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श्रीनगर: पम्पोर हमले में शहीद सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि इस तरह की घटनाओं से कश्मीर की ‘बदनामी’ ही हो रही है और राज्य से बड़े निवेशक एवं पर्यटक दूर हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने श्रीनगर जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर पम्पोर में शनिवार को सीआरपीफ के काफिले पर आतंकवादी हमले में शहीद आठ जवानों के ताबूतों पर आज पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि केवल अपने कर्तव्यों का निर्वाह कर रहे सुरक्षा बलों के जवानों को निशाना बनाना ‘निंदनीय’ है। महबूबा ने संवाददाताओं से कहा, ‘यह रोजे का महीना है जब लोगों को अतीत के पापों के लिए क्षमा मांगनी चाहिए और प्रायश्चित करना चाहिए। यह वह समय है जब हमें सुनिश्चित करना चाहिए कि हम किसी अन्य को चोट नहीं पहुंचाएं। इस तरह के हमले में रोजी रोटी कमाने वाले को छीनकर परिवारों को प्रभावित किया जा हा है, जो निंदनीय है।’ महबूबा ने संवाददाताओं से कहा, ‘इससे कुछ हासिल नहीं किया जा सकता। हम इन कृत्यों से केवल कश्मीर और राज्य को बदनाम कर रहे हैं। हम अपने धर्म पर भी चोट करते हैं।’ उन्होंने कहा कि आतंकवादी कश्मीर के पर्यटन को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘कई देशों के लोगों ने आना शुरू किया है लेकिन यह यहां स्थिति के बारे में गलत संकेत देगा।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के हमले जम्मू कश्मीर को बाकी भारत में हो रहे विकास के इसके हिस्से से वंचित करते हैं।

महबूबा ने कहा, ‘आज विकास का माहौल है। भारत ढांचागत विकास और स्वास्थ्य में बहुत निवेश आकर्षित कर रहा है लेकिन जब जम्मू-कश्मीर की बात आती है तो निवेशक इन घटनाओं के कारण दूर रहते हैं। इन हमलों से सबसे ज्यादा प्रभावित जम्मू कश्मीर के लोग हैं।’ पुलिस महानिदेशक के राजेंद्र कुमार ने इन सुझावों को कमतर किया कि पूर्व खुफिया सूचनाओं को देखते हुए सीआरपीएफ जवानों की मौत से बचा जा सकता था। उन्होंने कहा कि जवानों की सक्रियता और खुफिया सूचनाओं के कारण हमलावरों को मार गिराया गया। उन्होंने कहा, ‘यह आतंकवादियों द्वारा हताशा भरा कृत्य है। आपने बीते कुछ दिनों में अनंतनाग, बिजबेहरा या पम्पोर में हमले देखे होंगे। ये हताशा भरे कृत्य हैं। बीते छह महीनों में कई आतंकवादियों और उनके नेतृत्व का खत्मा किया गया है।’ कुमार ने कहा, ‘सीआरपीएफ कर्मी अपनी ड्यूटी करके लौट रहे थे और ऐसी स्थितियों में वे अपनी जगह बैठे होते हैं। पिछले हमलों में आतंकवादी भागने में कामयाब रहे थे लेकिन कल हमारे जवान अलर्ट थे और खुफिया रिपोर्ट थीं जिसके कारण आतंकवादियों को मार गिराया गया।’ यह पूछे जाने पर कि क्या कल के हमले में शामिल कोई आतंकवादी फरार है, डीजीपी ने कहा, ‘हम मामले की जांच कर रहे हैं। हम सभी संभावित कोणों एवं लिंक पर गौर कर रहे हैं और हम उन्हें पकड़ेंगे ओर हम साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार करेंगे।’ दो जुलाई को शुरू हो रही आगामी अमरनाथ यात्रा पर कुमार ने कहा, ‘हम यात्रा को सुचारू ढंग से पूरा करने के लिए सुरक्षित माहौल हेतु सभी जरूरी कदम उठाएंगे।’

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