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चेन्नई: तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने आज (शनिवार) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वह कुवैत में फंसे तमिलनाडु के 10 मछुआरों को भारत वापस लाने के लिए कदम उठाएं। कुवैत की पुलिस ने इन मछुआरों को एक फर्जी मामले में हिरासत में लिया है। नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जयललिता ने कहा, मैं अनुरोध करती हूं कि आप कुवैत में भारत के दूतावास को इन निर्दोष भारतीय मछुआरों की तत्काल वापसी सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि 11 मछुआरे, जिनमें एक केरल का और 10 तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले के रहने वाले हैं, पिछले साल जुलाई में मछुआरों के तौर पर काम करने के लिए कुवैत गए थे। वे हुसैन रशीद और मोहम्मद रशीद नाम के दो लोगों के प्रायोजन के तहत वहां गए थे। प्रायोजकों की नौकाओं में करीब छह महीने तक मछली पकड़ने के काम के लिए उन्हें भेजा गया था। बहरहाल, प्रायोजकों ने उन्हें पकड़ी गई मछलियों में उनका हिस्सा नहीं दिया जबकि यह रोजगार की शर्तों में शामिल था। उन्होंने कहा, मछुआरे किसी तरह रहने के लिए संघर्ष कर रहे थे और अपने घर-परिवार को पैसे भेजने में अक्षम थे। जब सभी 11 मछुआरों ने अपने नियोक्ताओं से मेहनताना पाने की उम्मीद छोड़ दी और वापस भारत भेज देने का अनुरोध किया तो प्रायोजकों ने इससे इनकार कर दिया।

मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा, इसके बाद प्रायोजकों की ओर से की गई एक फर्जी शिकायत पर स्थानीय पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और एक महीना हिरासत में रखने के बाद रिहा किया। जयललिता ने कहा कि ऐसा बताया गया है कि उनके पासपोर्ट प्रायोजकों ने अपने पास रख लिए हैं और प्रायोजक न तो उन्हें काम करने दे रहे हैं और न ही लौटने दे रहे हैं।

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