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बेंगलुरु: कुछ ही दिनों पहले कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष बने डीके शिवकुमार के घर पर सीबीआई छापेमारी कर रही है। उनके डीके सुरेश के घर पर भी सीबीआई की छापेमारी चल रही है। अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय एजेंसी के कम से कम 60 अधिकारियों द्वारा 15 स्थानों पर छापे मारे जा रहे हैं। आपको बता दें कि शिवकुमार को अपनी पार्टी की संकटमोचक भी कहा जाता है।

सीबीआई द्वारा छापेमारी सुबह 6 बजे कनकपुरा निर्वाचन क्षेत्र के डोड्डल्लाहल्ली गांव में स्थित उनके निवास पर शुरू हुई, जिसका प्रतिनिधित्व राज्य विधानसभा में शिवकुमार करते हैं। डीके सुरेश बेंगलुरु ग्रामीण से सांसद हैं। जिन आवासों पर छापे मारे जा रहे हैं, उनमें से एक शिवकुमार के करीबी इकबाल हुसैन का है।

सीबीआई की इस कार्रवाई पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने भारतीय जनता पार्टी पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने सोमवार को एक ट्वीट कर लिखा, 'भाजपा हमेशा बदले की राजनीति और लोगों को गुमराह करने की कोशिश करती रही है। डीके शिवकुमार के घर पर सीबीआई की छापेमारी हमारी उपचुनावों की तैयारी में भंग डालने के लिए की जा रही है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।'

बेंगलुरु: बीते कुछ दिनों से कृषि कानून को लेकर देशभर में जगह जगह प्रदर्शन जारी हैं। सोमवार को भी देश के कई हिस्सों में कानून के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है। कर्नाटक में कृषि बिलों (अब कानून), भूमि सुधार अध्यादेश, एपीएमसी और श्रम कानूनों में संशोधन के खिलाफ किसान संगठनों ने आज राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। कर्नाटक राज्य राइथा संघ और हसीरू सेने, और अन्य संगठनों ने बेंगलुरु में सर पुत्तन्ना चेट्टी टाउन हॉल के सामने विरोध प्रदर्शन किया। 

सरकार किसानों से झूठ बोल रही है

कर्नाटक किसान संघ के अध्यक्ष के चंद्रशेखर ने कहा हैं, "यह सरकार किसानों से झूठ बोल रही है, नरेंद्र मोदी झूठे हैं। इसे लागू करने की कोशिश कर रहे येदियुरप्पा झूठ में मोदी का साथ दे रहे हैं। यह सब किसानों के विरोधी हैं। इसके अलावा जो भूमि सुधार कानून लाया गया है वह भी किसानों के लिए नुकसानदेह ही है। सिर्फ कंपनियों को इससे फायदा होगा। इससे देश के लोगों को बहुत बड़ा झटका लगेगा इसलिए हमें आजादी की दूसरी लड़ाई लड़नी पड़ेगी।"

नई दिल्ली: भाजपा युवा मोर्चा के नवनियुक्त अध्यक्ष और सांसद तेजस्वी सूर्या ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। उन्होंने गृह मंत्री से आग्रह किया कि वह बंगलूरू में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के एक स्थायी विभाग की स्थापना करें, क्योंकि शहर आतंकी गतिविधियों का अड्डा बन गया है।

तेजस्वी सूर्या ने कहा, 'बंगलूरू आतंकी गतिविधियों का केंद्र बन गया है, शहर में स्लीपर सेल का भंडाफोड़ और कई आतंकियों की गिरफ्तारी के जरिए ये बात साबित होती है। मैंने गृह मंत्री अमित शाह जी से बंगलूरू में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के स्थायी विभाग की स्थापना करने का आग्रह किया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इसे जल्द स्थापित किया जाएगा।' 

सूर्या ने कहा, 11 अगस्त को बंगलूरू में हिंसा की घटना हुई थी, जहां पुलिस स्टेशनों पर हमला किया गया था। इसमें एनआईए की जांच में कुछ प्रमुख साजिशकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई। यह पता चला है कि विरोध सहज नहीं था बल्कि एक साजिश थी। 

बेंगलुरू: कर्नाटक में राजनीतिक माहौल एक बार फिर गरमा गया है। विपक्षी पार्टी कांग्रेस बीएस येदियुरप्पा की अगुवाई वाली भाजपा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। कांग्रेस को अविश्वास प्रस्ताव पर बहस की उम्मीद है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गुरुवार को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस देते हुए दावा किया कि कोरोना संकट, भ्रष्टाचार, विकास का अभाव और राज्य की खस्ताहाल वित्तीय स्थिति के बाद राज्य की जनता का विश्वास सरकार से उठ गया है।  

कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने शुक्रवार को कहा, "जहां-तहां रोज लोग मर रहे हैं। पिछले एक हफ्ते में हमने एक केंद्रीय मंत्री, एक राज्यसभा सांसद और एक विधायक को खो दिया। कोरोना के मामलों में करीब 2000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है। हर जगह दंगे हो रहे हैं।" भाजपा ने अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा कि एक ऐसी पार्टी जिसके पास पर्याप्त संख्या बल नहीं है, उसके द्वारा यह "राजनीतिक नौटंकी" की जा रही है।राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर कहा कि उन्हें इससे "कोई दिक्कत" नहीं है।

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