ताज़ा खबरें
संसद में अडानी और संभल पर हंगामा,दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित
किसान आंदोलन: एसकेएम नेता डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत मे लिया
कन्नौज में एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, सैफई में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत
दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान

बेंगलुरू: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज (बुधवार) दूरसंवेदी उपग्रह रिसोर्ससैट-2 ए श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी-सी36 के जरिए सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया। दूरसंवेदी उपग्रह रिसोर्ससैट-2ए को लेकर पीएसएलवी-सी 36 आज सुबह आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से उड़ान भरा। उपग्रह को पूर्व कार्यक्रम के अनुसार 28 नवंबर को प्रक्षेपित किया जाना था। यह पीएसएलवी की 38वीं उड़ान है और इसके तहत यह प्रक्षेपण यान 1235 किलोग्राम वजन के रिसोर्ससैट-2 ए को सूर्य की समकालिक कक्षा में स्थापित किया। रिसोर्ससैट-2ए एक दूरसंवेदी उपग्रह है, जिसका लक्ष्य इससे पहले वर्ष 2003 में प्रक्षेपित रिसोर्ससैट-1 और वर्ष 2011 में प्रक्षेपित रिसोर्ससैट-2 के कार्यों को आगे बढ़ाना है। इसका लक्ष्य वैश्विक उपयोगकर्ताओं के लिए दूरसंवेदी डेटा सेवाएं जारी रखना है। यह अपने पूर्ववर्ती उपग्रहों की तरह के तीन उपकरणों को लेकर गया।

बेंगलूरू: कर्नाटक सरकार ने अन्नाद्रमुक की नेता जयललिता के निधन के बाद उनके सम्मान में एक दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने जयललिता को तमिलनाडु की राजनीति की ‘‘दिग्गज हस्तियों’’ में से एक बताया । साथ ही उनके निधन को एक ‘‘अपूर्णनीय क्षति’’ बताया है। सिद्धरमैया ने मुख्यमंत्री बनने से पहले प्रचार सचिव और राज्यसभा सदस्य रहीं जयललिता के अन्नाद्रमुक से जुड़ने के समय को याद करते हुए कहा कि जयललिता सिर्फ तमिल सिनेमा की ही नहीं बल्कि तमिलनाडु की राजनीति की भी सबसे दिग्गज हस्तियों में से एक हस्ती बन गईं। ‘‘अब यह सबकुछ एक इतिहास है।’’ सिद्धरमैया ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘श्री शैला महात्मे, चिन्नडा गोंबे, अमारा शिल्पी जाकनाचारी, बादुकुवा डारी, मावना मागलू, माने आलिया और नान्ना कर्तव्य समेत कन्नड़, तेलुगू, तमिल, मलयालम और हिंदी में 140 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय करके जयललिता ने लोगों के दिल और दिमाग में अपने लिए एक अलग जगह बना ली थी।’’ जयललिता को राज्य की सबसे युवा मुख्यमंत्री बताते हुए सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘उस दौरान, ‘क्रेडल बेबी स्कीम’ के लिए सभी तबकों ने सराहना की थी। यह योजना उन्होंने भ्रूण हत्या को रोकने और बच्चियों को बचाने के लिए लागू की थी।’’

उडुपी (कर्नाटक): बेंगलुरू से 5 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी जब्त करने के बाद आयकर अधिकारियों ने उडुपी से तीन व्यक्तियों के पास से 2-2 हजार रुपये के नोट वाली 71 लाख रुपये की राशि जब्त की है। उडुपी के पुलिस अधीक्षक के टी बालकृष्ण ने आज बताया, ‘बैलूर गांव में तीन व्यक्तियों के पास से बगैर किसी वैध दस्तावेज के दो हजार रुपये के नोट वाली 71 लाख रुपये की राशि जब्त की गयी है।’ उन्होंने बताया कि पुलिस ने खुफिया सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की है। बैलूर गांव यहां से करीब 32 किमी दूर है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किये गये तीनों व्यक्तियों को पूछताछ के लिए मेंगलुरू के आयकर अधिकारियों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने बताया कि पुलिस ने एक दिसंबर को एक कार रोकी थी। कार में एक बैग था, जिससे दो हजार रुपये के नोट वाली 71 लाख रुपये की नकदी बरामद की गयी। नकदी के साथ पकड़े गये व्यक्तियों की पहचान इमरान हाशमी, आसिफ उमर और चालक दीपक शेट्ठी के रूप में हुई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी नकदी के लिए वैध दस्तावेज दिखाने अथवा इसका ब्यौरा नहीं बता पाये। उन्होंने बताया कि यह लोग कारोबारी भुगतान के लिए मेंगलुरू से कुद्रेमुख जा रहे थे। आयकर विभाग के करीब 50 अधिकारियों ने देशव्यापी अभियान के तहत बेंगलुरू, चेन्नई और इरोड़ (तमिलनाडु) के कई ठिकानों में छापेमारी की है।

बेंगलुरु: आयकर विभाग ने गुरुवार को दो लोगों के परिसर पर छापेमारी की. छापेमारी में 5 करोड़ रुपये जब्त हुए हैं، जिसमें से अधिकतर नए नोट हैं। दिलचस्प बात यह है कि अभी सरकार को सिस्टम में नए नोट जारी किए हुए 2 सप्ताह ही हुए हैं लेकिन इतनी बड़ी मात्रा में नए नोट का बरामद होना कई सवाल खड़े करता है। दोनों लोग वरिष्ठ नौकरशाह बताए जा रहे हैं। नाम उजागर न करने की शर्त पर एक वरिष्ठ आयकर अधिकारी ने बताया, "इस मामले को लेकर जांच जारी है कि इन दोनों अधिकारियों के पास इतनी बड़ी मात्रा में नकदी कैसे पहुंची।" इतना ही नहीं, 5 किलो से अधिक सोना और छह किलो के जेवरात भी बरामद हुए हैं. इसके अलावा लक्जरी स्पोर्ट्स कार भी घर की तलाशी के दौरान मिली। गौरतलब है कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है। जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया है तब से पूरे देश में नकदी संकट उत्पन्न हो गया है। 500 और 2000 के नए नोट की आपूर्ति कम हो रही है जिससे बैंक में लंबी लाइन लग रही हैं। विमुद्रीकरण अभियान की शुरुआत कालेधन को उजागर करने के लिए किया गया है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख