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चंडीगढ़: पंजाब में किसान आंदोलन की वजह से रेलगाड़ियों की आवाजाही ठप है। पंजाब सरकार लगातार केंद्र सरकार से प्रदेश में मालगाड़ियों की बहाली की अपील कर रही है। वहीं रेलवे का कहना है कि पंजाब में जब तक सभी ट्रैक खाली नहीं होंगे तब तक ट्रेनों का संचालन नहीं किया जा सकता है।

मालगाड़ियों के साथ ही यात्री ट्रेनों का संचालन पंजाब में किया जाएगा। इस पर अब पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों ने मालगाड़ियों की आवाजाही को सभी रेलवे ट्रैक खाली कर दिए हैं। सामान के सुरक्षित परिवहन के लिए स्थिति अनुकूल और शांतिपूर्ण है। हमने इस विषय में गृह मंत्रालय को सूचित कर दिया है।

नई दिल्ली/चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके परिवार को आयकर विभाग ने नोटिस भेजा है। राज्य सरकार द्वारा केंद्रीय कृषि कानूनों को बेअसर करने के लिए संशोधन बिल पास करने के बाद एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) और इनकम टैक्स विभाग की तरफ से कैप्टन और उनके परिवार को जारी नोटिसों की टाइमिंग पर सवाल उठाया है। 

जंतर-मंतर पर अपने धरने के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पुत्र रणइंदर को ईडी के नोटिस के अलावा उन्हें (कैप्टन) और उनकी पत्नी परनीत कौर को आयकर विभाग से नोटिस प्राप्त हुए हैं। 

उन्होंने खुलासा किया कि यहां तक कि उनकी दो पोतियां, जिनमें से एक लॉ की छात्रा है और दूसरी अपनी सगाई की तैयारी कर रही है, के साथ-साथ उनके नाबालिग पोते को भी नहीं बक्शा गया और उनको भी नोटिस प्राप्त हुए हैं।

नई दिल्ली: 'कृषि राज्य का विषय है। हमने अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए नए कृषि कानून बनाए। लेकिन ये बिल अभी राज्यपाल के पास पड़े है। हम 20 तारीख़ को उन्हें बिल दे आए थे। लेकिन उन्होंने अभी तक उसे राष्ट्रपति के पास नहीं भेजा है। मैं राष्ट्रपति से मिलकर पंजाब की स्थिति से अवगत कराना चाहता था। उम्मीद करता हूं कि राष्ट्रपति इस बिल को स्वीकार करेंगे।' यह बात पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देते हुए कही। दरअसल, अमरिंदर इस मसले पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलना चाहते थे। लेकिन मंगलवार को राष्ट्रपति ने उन्हें मिलने का समय नहीं दिया था।

इस मौके पर अमरिंदर ने यह भी कहा, 'शांति बनाए रखना मेरी ज़िम्मेदारी है। हमने अपने देश के लिए बहुत बार अपना ख़ून दिया और आगे भी देने को तैयार हैं। हम कोई झगड़ा नहीं चाहते। पंजाब में शांतिपूर्ण प्रदर्शन चल रहा है। उन्‍होंने कहा कि हमारा मकसद था कि गांधीजी की समाधि में जाएं और वहीं धरने पर बैठें। लेकिन धारा 144 के चलते हम यहां पर बैठें हैं।

चंडीगढ़: मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर कहा कि किसान आंदोलन और मालगाड़ियां चलाने पर यदि जल्द फैसला न लिया गया तो सुरक्षा के लिहाज से पंजाब को पाकिस्तान से खतरा हो सकता है। कैप्टन ने कहा कि आईएसआई समर्थित आतंकवादी समूह हमेशा ही पंजाब में गड़बड़ी पैदा करने की ताक में रहते हैं। पिछले कुछ महीनों में पंजाब से 200 से अधिक आतंकी पकड़े जा चुके हैं।

किसानों को नक्सली कहना दुर्भाग्यपूर्ण 

मुख्यमंत्री ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ और पंजाब भाजपा के प्रधान अश्वनी शर्मा के बयानों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा, इन नेताओं की तरफ से मेरी सरकार के ‘नक्सलवादी ताकतों’ के साथ मिलीभगत होने का आरोप लगाया था। साथ ही किसानों को नक्सली कहा गया, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा के इन नेताओं ने देश के अन्नदाता का अपमान किया है।

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