रांची: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो लालू यादव समेत 99 आरोपियों को सीबीआई के एक विशेष अदालत में चारा घोटाले के एक मामले में मंगलवार को उपस्थित रहना हैं। लंबे इंतज़ार के बाद 950 करोड़ के चारा घोटाले के सबसे बड़े डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ के ग़बन के मामले में फ़ैसला सुनाया जाएगा। इस मामले में जहां 170 आरोपी थे वहीं ट्रायल के दौरान 55 आरोपियों की मौत हो चुकी हैं। आरजेडी सु्प्रीमो लालू यादव समेत सभी आरोपियों के ख़िलाफ़ जांच एजेंसी ने 2001 में चार्जशीट दायर की थी और और 2005 में चार्ज फ़्रेम किया गया था। कोरोना काल के दौरान इस मामले में फ़ैसला आने में देर हुई। सीबीआई की विशेष अदालत में पेश होने के लिए लालू, रांची पहुंच गए हैं।
बता दें, अब तक झारखंड में जिन 5 मामलों में लालू यादव के ख़िलाफ़ सुनवाई हुई हैं, उसमें ये एकमात्र मामला हैं जिसमें फ़ैसला आना बाक़ी है। अब तक लालू यादव को चार मामले में दोषी करार दिया जा चुका है।
जहां चाईबासा कोषागार के दो अलग-अलग मामलों में उन्हें सात-सात साल की सजा हो चुकी है, वहीं दुमका कोषागार के मामले में 5 साल और देवघर कोषागार के मामले में चार-चार वर्ष की सजा सुनायी गई है। लालू यादव साढ़े तीन वर्षों से अधिक समय न्यायिक हिरासत में गुज़ार चुके हैं।