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लखनऊ: लखनऊ के इंदिरा प्रतिष्ठान में आयोजित एकता संवाद में गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने कहा कि गुजरात में हुए उत्तर भारतीयों पर हमले के पीछे कांग्रेस की साजिश है। उन्होंने कहा कि गुजरात कांग्रेस के विधायक ने सुनियोजित तरीके से काम किया जिससे एकता खंडित हुई। पर आज कंडीशन पूरी कंट्रोल में है। सरकार ने उसी वक्त सभी की सुरक्षा के लिए काम किया। विजय रूपाणी ने आगे कहा कि जो लोग पकड़े गए है उनमें आधे लोग कांग्रेस के निकले हैं। जितने लोग गुजरात में आ कर रह रहे है उनकी सुरक्षा का काम हमारा है और वह हम कर रहे हैं। यह कांग्रेस का प्रयत्न था जो पूरी तरह से विफल हुआ है।

उन्होंने कहा गुजरात में सबका सम्मान है। दूध में चीनी की तरह सब लोग घुले मिले हैं। गुजरात के विकास में यूपी का श्रम लगा है। वहीं कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मोदी जी ने जिस तरह से गुजरात मे काम किया था आज वह एक मॉडल बना हुआ है और विजय रुपाणी जी भी उसी क्रम में लगातार काम कर रहे है।

गांधीनगर: जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और बिहार के सांसद पप्पू यादव गुजरात से भगाए जा रहे बिहार के लोगों की हौसला अफजाई के लिए गुजरात में हैं। उन्होंने साबरकंठा जिले के हिम्मतनगर में दुष्कर्म पीड़ित बच्ची के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें एक लाख रुपये की आर्थिक सहयता भी दी। पप्पू ने शुक्रवार को कहा, अब समय आ गया है कि नफरत की राजनीति करने वालों के खिलाफ युद्घ शुरू किया जाए। देश में स्वार्थ और वोट बैंक की राजनीति के कारण बिहार के लोगों को निशाना बनाया जाता है।

अब ऐसी राजनीति करने वालों को बिहार में नहीं घुसने देने की चेतावनी देते हुए पप्पू ने कहा, बिहार में दलित, महादलित, अगड़ा और पिछड़ा के नाम पर राजनीति से छुटकारा मिलना चाहिए। पप्पू ने दुष्कर्म के मामले में चिकित्सीय जांच को सार्वजनिक करने की मांग करते हुए कहा कि अगर कथित रूप से बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है तो दोषी को फांसी दी जानी चाहिए लेकिन उसके नाम पर बिहार के सारे लोगों को निशाना नहीं बनाया जा सकता।

अहमदाबाद: गुजरात हाईकोर्ट ने गुरुवार को राज्य सरकार को निर्देश दिया कि वह हलफनामा दायर कर बताए कि उसने प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए हैं। इस बीच, कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने एक बार फिर गैर गुजरातियों के खिलाफ राज्य में हुई हिंसक घटनाओं में हाथ होने से इनकार किया है। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस आर. सुभाष रेड्डी और जस्टिस वी. एम. पंचोली की पीठ ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए निर्देश दिया। अतिरिक्त महाधिवक्ता प्रकाश जानी ने सुनवाई के दौरान कहा कि सरकार ने प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं।

प्रवासी मजदूरों पर हमलों और राज्य छोड़कर चले जाने की कथित धमकियों के चलते वरिष्ठ अधिवक्ता के आर कोश्ती ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी। याचिका में दावा किया गया कि राज्य सरकार गुजरात में प्रवासी आबादी के मौलिक अधिकारों की रक्षा करने में विफल रही तथा हिंसा को रोकने के लिए कार्रवाई नहीं की। साथ ही दावा किया कि अबतक दो लाख से अधिक प्रवासी मजदूर राज्य छोड़कर जा चुके हैं। इस बीच, हिंदी भाषियों के खिलाफ हिंसा को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे अल्पेश ने शांति और सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए गुरुवार को एक दिन का उपवास रखा।

अहमदाबाद /पटना: हिंदीभाषी प्रवासियों की सुरक्षा के लिए गुजरात के औद्योगिक इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। हमलों के बाद हिंदीभाषी लोगों के गुजरात से बाहर जाने के बीच राज्य सरकार ने सोमवार को उनसे लौटने की अपील की। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने लोगों से हिंसा में शामिल नहीं होने की अपील की। वहीं राज्य सरकार ने प्रवासियों को सुरक्षा का आश्वासन देते हुए कहा कि हमलों के संबंध में 431 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 56 प्राथमिकियां दर्ज की गयी हैं। रूपाणी ने दावा किया कि पिछले 48 घंटों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुयी है।

उन्होंने कहा कि पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस के गहन प्रयासों के कारण स्थिति नियंत्रण में है औैर पिछले 48 घंटों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुयी है। उन्होंने राजकोट में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और परेशानी की स्थिति में लोग पुलिस को बुला सकते हैं। हम उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएंगे।’’ उत्तर प्रदेश और बिहार के मुख्यमंत्रियों- क्रमश: योगी आदित्यनाथ और नीतीश कुमार तथा केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने रूपाणी से बात की और हमलों को लेकर चिंता जतायी।

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