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बेलूर, (कर्नाटक): कर्नाटक के बेलूर शहर के एक छोटे से चर्च में जबरन धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए हिंदूवादी संगठनों के एक समूह के जबरन चर्च में घुसने की घटना को एक सप्ताह हो गया है। लेकिन अभी तक इस मामले में एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। जबकि बजरंग दल के पांच कार्यकर्ताओं के खिलाफ सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह घटना बेंगलुरु से करीब पांच घंटे की दूरी पर "लाइफ टू द नेशन मिनिस्ट्रीज" नामक चर्च में हुई थी।

28 नवंबर को बजरंग दल के करीब 25 कार्यकर्ता चर्च में तब घुस गए थे, जब वहां प्रार्थना सभा चल रही थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिन पुलिसकर्मियों को स्थिति पर काबू पाने के लिए बुलाया गया था, उन्हें हमलावरों पर नकेल कसने के बजाय, कथित तौर पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करते देखा गया था।

चर्च के सदस्यों की शिकायत के बाद बेलूर पुलिस ने शांति भंग करने के आरोप में बजरंग दल के पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।

नई दिल्ली: कर्नाटक सरकार ने आज शुक्रवार को कहा कि राज्य में ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाए गए दो लोगों में से एक, प्राइवेट लैब से कोविड नेगेटिव सर्टिफिकेट लेने के बाद "भाग" गया। राज्य उन 10 और लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रहा है जो कथित तौर पर एयरपोर्ट से लापता हो गए थे। कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक ने ओमिक्रॉन पर एक शीर्ष स्तरीय बैठक के बाद कहा, "आज रात तक कथित तौर पर लापता हुए सभी 10 लोगों का पता लगाया जाना चाहिए और उनका टेस्ट किया जाना चाहिए। यात्रियों को उनकी रिपोर्ट आने तक एयरपोर्ट से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा।"

मंत्री ने अपने बयान में कहा कि एक 66 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी नागरिक ओमिक्रॉन संक्रमित पाया गया था और वह भाग गया। उन्होंने कहा कि लगभग 57 अन्य यात्रियों का भी टेस्ट किया जाएगा, जो उसी समय के आसपास एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। भले ही उन सभी यात्रियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट नेगेटिव क्यों न आया हो। "लापता" लेबल वाले 10 लोगों ने अपने फोन बंद कर दिए हैं और उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है।

बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जद(एस) के संरक्षक एच. डी. देवेगौड़ा के बीच संसद भवन में हुई मुलाकात के बाद कर्नाटक में आगामी विधान परिषद चुनाव के लिये भारतीय जनता पार्टी व जद(एस) के बीच समझौता होने की अटकलें तेज हो गई हैं। भाजपा नेताओं ने मंगलवार को हुई इस मुलाकात की तस्वीरें जमकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर साझा कीं।

कर्नाटक विधान परिषद के 20 स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्रों की 25 सीटों पर 10 दिसंबर को द्विवार्षिक चुनाव के लिये मतदान होगा। इन सीटों पर मौजूदा सदस्यों का कार्यकाल पूरा होने के चलते चुनाव कराए जा रहे हैं।

भाजपा के कद्दावर नेता तथा कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा चुनाव में उन सीटों पर जद(एस) का खुलेआम समर्थन मांग रहे हैं, जहां वह अपने उम्मीदवार नहीं उतार रही है। इस पृष्ठभूमि में मोदी-देवेगौड़ा की मुलाकात का घटनाक्रम सामने आया है।

बेंगलुरु: मंगलवार को कर्नाटक आगामी काउंसिल चुनावों के लिए आयोजित भाजपा की बैठक काफी गरमागरम रही। बहस के दौरान दो गुटों के बीच तीखी बहस मारपीट तक पहुंच गई। बता दें कि दिसंबर में होने वाले चुनावों के लिए राज्य के आबकारी मंत्री के गोपालैया की ओर से हासन जिले के अर्सीकेरे में बैठक की जा रही थी।

इस दौरान बीएस येदियुरप्पा के पूर्व सहयोगी एनआर संतोष भाषण दे रहे थे, तब कार्यकर्ताओं के एक समूह ने आपत्ति जताई। कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और अर्सिकेरे में उनके योगदान को लेकर सवाल किए। हालांकि, मंत्री गोपालैया ने लोगों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन विरोध जता रहे कार्यकर्ता मानने को तैयार नहीं थे। जैसे ही मंत्री कार्यक्रम स्थल से बाहर निकल गए। कुछ लोगों के समूह मारपीट पर उतर आए। घटना के संबंध में एक वीडियो में दिख रहा है एक व्यक्ति दूसरे के साथ मारपीट कर रहा है। वहीं कुछ कार्यकर्ता शांत कराने की कोशिश कर रहे हैं। इस घटना में मोहन नाइक, जिन्होंने संतोष से सवाल किए थे, उनकों चोटें आई हैं। उन्हें इलाज के लिए वहां के स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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