रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष और सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक मनोज सिंह मंडावी का दिल का दौरा पड़ने के कारण रविवार को निधन हो गया। पार्टी के नेताओं ने यह जानकारी दी। कांग्रेस की संचार इकाई के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि मंडावी (58) को दिल का दौरा पड़ने के बाद पड़ोसी धमतरी शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सुबह उनका निधन हो गया।
कांकेर जिले में भानुप्रतापपुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मंडावी शनिवार रात को जिले के चरामा इलाके में अपने पैतृक गांव नथिया नवागांव में थे। शुक्ला ने बताया कि उन्होंने बेचैनी होने की शिकायत की थी जिसके बाद उन्हें चरामा में एक अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उनकी जांच की। उन्होंने बताया कि इसके बाद मंडावी को धमतरी शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका निधन हो गया।
तीन बार विधायक रहे और बस्तर क्षेत्र में पार्टी का अहम आदिवासी चेहरा रहे मंडावी 2000 से 2003 के बीच राज्य में अजीत जोगी की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार के दौरान गृह एवं कारागार मंत्री थे।
सीएम बघेल ने जताया दुख
मनोज सिंह मंडावी की अचानक मृत्यु पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुख जताया है। बघेल ने ट्वीट कर कहा,"छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष, वरिष्ठ आदिवासी नेता, भानुप्रतापपुर के विधायक मनोज सिंह मंडावी का आकस्मिक निधन हम सभी के लिए बहुत दुखद है। मैं भगवान से उनके परिवार को इस दर्द को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। उनकी आत्मा को शांति मिले। ओम शनि।"