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रायपुर: छत्तीसगढ़ की एक अदालत में एक मानवीय घटना देखने को मिली। यहां के कोरबा में एक जिला अदालत के न्यायाधीश ने कोर्ट रूम की चार दीवारों से बाहर आकर एक 42 वर्षीय व्यक्ति को 20 लाख रुपये का मुआवजा दिया। दरअसल, व्यक्ति को 2018 में एक सड़क दुर्घटना में गंभीर चोटें आईं थीं। इसके बाद उसे लकवा भी मार गया था।दुर्घटना की शिकार द्वारिका प्रसाद कंवर अपनी सेहत की वजह से कोर्ट रूम में नहीं जा पा रहे थे।

सरकारी जनसंपर्क अधिकारी ने रविवार को बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष और जिला एवं सत्र न्यायलय के जज बीपी वर्मा शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान कंवर के मुआवजे के केस की सुनवाई कर रहे थे। जब उन्हें कंवर के स्वास्थ्य के बारे में पता चला, तो जज कोर्ट रूम से बाहर आए और कोर्ट परिसर के पार्किंग एरिया तक गए, जहां पीड़ित अपने वाहन में इंतजार कर रहा था।

रायपुर: छत्तीसगढ़ में ब्राह्मण समाज को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल को जमानत मिल गई। उनके वकील गजेंद्र सोनकर ने बताया कि नंद कुमार बघेल को निचली अदालत से जमानत मिली है। अब इस मामले में अगली सुनवाई 21 सितंबर को होगी। बघेल को विवादित टिप्पणी के मामले में बीते मंगलवार को ही गिरफ्तार किया गया था।

मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया के सामने सफाई भी दी थी। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री के रूप में विभिन्न समुदायों के बीच सद्भाव बनाए रखना मेरी जिम्मेदारी है। अगर उन्होंने एक समुदाय के खिलाफ टिप्पणी की है, तो इसका मुझे खेद है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।

पिछले महीने लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में नंद कुमार बघेल ने ब्राह्मणों पर टिप्प्णी की थी। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि अब वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा। हम आंदोलन करेंगे। ब्राह्मणों को गंगा से वोल्गा (रूस की एक नदी) भेजेंगे। क्योंकि ब्राह्मण विदेशी हैं।

रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रायपुर पुलिस ने नंद कुमार बघेल को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। एफआईआर दर्ज होने के बाद ही माना जा रहा था कि उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। ब्राह्मण समाज के खिलाफ विवादित टिप्पणी को लेकर रायपुर के डीडी नगर पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया था।

लखनऊ में ब्राह्मण समाज के खिलाफ दिए थे बयान

बता दें कि लखनऊ में नंद कुमार बघेल ने ब्राह्मण समाज के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। इसके बाद इस समाज के लोगों में आक्रोश था। रायपुर पुलिस एफआईआर दर्ज होने के बाद ही उनकी गिरफ्तारी के लिए निकल गई थी। उन्हें गिरफ्तार कर पुलिस रायपुर लेकर जा रही है। फिलहाल उन्हें मीडिया से दूर रखा गया है। लखनऊ से पहले भी नंद कुमार बघेल ने ब्राह्मणों के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। बता दें कि नंदकुमार बघेल लखनऊ शिक्षक भर्ती में गलत आरक्षण प्रक्रिया अपनाने पर धरना दे रहे युवाओं के बीच 30 अगस्त को पहुंचे थे और उनका समर्थन किया था।

रायपुरः जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप में रायपुर के एक पुलिस थाने के अंदर दक्षिणपंथी हिंदू भीड़ ने आज एक ईसाई पुजारी की पिटाई कर दी। इसके बाद गुस्साई भीड़ और पादरी के साथ आए लोगों के बीच थाने के परिसर में नोक-झोंक भी हुई, जब उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था। घटना रायपुर के पुरानी बस्ती थाने की है। पुलिस को भटगांव इलाके में जबरन धर्म परिवर्तन कराने की शिकायत मिली थी। कुछ स्थानीय दक्षिणपंथी हिंदुत्व नेता भी कुछ ही देर में थाने पहुंच गए।

शिकायतकर्ता गुस्से में थे और उन्होंने इस तरह के धर्मांतरण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए थाने का घेराव कर दिया। भटगांव क्षेत्र के ईसाई समुदाय के कुछ अन्य सदस्यों के साथ पादरी के आने से भीड़ और पूछताछ के लिए बुलाए गए लोगों के बीच बहस होने लगी। इसके बाद पादरी को थाना प्रभारी के कमरे में ले जाया गया जहां स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। अधिकारियों ने कहा कि देखते ही देखते गुस्साई भीड़ पादरी पर हमलावर हो गई। घटना के एक वीडियो में कुछ सदस्यों को पुजारी को चप्पल और जूते से मारते हुए दिखाया गया है।

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