रायपुर: छत्तीसगढ़ की सियासत में भूचाल ला देने वाले सीडी कांड के मुख्य आरोपी पत्रकार विनोद वर्मा को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया जिसके बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि मंगलवार को ही पत्रकार विनोद वर्मा की पुलिस रिमांड खत्म हो गई थी जिसके बाद उन्हें रायपुर की स्थानीय अदालत में पेश किया गया था। इस दौरान कोर्ट परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया था।
इधर सीडी कांड में प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री राजेश मूणत को घेरने वाली कांग्रेस ही अब बैकफुट पर नजर आ रही है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को दिल्ली में प्रदेश प्रभारियों की बैठक तो ली, लेकिन इसमें सीडी कांड पर चर्चा तक नहीं हुई।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल भी दिल्ली में आला नेताओं को सीडी कांड की जानकारी देने पहुंचे थे, लेकिन उनको भी उल्टे पांव लौटना पड़ा।
यही नहीं, दुर्ग में कांग्रेस के किसान सम्मेलन में भी सीडी कांड को लेकर कांग्रेस के किसी बड़े नेता ने न तो सरकार को घेरा, न ही मंत्री राजेश मूणत पर हमला किया। दिनभर सीडी कांड पर बैकफुट पर रही कांग्रेस की युवा विंग ने शाम को सीडी का सच मानने से इनकार कर दिया।
यह है मामला
छत्तीसगढ़ में सेक्स सीडी कांड को लेकर जमकर राजनीति की जा रही है। सभी राजनीतिक दल इसे भुनाने में लगे हैं। यह मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक के बाद एक दल सक्रिय हो जा रहा है। इस कड़ी में सोमवार को आम आदमी पार्टी ने राजभवन पहुंचकर मामले में जो भी आरोपी हो उस पर कार्रवाई की मांग की थी।
राज्यपाल बलरामदास टंडन से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। बता दें कि इस सीडी कांड से रायपुर से लेकर दिल्ली तक राजनीति गरमाई हुई है।
मामले में गुरुवार को भाजपा के आईटी सेल सदस्य प्रकाश बजाज ने पंडरी पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने यूपी के गाजियाबाद में जाकर वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को उनके घर से अरेस्ट किया था। वहीं उनके घर से 500 सीडी भी जब्त की गई थी। इसके बाद से ही यह कांड आग की तरह पूरे देश में फैल गया।