ताज़ा खबरें

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेताओं के साथ हालिया विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर समीक्षा बैठक की, जिसमें यह फैसला किया गया कि कमियों को दूर कर लोकसभा चुनाव में मजबूती से उतरना है। पार्टी मुख्यालय में इस समीक्षा बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, निवर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी एवं महासचिव कुमारी सैलजा, वरिष्ठ नेता टी एस सिंह देव तथा कई अन्य नेता मौजूद थे।

लोकसभा चुनाव में मजबूती से उतरने पर जोर

बैठक के बाद कुमारी सैलजा ने कहा, ‘‘ये बात ज़रूर है कि हम चुनाव हारे, लेकिन साथ में मैं ये भी कहूंगी कि कोई भी सर्वे... चाहे राष्ट्रीय मीडिया का हो या क्षेत्रीय मीडिया का हो... कोई भी एजेंसी हो, हर एक ने ये कहा था कि छत्तीसगढ़ में हम चुनाव जीतने जा रहे हैं और शायद किसी हद तक आप सही साबित भी हुए, क्‍योंकि हमारा वोट प्रतिशत विशेष कम नहीं हुआ। यह कोई छोटी बात नहीं होती।’’

रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में सामान्य (उच्च जाति वर्ग) वर्ग के कांग्रेस के 15 उम्मीदवारों में से 13 को हार का सामना करना पड़ा। जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ऊंची जातियों के 18 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे और जिनमें से 16 विजयी हुए। चुनाव विशेषज्ञों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में जातिगत जनगणना और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को लुभाने की कांग्रेस की कोशिश ने ऊंची जातियों के साथ-साथ अनुसूचित जनजाति श्रेणी के उम्मीदवारों की संभावनाओं को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि संभवतः अधिकतर मतदाताओं को भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार की ओबीसी समर्थक राजनीति रास नहीं आई।

सत्तारूढ़ कांग्रेस को छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। राज्य में 2018 में 68 सीट जीतने वाली कांग्रेस 35 सीट पर सिमट गई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा में 54 सीट जीतकर सत्ता में वापसी की है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) एक सीट जीतने में कामयाब रही। कांग्रेस ने इस बार आठ ब्रह्मणों समेत उच्च जाति के 15 प्रत्याशियों को टिकट दिया था।

रायपुर (जनादेश ब्यूरो): छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को स्पष्ट बहुमत मिल चुका है। जिसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप चुके हैं। सत्ता परिवर्तन की इस प्रक्रिया के बीच मंगलवार को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों को गलत प्रक्रिया से काम न करने की हिदायत दी।

प्रशासनिक अधिकारियों को दी हिदायत

डॉ रमन सिंह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "आज कुछ सूत्रों से मुझे यह जानकारी प्राप्त हुई है कि प्रदेश के कुछ अधिकारी महत्त्वपूर्ण फाइलों को बैक डेट अंकित कर स्वीकृत कर रहे हैं जोकि पूर्णतः अनुचित है। मैं ऐसे सभी अधिकारियों को बताना चाहता हूं कि आप प्रशासनिक व्यवस्था के हिस्से हैं और जब तक प्रदेश में नई सरकार का गठन नहीं होता, तब तक ऐसे किसी भी प्रकार के अनुचित कार्य करने से आप सभी को बचना चाहिए।"

रायपुर: छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने ऱविवार को राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। वहीं, चुनाव में कांग्रेस को मिली हार को स्वीकार करते हुए उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया जिसमें लिखा, ''जनता की अपेक्षाएं और आकांक्षाएं बड़ी हैं, जनता के विवेक का सम्मान करता हूं।'' बता दें कि सीएम भूपेश बघेल ने चुनाव में कांग्रेस को बड़ी जीत का दावा करते हुए उसे 75 से अधिक सीट मिलने का अनुमान जताया था। हालांकि नतीजों में यह बहुमत से काफी दूर है।

जनता का जनादेश हमेशा सिर आंखों पर: सीएम बघेल

सीएम बघेल ने रविवार रात 'एक्स' पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा,''जनता का जनादेश हमेशा सिर आंखों पर रहा है। आज भी इस परिणाम को सिर झुकाकर स्वीकार करता हूं। इस बात का संतोष है कि 5 साल में आपसे किए हर वादे को पूरा किया, वादे से ज्यादा देने का प्रयास किया और छत्तीसगढ़ महतारी की भरसक सेवा की। जनता की अपेक्षाएं और आकांक्षाएं बड़ी हैं, जनता के विवेक का सम्मान करता हूं।''

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख