श्रीनगर: विश्व हिन्दू परिषद् की नेता साध्वी प्राची के विवादित बयान ‘अब भारत को मुसलमान मुक्त बनाने का समय आ गया है’ पर आज (बुधवार) जम्मू-कश्मीर विधान परिषद् में जमकर हंगामा हुआ। हालांकि राज्य सरकार ने इस टिप्पणी को गलत बताया है। साध्वी ने मंगलवार को दावा किया था कि कांग्रेस-मुक्त भारत का लक्ष्य ‘हासिल’ कर लिया गया है और अब देश को मुसलमानों से मुक्त करने का समय आ गया है। आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेशनल कांफ्रेंस के विधान पार्षद शहनाज गनई ने मुद्दे को उठाते हुए मांग रखी कि परिषद प्राची के बयान की निंदा करे। गनई की मांग का उनकी पार्टी और कांग्रेस के सदस्यों ने समर्थन किया। विधान परिषद के सभापति इनायत अली द्वारा सदस्यों से शांत रहने और मामले को शून्य काल में उठाने का अनुरोध किए जाने के बावजूद जम्मू क्षेत्र से आने वाले सत्तापक्ष के सदस्य विपक्षी नेताओं के साथ बहस में उलझ गए। हंगामे के बीच शिक्षा मंत्री नईम अख्तर ने खड़े होकर कहा कि मुसलमानों के बगैर देश अधूरा है। अख्तर ने कहा, ‘अखबारों में खबरें आयी हैं। जिसने भी यह कहा है, गलत है। मुसलमान देश का हिस्सा हैं और यह उनके बिना अधूरा है।’ मंत्री ने कहा कि मुसलमानों को देश में बराबरी के हकदार के रूप में रहना है। सदन में बंटवारे की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हमारे राज्य में कई दिक्कतें हैं और हम उन्हें सुलझाना चाहते हैं, इसलिए कृपया हमें ऐसा करने दें।
हमें जैसे-को-तैसा वाले सिद्धांत पर उकसाया नहीं जाना चाहिए। हमें इस देश में बराबरी के हकदार के रूप में रहना है।’