का हनन है।

प्रतिनिधिमंडल में नेता विपक्ष राम गोविंद चौधरी, विधान परिषद के नेता विपक्ष अहमद हसन, सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी, अतुल प्रधान और राम सुंदर दास निषाद शामिल थे।

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