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बेंगलुरू: फर्जी स्टांप पेपर घोटाला मामले में दोषी अब्दुल करीम तेलगी की बेंगलुरू के एक अस्पताल में मौत हो गई। वह कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। तेलगी पिछले कई सालों से शारीरिक बीमारियों से जूझ रहे थे।

करोड़ों के फर्जी स्टांप पेपर घोटाले में तेलगी को 30 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई थी और वह बेंगलुरु के पाराप्पाना अग्रहारा सेंट्रल जेल में सजा काट रहे थे। तेलगी पर 202 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था।

जाली स्टाम्प पेपर घोटाले के दोषी पाए गए अब्दुल करीम तेलगी बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल में नाजुक हालत होने के कारण भर्ती किया गया था। जन्हा उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।

बता दें कि तेलगी मधुमेह और रक्तचाप बीमारी से पीड़ित थे, अचानक जेल में गिरने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ती चलगी गई जिसके चलते एक सप्ताह पहले तेलगी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स दावा कर रही हैं कि तेलगी को मौत हो चुकी है। वहीं फाइनेंशियल एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल में अब्दुल करीम तेलगी ने रात 8.30 बजे आखिरी सांस ली। तेलकी के शरीर के कई अंगों ने अचानक काम करना बंद कर दिया था जिससे उनकी मौत हो गई।

अब्दुल करीम तेलगी 20 हजार करोड़ रुपये के जाली स्टाम्प पेपर घोटाले के दोषी पाए जाने के बाद से 30 साल की जेल की सजा काट रहे थे। वर्ष 2002-03 के दौरान नकली स्टैंप पेपर रैकेट मामले में विशेष जांच दल ने कई फोनों पर तेलगी की बातचीत को टेप किया था। करीब 20 हजार करोड़ रुपये के स्टांप पेपर घोटाला मामले के मुख्य अभियुक्त अब्दुल करीम तेलगी को दोषी ठहराया गया।

तेलगी को कोर्ट ने स्टांप पेपर घोटाला के मामले में 2007 से 30 साल तक सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी। मिली जानकारी के अनुसार फर्जी स्टांप पेपर वह अपने एजेंटों के साथ मिलकर बनाता था और इन्हें कथित तौर पर बैंकों, बीमा कंपनियों और ब्रोकरेज फर्मों को बेच देता था।

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